Main Menu
  • School
    • Close
    • CBSE English Medium
    • CBSE Hindi Medium
    • UP Board
    • Bihar Board
    • Maharashtra Board
    • MP Board
    • Close
  • English
    • Close
    • English Grammar for School
    • Basic English Grammar
    • Basic English Speaking
    • English Vocabulary
    • English Idioms & Phrases
    • Personality Enhancement
    • Interview Skills
    • Close
  • Sarkari Exam Prep
    • Close
    • All Govt Exams Preparation
    • MCQs for Competitive Exams
    • Notes For Competitive Exams
    • NCERT Syllabus for Competitive Exam
    • Close
  • Study Abroad
    • Close
    • Study in Australia
    • Study in Canada
    • Study in UK
    • Study in Germany
    • Study in USA
    • Close
भूगोल कक्षा 10 बिहार बोर्ड || Menu
  • MCQ Bhugol Class 10 Bihar Board
  • Solutions Bhugol Class 10 Bihar Board
  • Book Bhugol Class 10 Bihar Board
  • Notes Bhugol Class 10 Bihar Board
  • Important Questions Bhugol Class 10 Bihar Board
  • Previous Year Paper Samajik Vigyan Class 10 Bihar Board
  • Sample /Model Samajik Vigyan Class 10 Bihar Board
  • Bhugol Class 10

भूगोल Important Questions Chapter 2 कृषि Class 10 Bhugol Bihar Board बिहार बोर्ड

Advertisement

Important Questions For All Chapters – भूगोल Class 10

Short Questions (with Answers)


1. भारत को कृषि संपन्न राष्ट्र क्यों कहा जाता है?

उत्तर: भारत में उपजाऊ मिट्टी, पर्याप्त वर्षा, और विविध जलवायु के कारण इसे कृषि संपन्न राष्ट्र कहा जाता है।

2. शुष्क कृषि किसे कहते हैं?

उत्तर: जहाँ सिंचाई सुविधाएँ न हों और फसल वर्षा पर निर्भर हो, उसे शुष्क कृषि कहते हैं।

3. भारत में मौनसून का कृषि पर क्या प्रभाव है?

उत्तर: मौनसून वर्षा कृषि के लिए मुख्य जल स्रोत है और इसकी अनियमितता फसल उत्पादन को प्रभावित करती है।

4. रबी की फसलें कौन-कौन सी हैं?

उत्तर: गेहूँ, जौ, चना, मटर, मसूर और सरसों।

5. खरीफ फसलें कौन-कौन सी हैं?

उत्तर: धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, मूँग और उरद।

6. शस्य गहनता का अर्थ क्या है?

उत्तर: एक ही भूमि पर एक वर्ष में एक से अधिक फसलों का उत्पादन करना।

7. हरित क्रांति का मुख्य उद्देश्य क्या था?

उत्तर: खाद्यान्न उत्पादन में वृद्धि और आत्मनिर्भरता।

8. भारत की प्रमुख नकदी फसलें कौन-कौन सी हैं?

उत्तर: गन्ना, कपास, जूट और चाय।

9. चावल की खेती के लिए कौन-सी मिट्टी उपयुक्त है?

उत्तर: जलोढ़ मिट्टी।

10. भारत का सबसे बड़ा चावल उत्पादक राज्य कौन-सा है?

उत्तर: पश्चिम बंगाल।

11. जूट की खेती किन क्षेत्रों में होती है?

उत्तर: गंगा-ब्रह्मपुत्र के डेल्टा क्षेत्र।

12. भारत में कृषि के लिए कौन-सी जलवायु आवश्यक है?

उत्तर: उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय।

13. मोटे अनाजों के उदाहरण दें।

उत्तर: ज्वार, बाजरा, रागी।

14. कपास की खेती के लिए उपयुक्त मिट्टी कौन-सी है?

उत्तर: काली मिट्टी।

15. भारत का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य कौन-सा है?

उत्तर: उत्तर प्रदेश।

16. रेशेदार फसलें कौन-कौन सी हैं?

उत्तर: कपास, जूट, सन।

17. झूम खेती क्या है?

उत्तर: जंगल काटकर और जलाकर खेती करना।

18. भारत में कृषि योग्य भूमि कितने प्रकार की होती है?

उत्तर: शुद्ध बोया गया क्षेत्र, चालू परती भूमि, अन्य परती, और कृषि योग्य व्यर्थ भूमि।

19. चाय के लिए कौन-सा क्षेत्र प्रसिद्ध है?

