Short Questions Answer
प्रश्न 1: हबीब तनवीर का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर: 1923 में छत्तीसगढ़ के रायपुर में।
प्रश्न 2: हबीब तनवीर ने स्नातक की उपाधि कहाँ से प्राप्त की?
उत्तर: 1944 में नागपुर से।
प्रश्न 3: हबीब तनवीर ने किस देश की नाटक अकादमी से नाट्य-लेखन का अध्ययन किया?
उत्तर: ब्रिटेन की।
प्रश्न 4: हबीब तनवीर ने दिल्ली में क्या स्थापना की?
उत्तर: पेशेवर नाट्यमंच।
प्रश्न 5: हबीब तनवीर को किस सम्मान से सम्मानित किया गया?
उत्तर: पद्मश्री।
प्रश्न 6: हबीब तनवीर के प्रमुख नाटकों के नाम बताइए।
उत्तर: आगरा बाजार, चरनदास चोर, देख रहे हैं नैन, हिरमा की अमर कहानी।
प्रश्न 7: हबीब तनवीर ने किन नाटकों का आधुनिक रूपांतर किया?
उत्तर: बसंत ऋतु का सपना, शाजापुर की शांति बाई, मिट्टी की गाड़ी, मुद्राराक्षस।
प्रश्न 8: एकांकी ‘कारतूस’ का ज़माना क्या है?
उत्तर: सन् 1799।
प्रश्न 9: एकांकी ‘कारतूस’ में कर्नल का नाम क्या है?
उत्तर: कर्नल कालिंज।
प्रश्न 10: एकांकी ‘कारतूस’ में वज़ीर अली को किसकी तलाश है?
उत्तर: कारतूस की।
Long Questions Answer
प्रश्न 1: हबीब तनवीर के जीवन और उनके योगदान के बारे में संक्षेप में बताइए।
उत्तर: हबीब तनवीर का जन्म 1923 में छत्तीसगढ़ के रायपुर में हुआ था। उन्होंने 1944 में नागपुर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। ब्रिटेन की नाटक अकादमी से नाट्य-लेखन का अध्ययन किया और दिल्ली में पेशेवर नाट्यमंच की स्थापना की। वे नाटककार, कवि, पत्रकार, नाट्य निर्देशक और अभिनेता थे। लोकनाट्य के क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण कार्य किया। कई पुरस्कारों, फेलोशिप और पद्मश्री से सम्मानित हुए। उनके प्रमुख नाटक हैं- आगरा बाजार, चरनदास चोर, देख रहे हैं नैन, हिरमा की अमर कहानी। उन्होंने बसंत ऋतु का सपना, शाजापुर की शांति बाई, मिट्टी की गाड़ी और मुद्राराक्षस नाटकों का आधुनिक रूपांतर किया।
प्रश्न 2: एकांकी ‘कारतूस’ की पृष्ठभूमि और स्थान का वर्णन कीजिए।
उत्तर: एकांकी ‘कारतूस’ का ज़माना सन् 1799 है। समय रात्रि का है। स्थान गोरखपुर के जंगल में कर्नल कालिंज के खेमे का अंदरूनी हिस्सा है। दो अंग्रेज़ बैठे बातें कर रहे हैं। कर्नल कालिंज और एक लेफ्टीनेंट खेमे के बाहर हैं। चाँदनी छिटकी हुई है और अंदर लैंप जल रहा है। यह एकांकी अंग्रेज़ों के भारत में व्यापार और इरादों पर आधारित है, जहाँ वज़ीर अली अंग्रेज़ों के खिलाफ़ लड़ता है।
प्रश्न 3: एकांकी ‘कारतूस’ में कर्नल और लेफ्टीनेंट के बीच क्या बातचीत होती है?
उत्तर: एकांकी में कर्नल कहता है कि जंगल की जिंदगी बड़ी खतरनाक होती है। लेफ्टीनेंट कहता है कि हफ़्तों हो गए खेमा डाले हुए, सिपाही तंग आ गए हैं। वज़ीर अली आदमी है या भूत, हाथ नहीं लगता। कर्नल कहता है कि उसके अफ़साने सुनकर रॉबिनहुड याद आता है। अंग्रेज़ों के खिलाफ़ उसके दिल में नफ़रत है। पाँच महीने हुकूमत की थी, लेकिन अवध के दरबार को अंग्रेज़ी असर से पाक कर दिया। लेफ्टीनेंट पूछता है कि सआदत अली कौन है। कर्नल बताता है कि आसिफ़ुद्दौला का भाई है।
प्रश्न 4: एकांकी ‘कारतूस’ में वज़ीर अली की क्या विशेषताएँ बताई गई हैं?
