Short Questions
1.प्रश्न: राजनीतिक दल किसे कहते हैं?
उत्तर: राजनीतिक दल वह संगठन है जो चुनावों में भाग लेकर सरकार बनाना चाहता है।
2.प्रश्न: भारत में दलों की पहचान किस आधार पर होती है?
उत्तर: राष्ट्रीय दल और क्षेत्रीय दल के रूप में।
3.प्रश्न: भारत में कितने राष्ट्रीय दल हैं?
उत्तर: भारत में आठ राष्ट्रीय दल हैं।
4.प्रश्न: भारतीय जनता पार्टी की स्थापना कब हुई थी?
उत्तर: भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 1980 में हुई थी।
5.प्रश्न: कांग्रेस पार्टी का प्रतीक क्या है?
उत्तर: कांग्रेस पार्टी का प्रतीक “हाथ” है।
6.प्रश्न: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: साम्यवाद और समाजवाद की स्थापना।
7.प्रश्न: निर्वाचन आयोग किसी दल को राष्ट्रीय दल कब मानता है?
उत्तर: जब वह चार या अधिक राज्यों में चुनाव लड़े और 6% वोट प्राप्त करे तथा लोकसभा में चार सीटें जीते।
8.प्रश्न: क्षेत्रीय दलों की मुख्य विशेषता क्या है?
उत्तर: वे किसी विशेष राज्य या क्षेत्र के हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
9.प्रश्न: बहुदलीय व्यवस्था का क्या अर्थ है?
उत्तर: जब किसी देश में दो से अधिक राजनीतिक दल सक्रिय रूप से चुनावों में भाग लेते हैं।
10.प्रश्न: विपक्ष का क्या कार्य होता है?
उत्तर: सरकार की नीतियों की आलोचना करना और जनता के हितों की रक्षा करना।
Long Questions
1.प्रश्न: नेपाल के जनआंदोलन (2006) के मुख्य कारण और परिणाम क्या थे?
उत्तर: राजा ज्ञानेंद्र ने संसद भंग कर सारी सत्ता अपने हाथ में ले ली थी। जनता ने लोकतंत्र की पुनर्स्थापना के लिए संघर्ष किया। परिणामस्वरूप राजा को झुकना पड़ा और सत्ता संसद को सौंपनी पड़ी। नेपाल अब एक लोकतांत्रिक गणराज्य बन गया।
2.प्रश्न: बोलिविया का जल आंदोलन लोकतंत्र की एक मिसाल क्यों है?
उत्तर: बोलिविया में जनता ने पानी की कीमतें बढ़ाने के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन किया। इस संघर्ष में छात्रों, मजदूरों और गरीब लोगों ने भाग लिया। अंत में सरकार को जनमत के आगे झुकना पड़ा और कंपनी से अनुबंध समाप्त करना पड़ा।
3.प्रश्न: राजनीतिक संघर्ष लोकतंत्र को कैसे मज़बूत करते हैं?
उत्तर: जब लोग अपने अधिकारों और जरूरतों के लिए संगठित होकर संघर्ष करते हैं, तो सरकार जनता की बात सुनने के लिए बाध्य होती है। इससे लोकतंत्र में भागीदारी और जवाबदेही बढ़ती है।
4.प्रश्न: आंदोलन और दबाव समूहों के बीच क्या संबंध है?
उत्तर: दोनों का उद्देश्य सरकार की नीतियों को प्रभावित करना होता है। अंतर यह है कि आंदोलन असंतोष को जनसमर्थन से दिखाते हैं, जबकि दबाव समूह विशेष हितों के लिए संगठित रूप से काम करते हैं।
5.प्रश्न: दबाव समूह लोकतंत्र में क्या भूमिका निभाते हैं?
उत्तर: वे जनता और सरकार के बीच सेतु का काम करते हैं। सरकार को विभिन्न वर्गों की समस्याओं की जानकारी देते हैं और नीतियों में सुधार के लिए दबाव डालते हैं।
6.प्रश्न: असम आंदोलन का वर्णन कीजिए।
उत्तर: असम के लोगों ने विदेशी नागरिकों के खिलाफ आंदोलन किया क्योंकि उन्हें अपने रोजगार और संस्कृति पर खतरा महसूस हुआ। यह आंदोलन लंबे समय तक चला और अंत में केंद्र सरकार ने ‘असम समझौता’ कर इसे समाप्त किया।
7.प्रश्न: नर्मदा बचाओ आंदोलन के मुख्य मुद्दे क्या थे?
उत्तर: बाँध निर्माण से हजारों लोग विस्थापित हुए। आंदोलन का उद्देश्य पुनर्वास, उचित मुआवज़ा और पर्यावरण की रक्षा था। यह आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से चलाया गया।
8.प्रश्न: पर्यावरण आंदोलन किस प्रकार लोकतंत्र के लिए उपयोगी हैं?
उत्तर: ऐसे आंदोलन जनता को पर्यावरणीय समस्याओं के प्रति जागरूक करते हैं और सरकार को जिम्मेदार बनाते हैं। यह लोकतांत्रिक भागीदारी का उदाहरण हैं।
9.प्रश्न: लोकतंत्र में संघर्ष और भागीदारी का क्या संबंध है?
उत्तर: संघर्ष लोकतंत्र का अंग हैं क्योंकि इन्हीं से नागरिक अपनी भागीदारी और आवाज़ दर्ज करते हैं। इससे लोकतंत्र जीवंत और उत्तरदायी बनता है।
10.प्रश्न: दबाव समूह और राजनीतिक दलों में क्या समानताएँ और अंतर हैं?
उत्तर: दोनों सरकार की नीतियों को प्रभावित करना चाहते हैं। अंतर यह है कि राजनीतिक दल चुनाव लड़कर सत्ता प्राप्त करना चाहते हैं, जबकि दबाव समूह सत्ता नहीं चाहते, केवल नीतियों पर असर डालते हैं।
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