उत्तर: असम और दार्जिलिंग।

20. हरित क्रांति में कौन-सी फसल पर ध्यान केंद्रित किया गया?

उत्तर: गेहूँ।

21. गन्ना की खेती के लिए आवश्यक जलवायु क्या है?

उत्तर: उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय।

22. भारत में कितने प्रकार की फसलें होती हैं?

उत्तर: खरीफ, रबी और जायद।

23. प्रारंभिक जीविका कृषि क्या है?

उत्तर: परंपरागत तरीके से की जाने वाली खेती।

24. भारतीय कृषि का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर: भोजन प्रदान करना और उद्योगों के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराना।

25. भारत की जलवायु कृषि को कैसे प्रभावित करती है?

उत्तर: वर्षा, तापमान और मिट्टी कृषि के प्रकार और फसल उत्पादन को निर्धारित करते हैं।

26. कृषि योग्य भूमि का सामाजिक महत्व क्या है?

उत्तर: यह सामाजिक प्रतिष्ठा और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है।

27. जायद फसलें कौन-सी हैं?

उत्तर: तरबूज, खरबूज, ककड़ी, धान।

28. भारत में मुख्य रूप से कौन-सी खाद्यान्न फसलें उगाई जाती हैं?

उत्तर: चावल और गेहूँ।

29. भारत में शुष्क भूमि कृषि का मुख्य उत्पाद कौन है?

उत्तर: बाजरा और ज्वार।

30. सिंचाई के बिना कृषि को क्या कहते हैं?

उत्तर: वर्षा पोषित कृषि।


Medium Questions (with Answers)


1. शुष्क कृषि की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?

उत्तर:
शुष्क कृषि उन क्षेत्रों में की जाती है जहाँ वर्षा 75 सें.मी. से कम होती है। इसमें मिट्टी में नमी बनाए रखने के लिए वर्षा जल को संरक्षित किया जाता है। यहाँ की मिट्टी में ह्यूमस की मात्रा कम होती है और अपरदन अधिक होता है। ऐसे क्षेत्रों में कम अवधि की फसलें और सूखा सहन करने वाले पौधे उगाए जाते हैं।

2. भारत में कृषि के तीन मुख्य प्रकार कौन-कौन से हैं?

उत्तर:

प्रारंभिक जीविका कृषि: परंपरागत तरीके से छोटी जोतों पर खेती।

गहन जीविका कृषि: अधिक श्रम और परंपरागत ज्ञान का उपयोग।

व्यापारिक कृषि: बाजार के लिए बड़े पैमाने पर उत्पादन, जैसे कपास और गन्ना।

3. भारत में चावल की खेती के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ क्या हैं?

उत्तर:
चावल की खेती के लिए 24°C-27°C तापमान और 150-200 सें.मी. वर्षा उपयुक्त होती है। जलोढ़ मिट्टी चावल उगाने के लिए आदर्श मानी जाती है। यह फसल मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल और बिहार जैसे क्षेत्रों में उगाई जाती है।

4. भारत में कृषि क्यों महत्वपूर्ण है?

उत्तर:
कृषि भारत की आर्थिक रीढ़ है, क्योंकि यह लगभग दो-तिहाई जनसंख्या को रोजगार देती है। यह खाद्यान्न उत्पादन, कच्चा माल, और राष्ट्रीय आय का एक प्रमुख स्रोत है। कृषि आधारित उद्योग जैसे सूती वस्त्र, गन्ना, और जूट उद्योग इसके सहारे चलते हैं। भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था कृषि पर अत्यधिक निर्भर है।

मौनसून का कृषि में क्या योगदान है?

उत्तर:
मौनसूनी वर्षा भारत की अधिकांश खेती के लिए जल का मुख्य स्रोत है। वर्षा के आधार पर खरीफ फसल उगाई जाती हैं। असमान और अनियमित वर्षा के कारण कृषि उत्पादकता प्रभावित होती है। सिंचाई की सीमित उपलब्धता के चलते वर्षाधीन कृषि महत्वपूर्ण है।

खरीफ और रबी फसलों में अंतर बताएं।

उत्तर:
खरीफ फसलें जून-जुलाई में बोई जाती हैं और सितंबर-अक्टूबर में काटी जाती हैं, जैसे धान। रबी फसलें अक्टूबर-नवंबर में बोई जाती हैं और अप्रैल में काटी जाती हैं, जैसे गेहूं। दोनों के लिए भिन्न-भिन्न जलवायु और मिट्टी की आवश्यकता होती है।

शस्य गहनता क्या है?