उत्तर: वज़ीर अली एक जाँबाज़ है जिसका एकमात्र लक्ष्य अंग्रेज़ों को देश से बाहर करना है। उसके दिल में अंग्रेज़ों के खिलाफ़ नफ़रत है। पाँच महीने हुकूमत की थी लेकिन अवध के दरबार को अंग्रेज़ी असर से पाक कर दिया। वह इतना दिलेर है कि कंपनी के हुक्मरानों की नींद हराम कर देता है। एक बार कर्नल गोरखपुर में उसके पास गया था, वह निडर था। वह अंग्रेज़ों को हिंदुस्तान से खदेड़ने के प्रयास करता है।
प्रश्न 5: एकांकी ‘कारतूस’ में सवार और सिपाही की क्या भूमिका है?
उत्तर: सवार एकांत में कारतूस माँगता है। वह वज़ीर अली का आदमी है जो कंपनी की बटालियन के खेमे में पहुँचकर कर्नल पर रौब गालिब करता है। सिपाही सवार को पकड़ता है और कर्नल को बताता है। सिपाही कर्नल के आदेश पर सवार को मारता है। सवार इतना निडर है कि शत्रु के खेमे में पहुँचकर कारतूस माँगता है और कर्नल से कहता है कि वह वज़ीर अली का आदमी है।
प्रश्न 6: एकांकी ‘कारतूस’ का मुख्य उद्देश्य क्या है?
उत्तर: एकांकी ‘कारतूस’ का मुख्य उद्देश्य अंग्रेज़ों के भारत में व्यापार के बहाने आना और इरादों को दिखाना है। ईस्ट इंडिया कंपनी ने रियासतों पर कब्ज़ा किया। वज़ीर अली जैसे जाँबाज़ ने उन्हें खदेड़ने के प्रयास किए। यह वज़ीर अली के कारनामों का वर्णन है जो अंग्रेज़ों को देश से बाहर करना चाहता था। वह इतना निडर था कि कंपनी की बटालियन के खेमे में पहुँचकर कर्नल से कारतूस माँगता है।
प्रश्न 7: एकांकी ‘कारतूस’ में दिए गए मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए।
उत्तर: (क) दिल में नफ़रत होना: उसके दिल में अंग्रेज़ों के खिलाफ़ नफ़रत है। (ख) हाथ लगना: वज़ीर अली हाथ ही नहीं लगता। (ग) नींद हराम कर देना: कंपनी के हुक्मरानों की नींद हराम कर देता है। (घ) रौब गालिब करना: सवार ने कर्नल पर रौब गालिब किया।
प्रश्न 8: एकांकी ‘कारतूस’ में दिए गए वाक्यों में अन्विति स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: (क) कर्नल ने वज़ीर अली को नहीं पहचाना। – क्रिया कर्ता और कर्म किसी के भी कारण प्रभावित नहीं है। (ख) सवार कारतूस माँग रहा था। – क्रिया कर्ता के कारण प्रभावित है। (ग) सवार ने कारतूस माँगे। – क्रिया कर्म के कारण प्रभावित है।
प्रश्न 9: एकांकी ‘कारतूस’ में दिए गए वाक्यों में उचित विराम चिह्न लगाइए।
उत्तर: (क) कर्नल ने कहा, सिपाहियों, इस पर नज़र रखो! ये किस तरफ़ जा रहा है? (ख) सवार ने पूछा, आपने इस मकाम पर क्यों खेमा डाला है? इतने लावलश्कर की क्या जरूरत है? (ग) खेमे के अंदर दो व्यक्ति बैठे बातें कर रहे थे। चाँदनी छिटकी हुई थी और बाहर सिपाही पहरा दे रहे थे। एक व्यक्ति कह रहा था, दुश्मन कभी भी हमला कर सकता है।
प्रश्न 10: एकांकी ‘कारतूस’ में वज़ीर अली के इरादों और कारनामों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: वज़ीर अली के इरादे अंग्रेज़ों को हिंदुस्तान से बाहर करने के थे। उसने पाँच महीने हुकूमत की और अवध के दरबार को अंग्रेज़ी असर से पाक कर दिया। उसके दिल में अंग्रेज़ों के खिलाफ़ नफ़रत थी। उसके कारनामे रॉबिनहुड जैसे थे। वह इतना जाँबाज़ था कि कंपनी के हुक्मरानों की नींद हराम कर देता था। सवार उसका आदमी था जो कारतूस माँगने खेमे में पहुँचा।
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