Short Questions Answer
प्रश्न 1: लीलाधर मंडलोई का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर: 1954 की जन्माष्टमी के दिन छिंदवाड़ा जिले के गुढ़ी गाँव में।
प्रश्न 2: लीलाधर मंडलोई की शिक्षा कहाँ हुई?
उत्तर: भोपाल और रायपुर में।
प्रश्न 3: लीलाधर मंडलोई का वर्तमान पद क्या है?
उत्तर: प्रसार भारती दूरदर्शन के महानिदेशक।
प्रश्न 4: लीलाधर मंडलोई की कविताओं में क्या विशेषता है?
उत्तर: छत्तीसगढ़ अंचल की बोली की मिठास और जनजीवन का सजीव चित्रण।
प्रश्न 5: लीलाधर मंडलोई की प्रमुख कृतियों के नाम बताइए।
उत्तर: घर-घर घूमा, रात-बिरात, मगर एक आवाज़, देखा-अनदेखा, काला पानी।
प्रश्न 6: तताँरा का नाम क्या था और वह कैसा था?
उत्तर: तताँरा, सुंदर, शक्तिशाली और मददगार युवक।
प्रश्न 7: वामीरो कौन थी?
उत्तर: एक सुंदर लड़की जो गीत गाती थी।
प्रश्न 8: तताँरा की तलवार में क्या विशेषता थी?
उत्तर: लकड़ी की लेकिन अद्भुत दैवीय शक्ति वाली।
प्रश्न 9: द्वीपों के अलग होने का कारण क्या था?
उत्तर: तताँरा और वामीरो के बलिदान से।
प्रश्न 10: निकोबारियों का विश्वास क्या है?
उत्तर: लिटिल अंदमान और कार-निकोबार पहले जुड़े हुए थे।
Long Questions Answer
प्रश्न 1: लीलाधर मंडलोई के जीवन और उनके साहित्यिक योगदान के बारे में संक्षेप में बताइए।
उत्तर: लीलाधर मंडलोई का जन्म 1954 की जन्माष्टमी के दिन छिंदवाड़ा जिले के गुढ़ी गाँव में हुआ। उनकी शिक्षा भोपाल और रायपुर में हुई। 1987 में प्रसारण की उच्च शिक्षा के लिए कॉमनवेल्थ रिलेशंस ट्रस्ट, लंदन से आमंत्रित हुए। वे मूलतः कवि हैं, उनकी कविताओं में छत्तीसगढ़ की बोली की मिठास और जनजीवन का चित्रण है। अंदमान निकोबार की जनजातियों पर उनका गद्य समाज शास्त्रीय अध्ययन है। उनका कवि मन उन्हें लोककथा, लोकगीत, यात्रा-वृत्तांत, डायरी, मीडिया, रिपोर्ताज और आलोचना की ओर ले जाता है। वे कई पुरस्कारों से सम्मानित हैं। उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं- घर-घर घूमा, रात-बिरात, मगर एक आवाज़, देखा-अनदेखा और काला पानी।
प्रश्न 2: तताँरा-वामीरो कथा की लोककथा का सारांश अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर: लोककथा के अनुसार सदियों पहले लिटिल अंदमान और कार-निकोबार जुड़े हुए थे। वहाँ एक गाँव में तताँरा नाम का सुंदर, शक्तिशाली और मददगार युवक रहता था। लोग उसका आदर करते थे। एक शाम समुद्र किनारे वह वामीरो का गीत सुनता है और उसे प्रेम हो जाता है। दोनों मिलते हैं लेकिन उनके गाँवों में विद्वेष था। वे मिलते रहते हैं। अफवाह फैलती है और दोनों को पकड़ लिया जाता है। उन्हें अलग करने के लिए मार दिया जाता है लेकिन उनकी मौत से द्वीप अलग हो जाते हैं। आज भी निकोबारी उन्हें याद करते हैं।
प्रश्न 3: तताँरा के चरित्र का वर्णन कीजिए।
उत्तर: तताँरा एक सुंदर और शक्तिशाली युवक था। निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। वह नेक और मददगार था, सदैव दूसरों की सहायता करता था। वह अपने गाँववालों और पूरे द्वीपवासियों की सेवा को अपना कर्तव्य मानता था। उसका त्याग उसे चर्चित बनाता था। सभी उसका आदर करते और मुसीबत में याद करते। पर्व-त्योहारों में उसे आमंत्रित किया जाता। उसका व्यक्तित्व आकर्षक और स्वभाव आत्मीय था। वह कमर में लकड़ी की तलवार बाँधे रहता जो दैवीय शक्ति वाली मानी जाती थी।
प्रश्न 4: वामीरो के चरित्र का वर्णन कीजिए।
उत्तर: वामीरो एक सुंदर लड़की थी जो मधुर गीत गाती थी। उसका गीत सुनकर तताँरा को प्रेम हो जाता है। वह तताँरा से मिलने आती है और दोनों में प्रेम होता है। वह तताँरा से अलग होने पर दुखी होती है। जब दोनों को पकड़ा जाता है, वह तताँरा के साथ मौत को स्वीकार करती है। उसकी व्याकुल आँखें तताँरा को ढूँढ़ती हैं। वह प्रेम के लिए समाज की परंपरा को तोड़ने को तैयार होती है।
प्रश्न 5: कथा में तताँरा और वामीरो के प्रेम की शुरुआत कैसे हुई?