उत्तर:
शस्य गहनता का मतलब है एक ही भूमि पर अधिक बार फसलों को उगाकर उत्पादन बढ़ाना। जैसे एक वर्ष में तीन बार धान, गेहूं, और मूंग की फसल लेना। इसे सिंचाई, उर्वरक, और उन्नत बीजों द्वारा बढ़ाया जा सकता है।

झूम कृषि क्या है?

उत्तर:
झूम कृषि एक पारंपरिक खेती प्रणाली है, जिसमें जंगल साफ कर खेती की जाती है। इसका प्रचलन उत्तर-पूर्वी राज्यों में है। यह प्राचीन पद्धति है, परंतु इसमें भूमि की उर्वरता तेजी से घटती है।

भारत में मुख्य खाद्यान्न फसलें कौन सी हैं?

उत्तर:
मुख्य खाद्यान्न फसलें चावल, गेहूं, और मोटे अनाज हैं। चावल अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में और गेहूं कम वर्षा वाले क्षेत्रों में उगाया जाता है। मोटे अनाज शुष्क क्षेत्रों में उगाए जाते हैं।

हरित क्रांति क्या है?

उत्तर:
हरित क्रांति कृषि उत्पादन बढ़ाने का एक प्रयास था। इसमें उन्नत बीज, सिंचाई, और रासायनिक खाद का उपयोग किया गया। इसका सबसे अधिक प्रभाव गेहूं उत्पादन पर पड़ा।

भारत में मक्का उत्पादन के प्रमुख राज्य कौन से हैं?

उत्तर:
मक्का का उत्पादन मुख्य रूप से कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, और बिहार में होता है। यह एक खरीफ फसल है, जो जलोढ़ मिट्टी और सिंचाई के सहारे उगाई जाती है।

भारत में चाय उत्पादन के प्रमुख क्षेत्र कौन से हैं?

उत्तर:
भारत में चाय का उत्पादन असम, पश्चिम बंगाल, और तमिलनाडु में प्रमुखता से होता है। दार्जिलिंग और नीलगिरि की पहाड़ियाँ चाय उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं।

भारत में गन्ना उत्पादन का वितरण कैसे है?

उत्तर:
गन्ना मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, और तमिलनाडु में उगाया जाता है। यह एक नकदी फसल है, जिसका उपयोग चीनी और गुड़ बनाने में होता है।

शुष्क भूमि कृषि की विशेषताएँ बताएं।

उत्तर:
शुष्क भूमि कृषि 75 सेमी से कम वर्षा वाले क्षेत्रों में होती है। इसमें जल संरक्षण, कम उपजाऊ मिट्टी, और फसल विविधता का अभाव रहता है।

भारत में जलवायु का कृषि पर क्या प्रभाव है?

उत्तर:
उष्णकटिबंधीय जलवायु में फसलें विविध प्रकार की होती हैं। वर्षा वितरण असमान होने से कृषि का प्रकार और उत्पादकता प्रभावित होती है।

भारत की मुख्य तिलहन फसलें कौन सी हैं?

उत्तर:
सरसों, मूँगफली, और सूरजमुखी भारत की मुख्य तिलहन फसलें हैं। इनसे खाद्य तेल और औद्योगिक उत्पाद बनते हैं।

भारत में पशुपालन का क्या महत्व है?

उत्तर:
पशुपालन छोटे किसानों की आय का प्रमुख स्रोत है। यह दुग्ध उत्पादन, खाद, और मांस उद्योग में सहायक है।

भारत में कृषि उत्पादकता में कमी के कारण क्या हैं?

उत्तर:
जनसंख्या दबाव, सीमित सिंचाई, कम पूंजी निवेश, और भूमि का विखंडन मुख्य कारण हैं। आधुनिक तकनीक का सीमित उपयोग भी एक बाधा है।


Long Questions (with Answers)


1. हरित क्रांति का क्या प्रभाव पड़ा और इसके परिणाम क्या थे?

उत्तर:
हरित क्रांति ने उन्नत बीज, सिंचाई और रासायनिक खाद के उपयोग से भारत में खाद्यान्न उत्पादन बढ़ाया। इससे गेहूँ और धान की उपज में अभूतपूर्व वृद्धि हुई और भारत खाद्यान्न में आत्मनिर्भर बन गया। हालांकि, हरित क्रांति ने पर्यावरणीय समस्याएँ जैसे मृदा अपरदन, जलस्रोतों का अत्यधिक दोहन और रासायनिक प्रदूषण को जन्म दिया। यह क्रांति मुख्य रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में केंद्रित रही। छोटे और सीमांत किसान इससे उतना लाभ नहीं उठा सके।

2. शस्य गहनता का भारत की कृषि में क्या महत्व है?

