Sanskrit Class 9 Notes Chapter 18 Bihar Board बिहार बोर्ड
ज्ञानेन शोभते किल कर्त्तव्यभावनाया आयाति शुद्धरूपम् कर्तव्य की भावना से शुद्ध रूप में (सच्चे रूप में) आती है। सत्कर्मणोऽपि दृष्टं प्रायेण सत्स्वरूपम् अच्छे कर्मों से प्रायः सही और सच्चा रूप दिखलाई देता है। नैतिकबलेन नित्यं संदृश्यते च सत्ता नैतिक बल से हमेशा सत्ता (शक्ति) देखी जाती है। ज्ञानेन शोभते किल लोकस्य व्यक्तिमत्ता ज्ञान से ही […]