Solutions For All Chapters – संस्कृत Class 9
1. एकपदेन संस्कृतभाषया उत्तरं लिखत।
(एक शब्द में संस्कृत भाषा में उत्तर लिखें।)
(क) आतपे तिष्ठन्तौ तौ कया पीडितौ अभवताम्? (वे दोनों धूप में खड़े होकर किससे पीड़ित हुए?)
उत्तरम्: पिपासया। (प्यास से)
(ख) धनञ्जयः आपणात् किं क्रीतवान्? (धनंजय ने बाजार से क्या खरीदा?)
उत्तरम्: जलम्। (पानी)
(ग) विवेकः धनञ्जयस्य किं कार्यं निन्दति? (विवेक धनंजय के किस कार्य की निंदा करता है?)
उत्तरम्: जलकूप्यां क्षेपणम्। (पानी की बोतल फेंकना)
(घ) बालकः विवेकं कान् जनान् तर्जयितुं निवेदयति? (बालक विवेक से किन लोगों को पकड़वाने की बात कहता है?)
उत्तरम्: देशद्रोहिणः। (देशद्रोही)
(ङ) प्राचार्यः किम् सूचितवान्? (प्राचार्य ने किसे सूचित किया?)
उत्तरम्: आरक्षिस्थानम्। (पुलिस स्टेशन)
2. पूर्णवाक्येन उत्तरं प्रदत्त।
(पूर्ण वाक्य में उत्तर प्रदान करें।)
(क) तं बालकं तथा कुर्वन्तं वीक्ष्य विवेकः स्वनेत्रे रक्ते कुर्वन् किमुक्तवान्? (उस बालक को ऐसा करते देखकर विवेक ने आँखें लाल करते हुए क्या कहा?)
उत्तरम्: “अरे दुष्ट! कस्त्वम्! एतत् समाजविरोधि कार्यं कथं करोषि?” (“अरे दुष्ट! तू कौन है? यह समाजविरोधी कार्य कैसे कर रहा है?”)
(ख) यायावरः बालकः कयोः मतेन प्रभावितः भूत्वा किं किं कृत्वा प्रस्थितः? (यायावर बालक किसके मत से प्रभावित होकर क्या करके चला गया?)
उत्तरम्: विवेकस्य धनञ्जयस्य मतेन प्रभावितः भूत्वा पठितुं प्रतिज्ञाय स्वसङ्केतं प्रदाय प्रस्थितः। (विवेक और धनंजय के विचार से प्रभावित होकर पढ़ाई करने की प्रतिज्ञा करके और अपना पता देकर चला गया।)
(ग) आरक्षिनिरीक्षकः कान् सूचयित्वा केषां च निर्देशं प्राप्य कान् कारागारं प्रेषितवान्? (आरक्षी निरीक्षक ने किन्हें सूचित करके, किसके निर्देश पाकर किसे जेल भेजा?)
उत्तरम्: उच्चाधिकारिणः सूचयित्वा तेषां निर्देशं प्राप्य देशद्रोहिणः कारागारं प्रेषितवान्। (उच्च अधिकारियों को सूचित करके और उनके निर्देश प्राप्त करके देशद्रोहियों को जेल भेजा।)
(घ) मुख्यमंत्री केन कारणेन आनन्दम् अनुभवति? (मुख्यमंत्री किस कारण से आनंद अनुभव करता है?)
उत्तरम्: छात्राणां राष्ट्रबोधेन आनन्दम् अनुभवति। (छात्रों की राष्ट्रभक्ति से आनंद का अनुभव करता है।)
(ङ) सर्वासां समस्यानां निवारणं कथं सम्भाव्यते? (सभी समस्याओं का निवारण किससे संभव है?)
उत्तरम्: राष्ट्रबोधेन सम्भाव्यते। (राष्ट्रबोध से।)
3. उदाहरणानुसारं कोष्ठके लिखितं शुद्धमेकं पदं स्वीकृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत।
(उदाहरण के अनुसार कोष्ठक में लिखे गए शुद्ध एक पद को स्वीकार करके प्रश्न निर्माण करें।)
(क) धनञ्जयः तां कूपीम् उत्थाप्य पार्श्वे क्षिप्तवान्। (धनंजय ने बोतल उठाकर एक ओर फेंक दिया।)
प्रश्न: धनञ्जयः कूपीम् कुत्र क्षिप्तवान्?
हिन्दी अनुवाद: धनंजय ने बोतल कहां फेंकी?
(ख) यायावरः वस्तुसंग्राहकः मलिनवस्त्रः बालकः तत्र आगतः। (वहां एक वस्तु संग्रह करने वाला, गंदे कपड़ों वाला बालक यात्री आया।)
प्रश्न: यायावरः कः आगतः?
हिन्दी अनुवाद: वहां कौन यात्री आया?
(ग) तिष्ठ! त्वामहम् आरक्षिणे समर्पयामि। (विवेक ने तुम्हें पुलिस को सौंपने की बात कही।)
प्रश्न: विवेकः कस्मै समर्पयामि इति उक्तवान्?
हिन्दी अनुवाद: विवेक ने किसे सौंपने की बात कही?
(घ) आरक्षिप्रशासनम् अभियानस्य प्रेरकौ पुरस्कृतौ अकरोत्। (पुलिस प्रशासन ने अभियान के प्रेरकों को सम्मानित किया।)
प्रश्न: आरक्षिप्रशासनम् के पुरस्कृतौ अकरोत्?
