तृतीयक और चतुर्थ क्रियाकलाप
तृतीयक क्रियाएँ (सेवाएँ)
तृतीयक क्रियाओं में वस्तुओ का उत्पादन नहीं किया जाता बल्कि उत्पादक द्वारा प्रत्यक्ष रूप से उपभोक्ता की आवश्यकताओं की पूर्ति की जाती है।
उदाहरण के लिए
1. एक शिक्षक से पढ़ते समय आपको कोई वस्तु तो प्राप्त नहीं होती परंतु आपकी ज्ञान पाने की आवश्यकता की पूर्ति होती है
2. दूसरे शब्दों में ऐसी सभी क्रियाएँ जिनमें वस्तुओं का उत्पादन नहीं किया जाता बल्कि उत्पादक के कार्यों द्वारा उपभोक्ता की आवश्यकताओं की संतुष्टि की जाती है सेवाएं कहलाती हैं
तृतीयक क्रियाओं का वर्गीकरण
व्यापार
परिवहन
संचार
अन्य सेवाएं
व्यापार वस्तुओं के क्रय विक्रय यानी खरीदने बेचने को व्यापार कहा जाता है यह मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है
1. फुटकर व्यापार
जब व्यापारी द्वारा प्रत्यक्ष रूप से उपभोक्ताओं को वस्तुएं बेची जाती है फुटकर व्यापार कहलाता है
उदाहरण के लिए आप सब के आसपास के दुकानदार जिनसे आप रोज की जरूरतों की चीजें खरीदते हैं फुटकर व्यापारी हैं और यह फुटकर व्यपार का एक उदाहरण है।
2.थोक व्यापार
वह व्यापार जो बड़े स्तर पर किया जाता है एवं जिसमें उपभोक्ताओं को प्रत्यक्ष रूप से समान ना बेचकर फुटकर व्यापारियों को सामान बेचा जाता है थोक व्यापार कहलाता है
आपके आस पास स्थित दुकानदार जिनसे आप रोज़ की ज़रूरत का सामान खरीदते है वह सारा सामान थोक व्यापारियों से लाते है।
उत्पादक (बनाने वाला) :- थोक व्यापारी :- फुटकर व्यापारी :- उपभोक्ता (प्रयोग करने वाला)
व्यापार के स्थान
ग्रामीण व्यापार केंद्र
गांव में लगने वाले बाजारों को ग्रामीण व्यापार केंद्र कहा जाता है
इनमें रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं उपलब्ध होती हैं
यहां सभी छोटे स्तर के व्यापारी होते हैं
सामान्य वस्तुओं का व्यापार किया जाता है
बाजार में सुविधाएं और उत्पाद सामान्य गुणवत्ता के होते हैं
आसपास के क्षेत्र की आवश्यकताओं की पूर्ति होती है
नगरीय व्यापार केंद्र
नगरों में उपस्थित बड़े बड़े बाजारों को नगरीय व्यापार केंद्र कहा जाता है
इसमें सभी प्रकार की वस्तुएं उपलब्ध होती हैं
यह मुख्य रूप से बड़े स्तर के व्यापारी होते हैं
लगभग हर चीज उपलब्ध होती है
बाजार में सुविधाएं और उत्पाद उच्च गुणवत्ता के होते हैं
दूर-दूर से लोग सामान खरीदने आते हैं
आवधिक बाजार
एक समय अंतराल के बाद लगने वाले बाजारों को आवधिक बाजार कहा जाता है
उदाहरण के लिए मंडिया, साप्ताहिक बाजार आदि
इन बाजारों में रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं उपलब्ध होती हैं
यह एक विशेष दिन विशेष स्थान पर लगते हैं
उत्पादों की गुणवत्ता सामान्य होती है
परिवहन
व्यक्ति और वस्तु को एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में लाने ले जाने की सेवा को परिवहन कहा जाता है
परिवहन सबसे मुख्य सेवाओं में से एक है बाकी सभी सेवाएं प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से परिवहन पर निर्भर होती हैं
परिवहन को प्रभावित करने वाले कारक
भू क्षेत्र
विकास का स्तर
परिवहन के साधनों की उपलब्धता
मार्गो की स्थिति
मांग
पर्यटन
पर्यटन एक यात्रा है जो बिना किसी लाभ के उद्देश्य की की जाती है
दूसरे शब्दों में वह यात्रा जो घूमने फिरने एवं मनोरंजन के लिए की जाती है पर्यटन कहलाती है
पर्यटन सबसे बड़े सेवा क्षेत्रों में से एक है
पर्यटन को प्रभावित करने वाले कारक
मांग
भू क्षेत्र
स्थलाकृतियां
विकास का स्तर
परिवहन
जलवायु
भू दृश्य
संचार
एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक जानकारी पहुंचाने की व्यवस्था को संचार कहा जाता है
संचार विकास और जीवन स्तर सुधार में अहम भूमिका निभाता है
संचार के प्रकार