उत्तर:
शस्य गहनता का उद्देश्य एक ही भूमि पर एक वर्ष में एक से अधिक फसलें उगाना है। यह कृषि उत्पादन और किसानों की आय बढ़ाने में सहायक है। भारत में भूमि सीमित होने के कारण शस्य गहनता कृषि वृद्धि का मुख्य साधन है। पंजाब और हरियाणा में शस्य गहनता उच्च स्तर पर है। उन्नत बीज, सिंचाई, और रासायनिक खाद का उपयोग इसे बढ़ाने में मदद करता है।

3. भारत में कृषि का महत्व क्या है?

उत्तर:
भारत में कृषि अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, क्योंकि यह लगभग 53% जनसंख्या को रोजगार प्रदान करती है। यह खाद्यान्न, कच्चा माल, और राष्ट्रीय आय का प्रमुख स्रोत है। कृषि से देश के उद्योग, जैसे कपास, जूट, और चीनी, कच्चा माल प्राप्त करते हैं। कृषि आधारित निर्यात देश को विदेशी मुद्रा दिलाने में सहायक है। इसके अलावा, यह ग्रामीण विकास और क्षेत्रीय संतुलन के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। कृषि की समृद्धि से देश की आर्थिक स्थिति और समाज का विकास सुनिश्चित होता है।

4. हरित क्रांति के क्या प्रभाव हुए?

उत्तर:
हरित क्रांति ने भारत में कृषि उत्पादन, विशेषकर गेहूं और चावल, को बढ़ाने में क्रांतिकारी बदलाव लाए। इसका सबसे अधिक प्रभाव पंजाब, हरियाणा, और उत्तर प्रदेश पर पड़ा। उन्नत बीज, सिंचाई, रासायनिक खाद, और कीटनाशकों का उपयोग इसमें मुख्य भूमिका निभाता है। हालांकि, यह सीमित क्षेत्रों में केंद्रित रही और गरीब किसानों को लाभ नहीं पहुंचा सकी। इससे पर्यावरणीय समस्याएँ, जैसे मिट्टी का निम्नीकरण और जल संसाधनों का अत्यधिक दोहन, भी बढ़ा। हरित क्रांति ने खाद्यान्न सुरक्षा तो सुनिश्चित की, लेकिन क्षेत्रीय असमानताओं को भी जन्म दिया।

5. भारत में खरीफ और रबी फसलों के उदाहरण और उनकी विशेषताएँ बताइए।

उत्तर:
खरीफ फसलें जून-जुलाई में बोई जाती हैं और सितंबर-अक्टूबर में काटी जाती हैं, जैसे धान, ज्वार, और कपास। इन्हें मौनसूनी वर्षा की आवश्यकता होती है और ये मुख्यतः अधिक तापमान और नमी वाले मौसम में उगाई जाती हैं। रबी फसलें अक्टूबर-नवंबर में बोई जाती हैं और अप्रैल में काटी जाती हैं, जैसे गेहूं, चना, और सरसों। इनके लिए ठंडी जलवायु और कम नमी की आवश्यकता होती है। खरीफ और रबी फसलें भारत की कृषि विविधता को दर्शाती हैं। दोनों प्रकार की फसलों की उत्पादकता जलवायु और सिंचाई पर निर्भर करती है।

6. शस्य गहनता (Crop Intensity) क्या है और इसे कैसे बढ़ाया जा सकता है?

उत्तर:
शस्य गहनता का अर्थ है एक ही भूमि पर अधिक बार फसल उगाकर कुल उत्पादन बढ़ाना। इसे सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, उन्नत बीजों का उपयोग, और आधुनिक कृषि तकनीकों से बढ़ाया जा सकता है। पंजाब में शस्य गहनता उच्च है क्योंकि वहां निवेश और तकनीकी संसाधन अधिक उपलब्ध हैं। शस्य गहनता भूमि की उत्पादकता बढ़ाने और बढ़ती जनसंख्या की खाद्य आवश्यकताओं को पूरा करने का समाधान है। इस दृष्टि से बिहार और अन्य राज्यों में सिंचाई और कृषि यंत्रीकरण की आवश्यकता है। निवेश और संसाधनों का सही उपयोग इसे और अधिक प्रभावी बना सकता है।

7. भारत में जूट उत्पादन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ क्या हैं?