हिन्दी अनुवाद: पुलिस प्रशासन ने किसे सम्मानित किया?
(ङ) अहं कूपीं चित्वा अल्पधनं प्राप्य यथा तथा उदरज्वालां शमयामि। (लड़के ने बोतल इकट्ठा करके थोड़ा धन पाकर पेट की आग बुझाने की बात कही।)
प्रश्न: बालकः कूपीं चित्वा किम् प्राप्य उदरज्वालां शमयामि इति उक्तवान्?
हिन्दी अनुवाद: लड़के ने बोतल इकट्ठा करके क्या पाकर पेट की आग बुझाने की बात कही?
4. रेखाङ्कितपदानां स्थाने उदाहरणानुसारं विलोमपदानि योजयित्वा वाक्यानि रचयत।
(रेखांकित पदों के स्थान पर उदाहरण के अनुसार विलोम शब्दों का प्रयोग करके वाक्य बनाइए।)
(अ) प्रश्न: अधमाः जनाः समाजविरोधि कार्यं कुर्वन्ति।
उत्तरम्: उत्तमाः जनाः समाजहितं कार्यं कुर्वन्ति।
हिन्दी अनुवाद: अच्छे लोग समाज-हित का काम करते हैं।
(आ) प्रश्न: असभ्याः अशिष्टाश्च अवैधं कर्म सम्पादयन्ति।
उत्तरम्: सभ्याः शिष्टाश्च वैधं कर्म सम्पादयन्ति।
हिन्दी अनुवाद: सभ्य और शिष्ट लोग वैध काम करते हैं।
(इ) प्रश्न: निर्धनः अल्पधनमपि प्राप्य जीवनयापनं करोति।
उत्तरम्: धनवानः बहुधनमपि प्राप्य जीवनयापनं करोति।
हिन्दी अनुवाद: धनवान व्यक्ति बहुत धन प्राप्त करके जीवनयापन करता है।
(ई) प्रश्न: प्रामाणिकवस्तूनां सेवनेन स्वास्थ्यं सुरक्षितं भवति।
उत्तरम्: अप्रामाणिकवस्तूनां सेवनेन स्वास्थ्यं असुरक्षितं भवति।
हिन्दी अनुवाद: नकली चीजों के सेवन से स्वास्थ्य असुरक्षित हो जाता है।
(उ) प्रश्न: राष्ट्रस्य रक्षकः सम्मानेन पुरस्कृतः भवति।
उत्तरम्: राष्ट्रस्य द्रोहीः निन्दनेन दण्डितः भवति।
हिन्दी अनुवाद: राष्ट्र का गद्दार निंदा से दंडित होता है।
5. लिखितपदेषु अन्यविभक्तिं योजयित्वा समुचितं वाक्यं रचयत।
(लिखित पदों में अन्य विभक्ति का प्रयोग करके उचित वाक्य बनाइए।)
(क) जलाप्लावनम् / मार्गे / भग्नेन
वाक्य: जलाप्लावनेन मार्गः भग्नः जातः।
हिन्दी अनुवाद: जल की बाढ़ से मार्ग टूट गया।
(ख) सज्जनः / चौरम् / आरक्षी
वाक्य: सज्जनः चौरं आरक्षिणे समर्पयति।
हिन्दी अनुवाद: सज्जन चोर को पुलिस को सौंपता है।
(ग) शिक्षकः / समारोहः / पुरस्कृतः
वाक्य: शिक्षकः समारोहे पुरस्कृतः अभवत्।
हिन्दी अनुवाद: शिक्षक समारोह में सम्मानित हुआ।
(घ) प्राचार्येण / आरक्षिस्थानके / गम्भीरता
वाक्य: प्राचार्येण आरक्षिस्थानके गम्भीरता प्रदर्शिता।
हिन्दी अनुवाद: प्राचार्य ने पुलिस स्टेशन में गंभीरता प्रदर्शित की।
(ङ) विवेकः / धनञ्जयः / विद्यालयः
वाक्य: विवेकः धनञ्जयः च विद्यालयं गच्छतः।
हिन्दी अनुवाद: विवेक और धनंजय विद्यालय जाते हैं।
6. निम्नवाक्येषु अधोरेखाङ्कितपदानां सन्धिविच्छेदं कुरुत।
(निम्नलिखित वाक्यों में रेखांकित शब्दों का संधि-विच्छेद करें।)
(क) शिक्षकः प्रश्नोत्तरं श्रुत्वा प्रसन्नः भवति।
सन्धिविच्छेद: प्रश्न + उत्तरम्।
हिन्दी अनुवाद: प्रश्न और उत्तर।
(ख) यस्यैव छात्रस्य परिश्रमः तस्यैव सफलता।
सन्धिविच्छेद: तस्य + एव।
हिन्दी अनुवाद: उसी की सफलता।
(ग) यस्योपरि दायित्वं भवति तस्य चिन्तापि।
सन्धिविच्छेद: यस्य + उपरि।
हिन्दी अनुवाद: जिसके ऊपर।
(घ) कस्ते पिता? यस्य पुत्रस्तु त्वं भोः।
सन्धिविच्छेद: कः + ते।
हिन्दी अनुवाद: कौन है तुम्हारा।
(ङ) जगदिदं रचितं जगदीशेन।
सन्धिविच्छेद: जगत् + इदं।
हिन्दी अनुवाद: यह संसार।
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