बिहार की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि बहुत समृद्ध और विविध है। इसका उल्लेख वैदिक साहित्य में मिलता है, और यहाँ की भूमि महाभारत, रामायण, और बौद्ध साहित्य में महत्वपूर्ण स्थान रखती है। बिहार ने कई महान शासकों, विद्वानों और धार्मिक नेताओं को जन्म दिया है।
प्राचीन नाम:
बिहार का कोई एक निश्चित प्राचीन नाम नहीं है। विभिन्न कालखंडों में, इस क्षेत्र को विभिन्न नामों से जाना जाता था, जिनमें शामिल हैं:
- मगध: यह प्राचीन भारत का एक शक्तिशाली राज्य था जिसका उल्लेख रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्यों में भी मिलता है। मगध का शासन बिहार के अधिकांश भाग पर था, और राजगीर इसकी राजधानी थी।
- अंग: यह एक प्राचीन गणराज्य था जो मगध के उत्तर में स्थित था। इसकी राजधानी चंपापुरी थी।
- वज्जी: यह एक प्राचीन गणराज्य था जो मगध के उत्तर-पूर्व में स्थित था। इसकी राजधानी वैशाली थी।
- मिथिला: यह एक प्राचीन क्षेत्र था जो उत्तर बिहार में स्थित था। यह अपनी समृद्ध संस्कृति और विद्या के लिए जाना जाता था। इसकी राजधानी जनकपुर थी।
ऐतिहासिक संदर्भ:
बिहार का इतिहास प्राचीन काल से शुरू होता है। सिंधु घाटी सभ्यता के अवशेष बिहार में पाए गए हैं।
- प्राचीन काल:-
- सिंधु घाटी सभ्यता (लगभग 3300-1300 ईसा पूर्व): पुरातात्विक साक्ष्य बताते हैं कि सिंधु घाटी सभ्यता का विस्तार बिहार तक था।
- मगध साम्राज्य (लगभग 600 ईसा पूर्व – 400 ईस्वी): मगध प्राचीन भारत का एक शक्तिशाली राज्य था जिसने अनेक महान सम्राटों को जन्म दिया, जिनमें बिंबसार, अजातशत्रु और सम्राट अशोक शामिल हैं। अशोक ने बौद्ध धर्म अपनाया और पूरे भारत में स्तंभ और शिलालेख स्थापित किए।
- नालंदा विश्वविद्यालय (लगभग 5वीं शताब्दी ईस्वी): नालंदा प्राचीन भारत का सबसे प्रसिद्ध विश्वविद्यालय था, जहाँ दुनिया भर से छात्र अध्ययन करने आते थे।
मध्यकालीन काल:-
- पाल वंश (लगभग 8वीं – 12वीं शताब्दी): पाल वंश ने बिहार पर शासन किया और नालंदा विश्वविद्यालय का पुनरुत्थान किया।
- सेन वंश (लगभग 10वीं – 12वीं शताब्दी): सेन वंश ने बिहार और बंगाल के कुछ हिस्सों पर शासन किया।
- मुस्लिम शासन (12वीं – 16वीं शताब्दी): 12वीं शताब्दी में, बख्तियार खिलजी ने बिहार पर विजय प्राप्त कर इसे दिल्ली सल्तनत का हिस्सा बना दिया।
आधुनिक काल:-
- मुगल साम्राज्य (16वीं – 18वीं शताब्दी): मुगल साम्राज्य ने बिहार पर शासन किया और कई स्मारकों का निर्माण किया, जिनमें पटना का किला शामिल है।
- ब्रिटिश शासन (18वीं – 20वीं शताब्दी): 18वीं शताब्दी में, बिहार ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के शासन में आ गया।
- भारत का स्वतंत्रता संग्राम: बिहार भारत के स्वतंत्रता संग्राम में सक्रिय रूप से शामिल रहा। कई स्वतंत्रता सेनानियों, जैसे कि श्रीकृष्ण सिंह और जयप्रकाश नारायण, बिहार से आए थे।
स्वतंत्रता के बाद:
- 1947 में भारत की स्वतंत्रता के बाद, बिहार भारत का एक राज्य बन गया।
- बिहार ने कई सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक परिवर्तन देखे हैं।
- आज, बिहार विकासशील राज्य है, जो अपनी समृद्ध संस्कृति, विरासत और संभावनाओं के लिए जाना जाता है।
महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थल:
1. बोधगया:-
- महाबोधि मंदिर: यह स्थान वह है जहाँ गौतम बुद्ध ने ज्ञान प्राप्त किया था। महाबोधि मंदिर और बोधि वृक्ष बौद्ध धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक हैं।
- महाबोधि स्तूप: एक विशाल स्तूप, जो भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति की याद में बनाया गया था।
2. नालंदा:-
- नालंदा विश्वविद्यालय: प्राचीन भारत का एक प्रमुख शिक्षा केंद्र, जहाँ दुनियाभर के छात्र बौद्ध धर्म, तंत्रज्ञान, चिकित्सा और अन्य विषयों का अध्ययन करते थे। इसका पुनर्निर्माण भी किया जा रहा है।
- सरिपुत्त स्तूप: बुद्ध के प्रमुख शिष्य सरिपुत्त की समाधि।
3. राजगीर:-
- ग्रिधकूट पर्वत: यह वह स्थान है जहाँ भगवान बुद्ध ने कई महत्वपूर्ण उपदेश दिए थे।
- वेणुवन विहार: पहला मठ जो भगवान बुद्ध के लिए बनाया गया था।
- सप्तपर्णी गुफाएँ: जहाँ पहली बौद्ध संगीति (संग्रह) आयोजित की गई थी।
4. पाटलिपुत्र (पटना):-
- कुम्हरार: प्राचीन पाटलिपुत्र की खुदाई साइट, जहाँ मौर्य और गुप्त काल के अवशेष मिले हैं।
- पटना म्यूजियम: यहाँ बिहार की पुरानी धरोहर, मूर्तियाँ, पेंटिंग्स और अन्य ऐतिहासिक वस्तुएँ प्रदर्शित हैं।
- गोलघर: ब्रिटिश शासनकाल में अनाज भंडारण के लिए बनाया गया गोलाकार भवन।
5. वैशाली:-
- अशोक स्तंभ: मौर्य सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया एक स्तंभ, जो बौद्ध धर्म का प्रतीक है।
- कुतागरशाला विहार: यह स्थान भगवान बुद्ध के प्रवचनों का स्थल है।
- विशाल महावीर स्तूप: भगवान महावीर का प्रमुख धार्मिक स्थल।
6. वैद्यनाथ धाम (देवघर):-
- वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग: हिंदू धर्म के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक, जो भगवान शिव को समर्पित है।
7. किशनगंज:-
- जलालगढ़ किला: यह किला मुस्लिम शासकों के समय का है और ऐतिहासिक महत्व रखता है।
8. मुंगेर:-
- मुंगेर किला: यह किला मुस्लिम और ब्रिटिश शासन के समय का है। इसमें कासीविस्वनाथ मंदिर और नौलखा मंदिर प्रमुख हैं।
9. भागलपुर:-
- विक्रमशिला विश्वविद्यालय: प्राचीन भारत का एक प्रमुख बौद्ध शिक्षा केंद्र, जो नालंदा विश्वविद्यालय के समकालीन था।
10. रोहतास:-
- रोहतासगढ़ किला: यह किला रोहतास जिले में स्थित है और मध्यकालीन भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण स्थल है।
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