Short Questions Answer
प्रश्न 1. जयशंकर प्रसाद का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर: सन् 1889 में वाराणसी में।
प्रश्न 2. प्रसाद जी की प्रारंभिक शिक्षा कहाँ हुई?
उत्तर: काशी के क्वींस कॉलेज में।
प्रश्न 3. जयशंकर प्रसाद की मृत्यु कब हुई?
उत्तर: सन् 1937 में।
प्रश्न 4. प्रसाद की प्रमुख काव्य-कृतियाँ कौन-सी हैं?
उत्तर: चित्राधार, कानन-कुसुम, झरना, आँसू, लहर और कामायनी।
प्रश्न 5. कामायनी काव्य पर उन्हें कौन-सा पुरस्कार मिला?
उत्तर: मंगलाप्रसाद पारितोषिक।
प्रश्न 6. जयशंकर प्रसाद के प्रमुख नाटक कौन-से हैं?
उत्तर: अजातशत्रु, चंद्रगुप्त, स्कंदगुप्त और ध्रुवस्वामिनी।
प्रश्न 7. प्रसाद जी की आत्मकथा संबंधी कविता का नाम क्या है?
उत्तर: आत्मकथ्य।
प्रश्न 8. ‘आत्मकथ्य’ कविता कब और कहाँ प्रकाशित हुई थी?
उत्तर: सन् 1932 में, हंस पत्रिका के आत्मकथा विशेषांक में।
प्रश्न 9. प्रसाद के गद्य की प्रमुख रचनाएँ कौन-सी हैं?
उत्तर: कंकाल, तितली और इरावती (उपन्यास); आकाशदीप, आँधी और इंद्रजाल (कहानी संग्रह)।
प्रश्न 10. प्रसाद के साहित्य की विशेषता क्या मानी जाती है?
उत्तर: जीवन की कोमलता, माधुर्य, शक्ति और ओज।
Long Questions Answer
प्रश्न 1. जयशंकर प्रसाद का जीवन परिचय लिखिए।
उत्तर: उनका जन्म 1889 में वाराणसी में हुआ। वे क्वींस कॉलेज में पढ़े पर आठवीं से आगे पढ़ाई न हो सकी। घर पर ही संस्कृत, हिंदी और फारसी का अध्ययन किया। वे छायावाद के प्रमुख कवि थे। 1937 में उनका निधन हुआ।
प्रश्न 2. जयशंकर प्रसाद की प्रमुख काव्य-कृतियों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर: उनकी काव्य-कृतियाँ हैं – चित्राधार, कानन-कुसुम, झरना, आँसू, लहर और कामायनी। कामायनी को आधुनिक हिंदी की श्रेष्ठतम काव्य-कृति माना जाता है।
प्रश्न 3. जयशंकर प्रसाद की गद्य रचनाओं का परिचय दीजिए।
उत्तर: उनके उपन्यास हैं – कंकाल, तितली, इरावती। उनके नाटक – अजातशत्रु, चंद्रगुप्त, स्कंदगुप्त, ध्रुवस्वामिनी। उनके कहानी संग्रह – आकाशदीप, आँधी और इंद्रजाल।
प्रश्न 4. ‘आत्मकथ्य’ कविता की रचना किन परिस्थितियों में हुई?
उत्तर: प्रेमचंद के संपादन में हंस पत्रिका का आत्मकथा विशेषांक निकल रहा था। मित्रों के आग्रह पर प्रसाद जी ने आत्मकथा लिखने से असहमति जताई। उसी तर्क से ‘आत्मकथ्य’ कविता बनी। यह 1932 में प्रकाशित हुई।
प्रश्न 5. ‘आत्मकथ्य’ कविता का मुख्य भाव क्या है?
उत्तर: इसमें कवि ने कहा कि उसके जीवन की कथा सामान्य है, इसमें महान या रोचक कुछ नहीं। उसने सुख का स्वप्न देखा लेकिन वह अधूरा रहा। यह कविता यथार्थ की स्वीकृति और कवि की विनम्रता का चित्र है।
प्रश्न 6. कवि आत्मकथा लिखने से क्यों बचना चाहता है?
उत्तर: कवि मानता है कि उसके जीवन में कहने लायक कुछ विशेष नहीं है। उसकी व्यथा मौन है और अभी समय भी नहीं है। उसे लगता है कि लोग उसकी सरलता पर हँसेंगे।
प्रश्न 7. स्मृति को ‘पाथेय’ कहने का आशय क्या है?
उत्तर: इसका आशय है कि जीवन-पथ पर स्मृतियाँ थके हुए पथिक के लिए संबल और सहारा बनती हैं। कवि भी अपनी स्मृतियों को जीवन यात्रा का सहारा मानता है।
प्रश्न 8. ‘आत्मकथ्य’ कविता की भाषा की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर: इसमें छायावादी कविता की सूक्ष्मता, ललित और सुंदर शब्दों का प्रयोग है। बिंब और प्रतीकात्मकता है। भाषा भावनाओं को कोमलता और माधुर्य के साथ प्रस्तुत करती है।
प्रश्न 9. कवि ने सुख का स्वप्न किस प्रकार व्यक्त किया है?
उत्तर: कवि ने कहा कि उसे ऐसा सुख चाहिए था जो आलिंगन में आते-आते मुसकराकर भाग गया। यह अधूरा सुख उसकी स्मृति मात्र बनकर रह गया।
प्रश्न 10. ‘आत्मकथ्य’ कविता से जयशंकर प्रसाद के व्यक्तित्व की कौन-सी झलक मिलती है?
उत्तर: इसमें उनकी विनम्रता, सरलता और यथार्थ स्वीकार करने की प्रवृत्ति झलकती है। वे अपने जीवन को सामान्य मानते हैं और किसी दिखावे में विश्वास नहीं करते।
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