उत्तर:
जूट के लिए गर्म और आर्द्र जलवायु, 25-35°C तापमान, और 150-250 सेमी वर्षा की आवश्यकता होती है। यह बाढ़ के मैदानों में पाई जाने वाली चीकायुक्त मिट्टी में अच्छी तरह उगता है। जूट उत्पादन के लिए गंगा-ब्रह्मपुत्र का निचला मैदान और डेल्टा क्षेत्र उपयुक्त हैं। पश्चिम बंगाल, बिहार, और असम जूट के मुख्य उत्पादक राज्य हैं। इसे बाढ़ के दौरान जमा हुई उपजाऊ मिट्टी में उगाया जाता है। जूट का उपयोग रस्सी, चटाई, और बैग बनाने में होता है और यह निर्यात के लिए भी महत्वपूर्ण है।

8. भारत में गन्ना उत्पादन उत्तर और दक्षिण भारत में कैसे भिन्न है?

उत्तर:
उत्तर भारत में गन्ने का रस अधिक मीठा होता है, लेकिन दक्षिण भारत में उपज अधिक होती है। दक्षिण भारत की जलवायु, जैसे अधिक तापमान और सिंचाई की बेहतर सुविधा, गन्ना उत्पादन के लिए अनुकूल है। महाराष्ट्र, तमिलनाडु, और कर्नाटक इसके प्रमुख उत्पादक राज्य हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार, और हरियाणा जैसे राज्यों में गन्ने का उपयोग चीनी और गुड़ बनाने में किया जाता है। दक्षिण भारत में अधिक उत्पादन होने के बावजूद, गन्ना उद्योग उत्तर भारत में अधिक केंद्रित है।

9. भारत में चाय उत्पादन के लिए अनुकूल परिस्थितियाँ क्या हैं?

उत्तर:
चाय के लिए उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु, 20-30°C तापमान, और 150-200 सेमी वार्षिक वर्षा उपयुक्त होती है। यह ढालू भूमि पर उगाई जाती है ताकि पानी का ठहराव न हो। असम, दार्जिलिंग, और नीलगिरि पहाड़ियाँ चाय उत्पादन के लिए प्रसिद्ध हैं। चाय की पत्तियों को ताजगी बनाए रखने के लिए नियमित वर्षा और आर्द्रता जरूरी है। यह मुख्य रूप से असम, पश्चिम बंगाल, और तमिलनाडु में उगाई जाती है। चाय उद्योग भारत के लिए विदेशी मुद्रा का एक प्रमुख स्रोत है।

10. भारत में कृषि पर जलवायु का क्या प्रभाव है?

उत्तर:
भारतीय कृषि मुख्य रूप से मानसूनी जलवायु पर निर्भर करती है। मानसून के समय पर आने और वर्षा की मात्रा पर फसल उत्पादन निर्भर करता है। अत्यधिक वर्षा से बाढ़ और कम वर्षा से सूखे की स्थिति बन सकती है, जिससे कृषि उत्पादकता प्रभावित होती है। उष्णकटिबंधीय जलवायु के कारण भारत में फसलों की विविधता पाई जाती है। चावल, गेहूं, और मोटे अनाज जैसी फसलों की खेती जलवायु के आधार पर होती है। जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के कारण फसल चक्र और उत्पादकता में परिवर्तन देखा जा रहा है।

11. भारत में कृषि उत्पादकता में कमी के कारण क्या हैं?

उत्तर:
कृषि उत्पादकता में कमी के कारणों में मानसूनी वर्षा पर अत्यधिक निर्भरता, सिंचाई की कमी, और आधुनिक तकनीक का अभाव प्रमुख हैं। भूमि का विखंडन और सीमांत किसानों की बढ़ती संख्या भी समस्या है। उर्वरकों और उन्नत बीजों का सीमित उपयोग उत्पादकता को प्रभावित करता है। किसानों को उचित बाजार और समर्थन मूल्य नहीं मिलने से भी कृषि पिछड़ रही है। प्राकृतिक आपदाओं और जलवायु परिवर्तन ने समस्या को और गंभीर बना दिया है।

12. भारत में कृषि के आधुनिकीकरण के उपाय क्या हैं?

