बिहार का मुज़फ़्फ़रपुर ज़िला वर्ष 2025 में INSPIRE अवॉर्ड मानक योजना में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बनकर उभरा है। यहाँ से छात्रों द्वारा 7,403 प्रविष्टियाँ की गईं, जिससे इसने देश के पारंपरिक शैक्षणिक केंद्रों को पीछे छोड़ दिया। यह उपलब्धि क्षेत्र में युवा शिक्षार्थियों में रचनात्मकता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
INSPIRE अवॉर्ड योजना
INSPIRE अवॉर्ड विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की एक सरकारी पहल है। इसका उद्देश्य कक्षा 6 से 10 तक के छात्रों में रचनात्मकता और नवाचार की भावना को प्रोत्साहित करना है। प्रतिभागी ऐसे मौलिक विचार प्रस्तुत करते हैं जो नए, व्यवहारिक और सामाजिक दृष्टि से उपयोगी हों। इन विचारों का मूल्यांकन ज़िला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर किया जाता है। श्रेष्ठ नवाचारों को वित्तीय सहायता और राष्ट्रीय पहचान मिलती है।
मुज़फ़्फ़रपुर की रिकॉर्डतोड़ भागीदारी
मुज़फ़्फ़रपुर ने 7,403 विचार प्रस्तुत करके देश में पहला स्थान हासिल किया। ये विचार सरकारी और निजी दोनों प्रकार के विद्यालयों के छात्रों से आए। इसने बेंगलुरु अर्बन (7,306) और बागलकोट (6,826) को पीछे छोड़ दिया। इस सफलता का श्रेय स्कूलों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी को जाता है। ज़िला शिक्षा पदाधिकारी कुमार अरविंद सिन्हा ने बताया कि यह उपलब्धि जमीनी स्तर पर छात्रों को मिले प्रोत्साहन और सहभागिता का परिणाम है।
भागीदारी की प्रक्रिया
छात्र पर्यावरण संरक्षण, अक्षय ऊर्जा, विकलांगता सहायक उपकरण, जल संरक्षण और ग्रामीण तकनीक जैसे विषयों पर अपने नवाचारी विचार लिखते हैं। प्रत्येक विद्यालय अधिकतम पाँच छात्रों का नामांकन ई-एमआईएएस (E-MIAS) ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से करता है। चयनित विचारों को मॉडल निर्माण के लिए ₹10,000 की राशि दी जाती है। ये मॉडल ज़िला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनियों में प्रस्तुत होते हैं। सर्वश्रेष्ठ 60 मॉडलों को राष्ट्रपति भवन में प्रदर्शित किया जाता है, जहाँ राष्ट्रपति स्वयं छात्रों को सम्मानित करते हैं।
बिहार और भारत के लिए महत्व
मुज़फ़्फ़रपुर का शीर्ष स्थान यह दर्शाता है कि बिहार वैज्ञानिक दृष्टिकोण और नवाचार को बढ़ावा देने में आगे बढ़ रहा है। वैशाली ज़िले ने भी 5,805 विचारों के साथ राष्ट्रीय स्तर पर छठा स्थान प्राप्त किया, जिससे राज्य की बढ़ती रचनात्मक क्षमता स्पष्ट होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रवृत्ति भविष्य में तकनीकी प्रगति और सामाजिक समाधान का आधार बनेगी, जो युवा नवोन्मेषकों से उभरेंगे।
छात्रों के नवाचारों के उदाहरण
छात्रों द्वारा प्रस्तुत नवाचारों में किफ़ायती सिंचाई उपकरण, ऊर्जा-बचत उपकरण, प्रदूषण नियंत्रण तंत्र और विकलांग व्यक्तियों के लिए सहायक साधन शामिल हैं। ये विचार स्थानीय और वैश्विक चुनौतियों के प्रति जागरूकता को दर्शाते हैं। यह योजना ऐसे व्यावहारिक आविष्कारों को बढ़ावा देती है जो ग्रामीण जीवन और पर्यावरणीय स्थिरता में सुधार ला सकते हैं।
शिक्षकों और संस्थानों की भूमिका
छात्रों को प्रेरित करने और उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने में शिक्षकों और स्कूल प्रमुखों की अहम भूमिका होती है। मुज़फ़्फ़रपुर की सफलता का श्रेय समर्पित मार्गदर्शन और संस्थागत सहयोग को जाता है। युवाओं में नवाचार की संस्कृति को बनाए रखने और आगे बढ़ाने के लिए शिक्षकों की निरंतर भागीदारी आवश्यक है।
भविष्य की संभावनाएँ
INSPIRE अवॉर्ड योजना विज्ञान और प्रौद्योगिकी में युवा प्रतिभाओं को निखारने का मंच है। मुज़फ़्फ़रपुर और वैशाली जैसे ज़िलों की बढ़ती भागीदारी से देश के भावी नवाचारक शुरुआती स्तर पर ही पहचाने जा रहे हैं। यह आधार विज्ञान, तकनीक और सामाजिक कल्याण में उल्लेखनीय योगदान का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।
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