Notes For All Chapters Hindi Sparsh Class 10 CBSE
तताँरा-वामीरो कथा – पठन सामग्री और सार
सारांश
लेखक परिचय – लीलाधर मंडलोई (1954)
- जन्म: 1954, छिंदवाड़ा जिले (म.प्र.) के छोटे से गाँव गुढ़ी में।
- शिक्षा: भोपाल और रायपुर में, 1987 में उच्च शिक्षा हेतु लंदन आमंत्रित।
- कार्य: वर्तमान में प्रसार भारती दूरदर्शन के महानिदेशक।
- रचनाएँ: घर-घर घूमा, रात-बिरात, मगर एक आवाज़, देखा-अनदेखा, काला पानी।
- विशेषताएँ:
- मूलतः कवि, पर गद्य और आलोचना में भी योगदान।
- छत्तीसगढ़ी बोली और जनजीवन का सजीव चित्रण।
- अंदमान-निकोबार की जनजातियों पर लिखी रचनाएँ समाजशास्त्रीय अध्ययन के रूप में महत्त्वपूर्ण।
- सम्मान: अनेक साहित्यिक पुरस्कार प्राप्त।
पाठ परिचय
- अंदमान-निकोबार द्वीपसमूह में कई लोककथाएँ प्रचलित हैं।
- प्रस्तुत कथा लिटिल अंदमान और कार-निकोबार द्वीपों से जुड़ी है।
- कथा में दो प्रेमी – तताँरा और वामीरो – की मार्मिक प्रेमगाथा है।
- यह कथा बताती है कि कैसे सामाजिक रूढ़ियाँ और परंपराएँ प्रेम को नष्ट कर देती हैं।
- साथ ही यह भी कि प्रेम बलिदान और त्याग की प्रेरणा देता है।
कथा-सार (विस्तृत)
- तताँरा का परिचय
- लिटिल अंदमान द्वीप का निवासी।
- सुंदर, शक्तिशाली, नेक और मददगार युवक।
- सभी गाँववाले उसका आदर करते।
- उसके पास एक लकड़ी की तलवार थी जिसमें लोग दैवीय शक्ति मानते थे।
- वामीरो से भेंट
- एक दिन समुद्र तट पर वामीरो गीत गा रही थी।
- तताँरा उसकी ओर आकर्षित हुआ और बातचीत की।
- वामीरो पहले नाराज़ हुई पर भीतर से प्रभावित भी।
- धीरे-धीरे दोनों का मौन प्रेम गहरा होता गया।
- सामाजिक बाधा
- तताँरा पासा गाँव का और वामीरो लपाती गाँव की थी।
- परंपरा थी कि विवाह केवल एक ही गाँव में संभव था।
- दोनों को बहुत समझाया गया, पर वे नहीं माने।
- पशु-पर्व की घटना
- पासा गाँव में पशु-पर्व आयोजित हुआ।
- वामीरो वहाँ आई और रो पड़ी।
- वामीरो की माँ और गाँववालों ने तताँरा का अपमान किया।
- तताँरा क्रोध में तलवार धरती में घोंपकर खींचने लगा।
- द्वीप का विभाजन
- तलवार खींचते ही धरती फटने लगी।
- द्वीप दो भागों में बँट गया – एक तरफ़ तताँरा और दूसरी ओर वामीरो।
- समुद्र गरजने लगा और दोनों एक-दूसरे को पुकारते रहे।
- तताँरा समुद्र में गिर पड़ा और वामीरो पागल होकर उसे खोजती रही।
- परिणाम
- तताँरा-वामीरो दोनों अंततः खो गए।
- किंतु उनकी प्रेमकथा लोककथा बन गई।
- माना जाता है कि तताँरा की तलवार से लिटिल अंदमान और कार-निकोबार अलग हुए।
- इस घटना के बाद निकोबारियों ने गाँवों के बीच विवाह की परंपरा को स्वीकार कर लिया।
पात्र-परिचय
- तताँरा – शक्तिशाली, नेकदिल, मददगार और साहसी युवक।
- वामीरो – सुंदर, सुरीली आवाज़ वाली युवती, प्रेम में समर्पित।
- वामीरो की माँ – परंपरावादी, रूढ़िवादी और कठोर।
- गाँववाले – परंपरा के पक्षधर, प्रेमी युगल का विरोध करने वाले।
शिक्षा / संदेश
- प्रेम और त्याग की शक्ति समाज को बदल सकती है।
- रूढ़ियाँ जब बंधन बन जाएँ, तो उनका टूटना आवश्यक है।
- नफ़रत बाँटती है, प्रेम जोड़ता है।
- समाज में परिवर्तन लाने के लिए बलिदान की आवश्यकता होती है।
मुख्य बिंदु (बिंदुवार)
- तताँरा – नेक, साहसी और लोगों का प्रिय युवक।
- वामीरो – लपाती गाँव की सुंदर और गायक युवती।
- दोनों का प्रेम – सामाजिक परंपराओं के कारण वर्जित।
- पशु-पर्व में तताँरा का अपमान और क्रोध।
- तलवार से द्वीप का फटना और दोनों का बिछोह।
- तताँरा-वामीरो का बलिदान और समाज में परिवर्तन।
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