उत्तर:
कृषि के आधुनिकीकरण के लिए सिंचाई सुविधाओं का विस्तार, उन्नत बीजों का उपयोग, और यंत्रीकरण आवश्यक है। जैव प्रौद्योगिकी और फसल चक्र अपनाने से उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है। किसानों को उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकारी समर्थन और बेहतर विपणन प्रणाली जरूरी है। कृषि शिक्षा और अनुसंधान पर जोर देकर नई तकनीकों को बढ़ावा देना चाहिए। ग्रामीण इलाकों में बुनियादी ढांचे का विकास, जैसे सड़कों और बिजली, आवश्यक है। किसानों को सस्ते ऋण और बीमा योजनाओं से जोड़ने की भी आवश्यकता है।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

CBSE Delhi Question Answer of Chapters in PDF

Free Sample Papers and Previous Years' Question Papers for CBSE Exams from the Official CBSE Academic Website (CBSE.nic.in) in Delhi, Rajasthan, Uttar Pradesh and Bihar

Download CBSE / NCERT Book, Notes & MCQ Online Test / Mock Test

Online Quiz with Answers for Objective Questions in Hindi and English

Patna Bihar Board कक्षा के सभी अध्याय के प्रश्न उत्तर एव नोट्स Download in Hindi PDF

सभी Kaksha की Kitab के अध्याय की Abhyas Pustika के Prashn Uttar, Objective Question or Question Answer in Hindi Medium - Patna Bihar Board Secondary Online Examination

सभी कक्षा के अध्याय के प्रश्न उत्तर in Hindi PDF Download

सभी Kaksha के Paath के Prashn Uttar, Objective Question, सैंपल पेपर, नोट्स और प्रश्न पत्र Download Free in PDF for Hindi Medium

Advertisement

Maharashtra Board Marathi & English Medium

Just Launched! Access Maharashtra Board Exam MCQs, Previous Year Papers, Textbooks, Solutions, Notes, Important Questions, and Summaries—available in both Marathi and English mediums—all in one place Maharashtra Board

Android APP

सरकारी Exam Preparation

Sarkari Exam Preparation Youtube

CBSE – दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान & हरियाणा Board हिंदी माध्यम

कक्षा 6 to 8 हिंदी माध्यम
कक्षा 9 & 10 हिंदी माध्यम
कक्षा 11 हिंदी माध्यम

State Board

यूपी बोर्ड 6,7 & 8
बिहार बोर्ड हिंदी माध्यम

CBSE Board

Mathematics Class 6
Science Class 6
Social Science Class 6
हिन्दी Class 6
सामाजिक विज्ञान कक्षा 6
विज्ञान कक्षा 6

Mathematics Class 7
Science Class 7
SST Class 7
सामाजिक विज्ञान कक्षा 7
हिन्दी Class 7

Mathematics Class 8
Science Class 8
Social Science Class 8
हिन्दी Class 8

Mathematics Class 9
Science Class 9
English Class 9

Mathematics Class 10
SST Class 10
English Class 10

Mathematics Class XI
Chemistry Class XI
Accountancy Class 11

Accountancy Class 12
Mathematics Class 12

Learn English
English Through हिन्दी
Job Interview Skills
English Grammar
हिंदी व्याकरण - Vyakaran
Microsoft Word
Microsoft PowerPoint
Adobe PhotoShop
Adobe Illustrator
Learn German
Learn French
IIT JEE

Study Abroad

Study in Australia: Australia is known for its vibrant student life and world-class education in fields like engineering, business, health sciences, and arts. Major student hubs include Sydney, Melbourne, and Brisbane. Top universities: University of Sydney, University of Melbourne, ANU, UNSW.

Study in Canada: Canada offers affordable education, a multicultural environment, and work opportunities for international students. Top universities: University of Toronto, UBC, McGill, University of Alberta.

Study in the UK: The UK boasts prestigious universities and a wide range of courses. Students benefit from rich cultural experiences and a strong alumni network. Top universities: Oxford, Cambridge, Imperial College, LSE.

Study in Germany: Germany offers high-quality education, especially in engineering and technology, with many low-cost or tuition-free programs. Top universities: LMU Munich, TUM, University of Heidelberg.

Study in the USA: The USA has a diverse educational system with many research opportunities and career advancement options. Top universities: Harvard, MIT, Stanford, UC Berkeley.

Privacy Policies, Terms and Conditions, About Us, Contact Us
Copyright © 2025 eVidyarthi and its licensors. All Rights Reserved.