Important Question For All Chapters – हिन्दी Class 7
छोटे प्रश्न
1. संसार में बिना किसके कोई कार्य नहीं होता?
उत्तर: साहस के बिना।
2. कौन-कौन से महापुरुष अपने साहस के लिए जाने जाते हैं?
उत्तर: अर्जुन, भीम, भीष्म, और अभिमन्यु।
3. बुद्धन सिंह किस गाँव के जमींदार थे?
उत्तर: मारवाड़ के मौरूदा गाँव के।
4. सच्चे साहस के लिए कौन सा गुण सबसे महत्वपूर्ण है?
उत्तर: कर्तव्यपरायणता।
5. गणेशशंकर ‘विद्यार्थी’ का जन्म कब हुआ था?
उत्तर: 26 अक्टूबर 1890 को।
6. उच्च श्रेणी का साहस किससे प्रेरित होता है?
उत्तर: हृदय की पवित्रता और उदारता से।
7. मुहम्मद आदिल के दरबार में साहस दिखाने वाला युवक कौन था?
उत्तर: एक मुसलमान युवक।
8. बुद्धन सिंह ने जयपुर से किसके विरुद्ध लड़ाई की?
उत्तर: मराठों के विरुद्ध।
9. गणेशशंकर ‘विद्यार्थी’ का निधन कब हुआ?
उत्तर: 25 मार्च 1931 को।
10. सत्साहसी व्यक्ति किसे बचाने के लिए तैयार रहता है?
उत्तर: संकट में पड़े लोगों को।
11. सच्चे साहस में कौन से गुण शामिल होने चाहिए?
उत्तर: पवित्रता, उदारता, और कर्तव्यपरायणता।
12. बुद्धन सिंह ने मातृभूमि की रक्षा के लिए कहाँ से प्रस्थान किया?
उत्तर: जयपुर से।
13. सत्साहस दिखाने के लिए अवसर की आवश्यकता क्यों नहीं होती?
उत्तर: क्योंकि यह हर पल दिखाया जा सकता है।
14. तैमूर, बाबर, और शिवाजी को क्यों याद किया जाता है?
उत्तर: उनके अतुलनीय साहस के लिए।
15. सत्साहस का उद्देश्य क्या होना चाहिए?
उत्तर: दूसरों की भलाई और समाज की सेवा।
लंबे प्रश्न
1. साहस की श्रेणियाँ क्या होती हैं, और उनका क्या महत्व है?
उत्तर: साहस को विभिन्न श्रेणियों में बाँटा गया है, जैसे नीच श्रेणी का साहस, मध्यम श्रेणी का साहस, और उच्च श्रेणी का साहस। नीच श्रेणी का साहस स्वार्थी होता है, मध्यम श्रेणी का साहस वीरता दिखाता है, और उच्च श्रेणी का साहस कर्तव्यपरायणता और परोपकार पर आधारित होता है।
2. गणेशशंकर ‘विद्यार्थी’ के लेखन की विशेषताएँ क्या थीं?
उत्तर: गणेशशंकर ‘विद्यार्थी’ की भाषा सशक्त, ओजपूर्ण और गंभीर थी। उनके लेखों में वक्रता और प्रभावशीलता पाई जाती थी। उनकी शैली पाठकों को प्रेरित करती थी।
3. मुहम्मद आदिल के दरबार की घटना से क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर: घटना से यह शिक्षा मिलती है कि साहस केवल क्रोध और स्वार्थ के लिए नहीं होना चाहिए। सच्चे साहस में ज्ञान, पवित्रता, और कर्तव्य का समावेश होना चाहिए।
4. बुद्धन सिंह ने मातृभूमि के लिए क्या किया?
उत्तर: बुद्धन सिंह ने अपने निजी झगड़े भुलाकर मातृभूमि की रक्षा के लिए मराठों से युद्ध किया। उन्होंने अपने कुछ साथियों के साथ वीरता से लड़ाई लड़ी और देश के लिए समर्पण किया।
5. सत्साहस के लिए किन गुणों का होना आवश्यक है?
उत्तर: सत्साहस के लिए स्वार्थ-त्याग, कर्तव्यपरायणता, और परोपकारिता आवश्यक है। इसके बिना साहस केवल दिखावा हो सकता है।
6. दो राजपूतों ने अकबर के सामने क्या किया?
उत्तर: अकबर के सामने राजपूतों ने घोड़ों पर सवार होकर अपने-अपने बरछों से एक-दूसरे पर हमला किया। लड़ाई में दोनों ने प्राण दे दिए, लेकिन यह साहस ज्ञानहीनता का प्रतीक था।
7. कर्तव्यपरायणता का साहस समाज के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: कर्तव्यपरायणता का साहस समाज को एकजुट और सुरक्षित रखता है। यह केवल व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए नहीं होता, बल्कि दूसरों की भलाई के लिए प्रेरित करता है।
8. उच्च श्रेणी के साहस की प्रेरणा कहाँ से मिलती है?
उत्तर: यह हृदय की पवित्रता, उदारता, और चरित्र की दृढ़ता से मिलती है। यह गुण सच्चे परोपकारी कार्यों की ओर ले जाते हैं।
9. वीर राजपूत महिलाएँ बुद्धन सिंह की वीरता को कैसे याद करती हैं?
उत्तर: वे बुद्धन सिंह और उनके साथियों की वीरता के गीत गाकर उनकी याद ताजा करती हैं। उनकी वीरता पर बना स्तंभ आज भी प्रेरणा देता है।
10. सत्साहसी व्यक्ति संकट में क्या करता है?
उत्तर: सत्साहसी व्यक्ति संकट में दूसरों की मदद के लिए अपने प्राणों की परवाह नहीं करता। वह हर प्रकार के क्लेश सहकर स्वार्थरहित होकर कार्य करता है।
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