संचार
एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच जानकारियों के आदान-प्रदान को संचार कहा जाता है
संचार के साधन:- मोबाइल, पत्र
जनसंचार
जनसंचार एक स्रोत से अनेकों व्यक्तियों के बीच जानकारियां पहुंचाने की प्रक्रिया को जनसंचार कहा जाता है
जनसंचार के साधन:- टीवी, रेडियो, इंटरनेट आदि
अन्यसेवाएं
डॉक्टर, शिक्षक आदि की सेवाओं को अन्य सेवाओं में शामिल किया जाता है
यह सेवाएं जीवन स्तर की वृद्धि और विकास के लिए अत्यंत आवश्यक होती हैं
चिकित्सा पर्यटन जब कोई व्यक्ति चिकित्सा के लिए यानी अपना इलाज कराने के लिए एक जगह से दूसरी जगह जाता है तो यह चिकित्सा पर्यटन कहलाता है
अंकीय विभाजन
एक देश के लोगों को जल्दी से जल्दी सूचना एवं संचार के साधनों का लाभ प्रदान करना अंकीय विभाजन कहलाता है
विकसित देशों में नई प्रौद्योगिकी उपलब्ध कराने की गति तेज है जबकि विकासशील या अल्प विकसित देशों में यह निम्न है
इस वजह से विकसित देश देशों में विकास की गति तेज है और विकसित एवं विकासशील देशों के बीच का विभाजन बढ़ता जा रहा है
बाह्यस्रोतन
किसी कार्य को किसी दूसरे क्षेत्र या देश में करवाना जिससे उस कार्य की लागत में कमी आए और दक्षता में वृद्धि हो बाह्यस्रोतन के लाता है
उदाहरण के लिए:
अमेरिका की कई बड़ी-बड़ी कंपनियों के कॉल सेंटर भारत में स्थापित किए जाते हैं क्योंकि भारत में लागत कम आती है एवं कार्य पूर्ण हो जाता है
बाह्यस्रोतनके कारण
दक्षता में वृद्धि
लागत में कमी
इंटरनेट की सुविधा
वैश्वीकरण
चतुर्थक क्रियाकलाप :-
ये बहुत ही विशिष्ट तथा जटिल प्रकार के क्रियाकलाप हैं जिनका सम्बन्ध ज्ञान से संबंधित क्रियाकलाप से है जैसे – शिक्षा, सूचना, शोध व विकास । चतुर्थक शब्द से तात्पर्य उन उच्च बौद्धिक व्यवसायों से है, जिनका दायित्व चिंतन, शोध तथा विकास के लिए नए विचार देना है।
उदाहरण के लिए अनुसंधानकर्ता, सॉफ्टवेयर इंजीनियर, सूचना संग्रहणकर्ता आदि
संचार :-
एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक जानकारी पहुंचाने को व्यवस्था को संचार कहा जाता है। संचार विकास और जीवन स्तर सुधार में अहम भूमिका निभाता है।
संचार के प्रकार :-
1. संचार :-एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के बीच जानकारियों के आदान-प्रदान को संचार कहा जाता है। संचार के साधन :- मोबाइल, पत्र ।
2. जनसंचार :-जनसंचार एक स्रोत से अनेकों व्यक्तियों के बीच जानकारियां पहुंचाने की प्रक्रिया को जनसंचार कहा जाता है। जनसंचार के साधन :- टीवी, रेडियो, इंटरनेट आदि ।
ज्ञान आधारित बाहयस्रोतन (KP0) :-
यह सूचना प्रेरित ज्ञान का बाहयस्रोतन है जिसमें विशेषतया किसी विशिष्ट ज्ञान या कौशल की आवश्यकता होती है। इनमें उच्च श्रेणी के कुशल कर्मी संलग्न होते हैं। जैसे ई – लर्निंग, अनुसंधान और विकास क्रियाएँ ।
चतुर्थक सेवाओं को ज्ञानोन्मुख सेक्टर क्यों कहा जाता है ?
चतुर्थक सेवाओं के अन्तर्गत कर्मचारियों के विशिष्ट ज्ञान का उपयोग किया जाता है दूसरे र्मचारियों के विशिष्ट ज्ञान का उपयोग किया उ
शब्दों में यह ज्ञानोन्मुख सेक्टर हैं।
प्राथमिक एंव द्वितीयक सेक्टरों से बड़ी संख्या में चतुर्थक में चतुर्थक सेक्टर की तरफ सेवाओं| सेवाओं में वृद्धि अर्थव्यवस्थ स्थापन हुआ है। सेवाओं में विकसित होने अर्थव्यवस्था के विकसित होने का प्रतीक है। एक ही प्रकार का काम तृतीयक या चतुर्थक दोनों हो सकता है जैसे अध्यापक तृतीयक श्रेणी में ये कोई दुख्यिक या चतयेक दोनों हो सकता है जैसे अध्याप है किन्तु यदि कोई अध्यापक नवीन शिक्षण पद्धति के काम में संलग्न होकर किसी प्रकार का आविष्कार करता है तो वह चतुर्थक में शामिल हो जाता है।
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