Question Answers For All Chapters – संस्कृतम् Class 8
Solutions
भाषाभ्यासः
श्लोकः – १
१. श्लोके आ. प. क्रियापदं किम्?
संस्कृतम् – विद्यते, आयाति
मराठी अनुवाद – आहे, प्राप्त होते
२. अधोदत्तानां शब्दानां कृतं श्लोके आगतानां शब्दान लिखत।
| संस्कृतम् | मराठी अनुवाद |
|---|---|
| सरस्वती → भारती | सरस्वती → भारतमाता |
| अद्वितीयः → अपूर्वः | अद्वितीय → अद्भुत |
३. विरुद्धार्थकशब्दं लिखत।
| संस्कृतम् | मराठी अनुवाद |
|---|---|
| व्ययः × वृद्धिः | खर्च × वाढ |
| वृद्धिः × क्षयः | वाढ × ह्रास |
श्लोकः – २
१. श्लोके क्रियापदं किम्?
संस्कृतम् – प्रपद्ये
मराठी अनुवाद – शरण जातो
२. जालरेखाचित्रं पूरयत।
श्रीरामदूतः (हनुमानः)
| संस्कृतम् | मराठी अनुवाद |
|---|---|
| मनोजवः | वाऱ्यासारखा वेगवान |
| मारुततुल्यवेगः | वायूसमान वेग असलेला |
| जितेन्द्रियः | ज्याने इंद्रियांवर विजय मिळवला |
| बुद्धिमता वरिष्ठः | बुद्धिमानांमध्ये श्रेष्ठ |
| वातात्मजः | वायूपुत्र |
| वानरयूथमुख्यः | वानरांचा सेनापती |
श्लोकः – ३
१. श्लोके क्रियापदं किम्?
संस्कृतम् – न शोभते
मराठी अनुवाद – शोभत नाही
२. विशेषण-विशेष्य-सम्बन्ध:-
| विशेष्य (नाम) | **विशेषण (गुणविशेष) | मराठी अनुवाद |
|---|---|---|
| कुसुमम् | वर्णसम्पन्नम्, गन्धहीनम् | फुलाचे दोन गुण – रंगसंपन्न, पण सुगंधरहित |
| वचनम् | मधुरम्, क्रियाहीनम् | वचनाचे दोन गुण – गोड, पण कृतीशून्य |
३. श्लोकात् समानार्थकशब्दान् चिनुत।
| संस्कृतम् | मराठी अनुवाद |
|---|---|
| प्रसूनम्, सुमम्, पुष्पम् | फूल |
| वचः, उक्तिः, वाक्यम् | वाक्य |
श्लोकः – ४
१. स्तम्भमेलनं कुरुत।
| संस्कृतम् | संस्कृतम् (गुण) | मराठी अनुवाद |
|---|---|---|
| शतेषु | शूरः | शंभरात एक शूर असतो |
| सहस्रेषु | पण्डितः | हजारात एक पंडित असतो |
| दशसहस्रेषु | वक्ता | दहा हजारात एक वक्ता असतो |
| ? | दाता | दाता असतो की नाही याची शंका आहे |
२. कस्मिन् कः गुणः वर्तते?
| संस्कृतम् (व्यक्ति) | संस्कृतम् (गुण) | मराठी अनुवाद |
|---|---|---|
| शूरः | शौर्यम् | शूर व्यक्तीमध्ये धाडस असते |
| पण्डितः | पाण्डित्यम् | पंडित व्यक्तीमध्ये विद्वत्ता असते |
| वक्ता | वक्तृत्वम् | वक्त्याचा भाषण कौशल्य असते |
| दाता | दातृत्वम् | दात्यामध्ये दान करायचे गुण असतात |
३. समानार्थकशब्दान् लिखत।
| संस्कृतम् | मराठी अनुवाद |
|---|---|
| दाता | दान करणारा |
| शूरः | पराक्रमी |
| पण्डितः | विद्वान |
श्लोकः – ५
१. मञ्जूषायाः आधारेण स्तम्भपूरणं कुरुत।
| संस्कृतम् | संस्कृतम् | मराठी अनुवाद |
|---|---|---|
| नरः | वित्तं वीक्षते | माणूस पैशाकडे पाहतो |
| नरः | सङ्कटं न वीक्षते | माणूस संकट पाहत नाही |
| मार्जारः | दुग्धं पश्यति | मांजर फक्त दूध पाहते |
| मार्जारः | लगुडाहतिं न पश्यति | मांजर काठीची मारहाण पाहत नाही |
२. नरस्य विशेषणं किम्?
संस्कृतम् – लोभाविष्टः
मराठी अनुवाद – लोभाने भारावलेला
३. समानार्थकशब्दान् लिखत।
| संस्कृतम् | मराठी अनुवाद |
|---|---|
| नरः | मनुष्य |
| वित्तम् | धन |
| वीक्षते | पाहतो |
| सद्गटम् | संकट |
| दुग्धम् | दूध |
| मार्जारः | मांजर |
| लगुडः | काठी |
| आहितः | मारलेला |
श्लोकः – ६
१. एकवाक्येन उत्तरत।
(i) श्लोके क्रियापदे के?
- संस्कृतम्: रोचते, परिवर्तते
- मराठी: आवडते, बदलते
(ii) अपारे काव्यसंसारे कः प्रजापतिः?
- संस्कृतम्: कविरेकः प्रजापतिः।
- मराठी: कवी हा काव्यसृष्टीचा निर्माता आहे।
श्लोकः – ७
१. विशेषणं लिखत। ……..फलानि ।
फलानि → अपक्कफलानि
२. सुभाषिते आ. प. क्रियापदं किम्?
संस्कृतम्: विन्दते, विनश्यतिमराठी: मिळतो, नष्ट होतो
३. सत्यं वा असत्यं लिखत।
| संस्कृत वाक्यम् | सत्यं/असत्यं | मराठी अनुवाद |
|---|---|---|
| अ) मनुजः अपक्रेभ्यः फलेभ्यः रसं विन्दते। | असत्यं | माणूस कच्च्या फळांपासून रस मिळवू शकत नाही। |
| आ) अपक्कफलानि चित्वा बीजस्य विनाशः भवति। | सत्यं | कच्ची फळे तोडल्याने बीज नष्ट होते। |
श्लोकः – ८
१. देवः कुत्र वर्तते?
- संस्कृतम्: भावे हि देवः वर्तते।
- मराठी: देव भक्तीभावात असतो।
२. देवः, काष्ठम्, पाषाणः इति शब्दानाम् अमरकोषपङ्क्तीः लिखत ।
अमरकोशातील समानार्थी शब्द:
- देवः – सुरः, अमरः, त्रिदशः, विभुः, आदित्यः, दैवतम्।
- काष्ठम् – दारुः, वृक्षखण्डम्, लकुडम्।
- पाषाणः – शिला, अश्मः, गिरीकणः, प्रस्तरः।
३. जालरेखाचित्रं पूरयत – सप्तम्यन्तपदानि
| संस्कृतम् | मराठी अनुवाद |
|---|---|
| न काष्ठे देवः वर्तते। | लाकडात देव नसतो। |
| न पाषाणे देवः वर्तते। | दगडात देव नसतो। |
| न मृण्मये देवः वर्तते। | मातीमध्ये देव नसतो। |

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