उत्तर: एक शाम तताँरा समुद्र किनारे टहल रहा था। सूरज डूब रहा था और ठंडी हवाएँ चल रही थीं। वह बालू पर बैठकर सूरज की किरणें देख रहा था। तभी पास से मधुर गीत सुनाई दिया। गीत वामीरो का था जो बहता हुआ आ रहा था। तताँरा ने देखा तो वामीरो को देखकर चकित हो गया। वह सम्मोहित हो गया। वामीरो की आँखें भी तताँरा पर टिक गईं। दोनों में प्रेम हो गया लेकिन समाज की परंपरा के कारण असंगत था।
प्रश्न 6: कथा में द्वीपों के अलग होने का कारण क्या था?
उत्तर: तताँरा और वामीरो के गाँवों में विद्वेष था। दोनों के प्रेम की अफवाह फैली। समाज ने इसे निषेध परंपरा माना। दोनों को पकड़ लिया गया। उन्हें अलग करने के लिए तताँरा की पीठ में तीर घोंप दिया गया। वामीरो ने भी मौत माँगी। उनकी मौत से द्वीप अलग हो गए। एक तरफ तताँरा का गाँव लिटिल अंदमान और दूसरी तरफ वामीरो का गाँव कार-निकोबार। यह बलिदान विद्वेष को जड़ से उखाड़ने के लिए था।
प्रश्न 7: कथा में ‘देखना’ क्रिया के विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: कथा में ‘देखना’ के रूप हैं- आँखें केंद्रित करना: ध्यान से देखना। निर्निमेष ताकना: बिना पलक झपकाए देखना। नज़र पड़ना: संयोग से देखना। निहारना: प्रेम से देखना। ताकना: लगातार देखना। घूरना: गुस्से से देखना। इनमें अंतर है- जैसे, निहारना प्रेमपूर्ण है, घूरना नकारात्मक। वाक्य: वह वामीरो को निहार रहा था।
प्रश्न 8: कथा में पदबंधों के प्रकार बताइए (उदाहरण सहित)।
उत्तर: संज्ञा पदबंध: उसकी कल्पना में वह एक अद्भुत साहसी युवक था। विशेषण पदबंध: सुनीता परिश्रमी और होशियार लड़की है। क्रिया विशेषण पदबंध: अरुणिमा धीरे-धीरे चलते हुए वहाँ जा पहुँची। क्रिया पदबंध: आयुष सुरभि का चुटकुला सुनकर हँसता रहा।
प्रश्न 9: कथा ‘तताँरा-वामीरो’ का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: कथा का मुख्य संदेश है कि प्रेम सबको जोड़ता है और घृणा दूरी बढ़ाती है। तताँरा और वामीरो ने प्रेम के लिए बलिदान दिया जो समाज के विद्वेष को जड़ से उखाड़ता है। समाज ऐसे बलिदान को याद रखता है और व्यर्थ नहीं जाने देता। यह द्वीपों के अलग होने की लोककथा है जो प्रेम और त्याग की महत्ता बताती है।
प्रश्न 10: कथा में तताँरा की तलवार की क्या भूमिका है?
उत्तर: तताँरा की तलवार लकड़ी की थी लेकिन लोग उसमें अद्भुत दैवीय शक्ति मानते थे। वह हमेशा कमर में बाँधे रहता था। वह तलवार को अलग नहीं करता और दूसरों के सामने उपयोग नहीं करता। उसके साहसिक कारनामों से लोग तलवार को शक्तिशाली मानते थे। यह एक विलक्षण रहस्य थी जो तताँरा के व्यक्तित्व को आकर्षक बनाती थी।
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