उपभोक्ता अधिकार
Short Questions Answer
1. उपभोक्ता आंदोलन कब और क्यों प्रारम्भ हुआ?
उत्तर: 1960 के दशक में खाद्य कमी, जमाखोरी, कालाबाज़ारी और मिलावट के कारण।
2. COPRA किस वर्ष पारित हुआ?
उत्तर: 1986 में।
3. संयुक्त राष्ट्र ने उपभोक्ता सुरक्षा के लिए दिशा-निर्देश कब अपनाए?
उत्तर: 1985 में।
4. MRP का पूरा नाम क्या है?
उत्तर: अधिकतम खुदरा मूल्य (Maximum Retail Price)।
5. उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत कितने स्तर की उपभोक्ता अदालतें हैं?
उत्तर: तीन – जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर।
6. आई.एस.आई. चिह्न किसके लिए होता है?
उत्तर: औद्योगिक उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए।
7. एगमार्क किस वस्तु पर लगाया जाता है?
उत्तर: अनाज और खाद्य तेल पर।
8. हॉलमार्क किसकी गुणवत्ता दर्शाता है?
उत्तर: आभूषण (सोना/चाँदी) की गुणवत्ता।
9. राष्ट्रीय उपभोक्ता दिवस कब मनाया जाता है?
उत्तर: 24 दिसंबर को।
10. सूचना का अधिकार (RTI) किस वर्ष लागू हुआ?
उत्तर: 2005 में।
Long Questions Answer
1. उपभोक्ता आंदोलन की शुरुआत भारत में किन कारणों से हुई?
उत्तर: भारत में 1960 के दशक में खाद्य कमी, जमाखोरी, कालाबाजारी और खाद्य पदार्थों में मिलावट जैसी समस्याओं के कारण उपभोक्ता आंदोलन का उदय हुआ। बाद में उपभोक्ता संस्थाएँ उपभोक्ता अधिकारों पर लेखन और प्रदर्शनी करने लगीं और उपभोक्ता दलों का गठन हुआ।
2. उपभोक्ता सुरक्षा अधिनियम, 1986 की आवश्यकता क्यों पड़ी?
उत्तर: उपभोक्ता शोषण, अनुचित व्यापारिक प्रथाओं, दोषपूर्ण वस्तुओं और सेवा की गुणवत्ता में कमी के कारण उपभोक्ताओं को सुरक्षा देने के लिए यह अधिनियम लागू किया गया। इसने उपभोक्ताओं को कानूनी अधिकार और निवारण का साधन दिया।
3. उपभोक्ताओं के अधिकार कौन-कौन से हैं?
उत्तर:
(अ) सुरक्षा का अधिकार
(ब) सूचना पाने का अधिकार
(स) चुनाव का अधिकार
(द) निवारण का अधिकार
(इ) प्रतिनिधित्व का अधिकार
(फ) उपभोक्ता शिक्षा का अधिकार।
4. उपभोक्ता अदालतों का ढाँचा कैसा है?
उत्तर: उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग तीन स्तरों पर कार्य करता है –
- जिला आयोग: 1 करोड़ तक के दावों के लिए।
- राज्य आयोग: 1 करोड़ से 10 करोड़ तक।
- राष्ट्रीय आयोग: 10 करोड़ से ऊपर के दावों के लिए।
5. रेजी मैथ्यू का मामला उपभोक्ता अधिकारों से कैसे जुड़ा है?
उत्तर: रेजी मैथ्यू ऑपरेशन में लापरवाही के कारण जीवन भर के लिए अपंग हो गया। राष्ट्रीय उपभोक्ता आयोग ने अस्पताल को दोषी मानते हुए हर्जाना देने का आदेश दिया। यह मामला उपभोक्ताओं के सुरक्षा और निवारण के अधिकार को दर्शाता है।
6. अबिरामी का प्रकरण किस अधिकार का उदाहरण है?
उत्तर: अबिरामी ने कोचिंग संस्थान से असंतुष्टि होने पर फीस वापसी की माँग की। आयोग ने छात्रा के पक्ष में फैसला देकर उसे चयन के अधिकार से जोड़ दिया।
7. वस्तुओं के पैकेट पर दी गई जानकारियाँ उपभोक्ता के लिए क्यों महत्त्वपूर्ण हैं?
उत्तर: पैकेट पर अवयव, मूल्य, निर्माण व समाप्ति तिथि, बैच संख्या आदि लिखी होती हैं। इससे उपभोक्ता दोषपूर्ण या समाप्त तिथि वाली वस्तु की पहचान कर सकता है और शिकायत कर सकता है। यह सूचना पाने के अधिकार से जुड़ा है।
8. उपभोक्ता शिक्षा की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर: उपभोक्ता यदि अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगे तो शोषण से बचेंगे, गुणवत्तायुक्त वस्तुएँ चुनेंगे और उचित निवारण की माँग कर सकेंगे। उपभोक्ता शिक्षा जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनाने का साधन है।
9. उपभोक्ता संगठन उपभोक्ताओं की मदद किस प्रकार करते हैं?
उत्तर: ये संगठन अदालत में प्रतिनिधित्व करते हैं, शिकायत दर्ज करवाने में सहयोग करते हैं, जागरूकता फैलाते हैं और सरकार पर दबाव डालकर उपभोक्ता हित में कानून बनाने में मदद करते हैं।
10. भारत में उपभोक्ता आंदोलन की वर्तमान स्थिति का वर्णन कीजिए।
उत्तर: आज भारत में 2000 से अधिक उपभोक्ता संगठन हैं, परंतु केवल 50–60 पूरी तरह सक्रिय हैं। प्रक्रिया जटिल और समय लेने वाली है, फिर भी COPRA 2019 संशोधन के बाद ऑनलाइन शिकायतें और सख़्त प्रावधान लागू किए गए हैं। उपभोक्ताओं की सक्रिय भागीदारी से ही यह आंदोलन प्रभावी बन सकता है।
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