Short Questions Answer
प्रश्न 1. नागार्जुन का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर: सन् 1911 में बिहार के दरभंगा जिले के सतलखा गाँव में।
प्रश्न 2. नागार्जुन का मूल नाम क्या था?
उत्तर: वैद्यनाथ मिश्र।
प्रश्न 3. नागार्जुन कहाँ बौद्ध धर्म में दीक्षित हुए?
उत्तर: श्रीलंका में।
प्रश्न 4. नागार्जुन का निधन कब हुआ?
उत्तर: सन् 1998 में।
प्रश्न 5. नागार्जुन को और किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर: मैथिली भाषा में ‘यात्री’।
प्रश्न 6. नागार्जुन की दो प्रमुख काव्य कृतियाँ लिखिए।
उत्तर: युगधारा और हज़ार-हज़ार बाँहों वाली।
प्रश्न 7. नागार्जुन को किस उपाधि से जाना जाता है?
उत्तर: आधुनिक कबीर।
प्रश्न 8. “यह दंतुरित मुसकान” कविता में कवि किसकी मुसकान का वर्णन करता है?
उत्तर: एक छोटे बच्चे की मुसकान का।
प्रश्न 9. “फसल” कविता में फसल किसके सहयोग से पैदा होती है?
उत्तर: नदियों, हाथों और मिट्टी के सहयोग से।
प्रश्न 10. नागार्जुन की कविताएँ किस तरह की जनता में लोकप्रिय थीं?
उत्तर: गाँव की चौपालों और साहित्यिक दुनिया दोनों में।
Long Questions Answer
प्रश्न 1. नागार्जुन का जीवन परिचय लिखिए।
उत्तर: नागार्जुन का जन्म 1911 में सतलखा गाँव (दरभंगा, बिहार) में हुआ। उनका नाम वैद्यनाथ मिश्र था। शिक्षा संस्कृत पाठशाला, बनारस और कोलकाता में हुई। वे 1936 में श्रीलंका गए और बौद्ध धर्म में दीक्षित हुए। अनेक यात्राएँ कीं और 1998 में उनका देहांत हुआ।
प्रश्न 2. नागार्जुन की प्रमुख काव्य कृतियों का उल्लेख कीजिए।
उत्तर: उनकी प्रमुख काव्य कृतियाँ हैं – युगधारा, सतरंगे पंखों वाली, हज़ार-हज़ार बाँहों वाली, तुमने कहा था, पुरानी जूतियों का कोरस, आखिर ऐसा क्या कह दिया मैंने, मैं मिलटरी का बूढ़ा घोड़ा।
प्रश्न 3. नागार्जुन को ‘जनकवि’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि उनकी कविताएँ सीधे जनता से जुड़ी थीं। वे गाँव की चौपालों से लेकर साहित्यिक मंच तक समान रूप से लोकप्रिय रहे। उनकी कविताओं में जनजीवन, आंदोलन और समसामयिक बोध की गहरी झलक मिलती है।
प्रश्न 4. “यह दंतुरित मुसकान” कविता का मुख्य भाव लिखिए।
उत्तर: इस कविता में कवि ने बच्चे की मुसकान को जीवनदायी और मोहक बताया है। यह मुसकान मृतक में भी प्राण डाल सकती है और कठोर पत्थर को भी पिघला सकती है। बच्चे की मासूमियत में जीवन की असली सुंदरता है।
प्रश्न 5. बच्चे की मुसकान और बड़े व्यक्ति की मुसकान में क्या अंतर है?
उत्तर: बच्चे की मुसकान निश्छल, प्राकृतिक और निर्मल होती है। इसमें छल-कपट नहीं होता। जबकि बड़े व्यक्ति की मुसकान में बनावटीपन या स्वार्थ छिपा हो सकता है।
प्रश्न 6. “फसल” कविता का मुख्य संदेश स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: कवि बताता है कि फसल किसी एक का काम नहीं है। यह नदियों के पानी, किसानों के परिश्रम, मिट्टी की उर्वरता, सूर्य की किरणों और हवा की गति का संयुक्त परिणाम है। यानी फसल सहयोग और सामूहिकता का प्रतीक है।
प्रश्न 7. “फसल” कविता में कवि ने फसल को किन-किन तत्वों का परिणाम बताया है?
उत्तर: कवि ने कहा कि फसल नदियों के पानी का जादू है, लाखों हाथों का स्पर्श है, हजारों खेतों की मिट्टी का गुण है, सूर्य की किरणों का रूपांतरण है और हवा की थिरकन का संकोच है।
प्रश्न 8. “यह दंतुरित मुसकान” कविता में प्रयुक्त बिंबों का वर्णन कीजिए।
उत्तर: कवि ने मुसकान को मृतक में प्राण डालने वाली, कठोर पत्थर को जल बना देने वाली, शेफालिका के फूल झराने वाली शक्ति बताया है। इन बिंबों से बच्चे की मुसकान की अद्भुत छवि उभरती है।
प्रश्न 9. नागार्जुन को ‘आधुनिक कबीर’ क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि वे समाज की बुराइयों, भ्रष्टाचार और शोषण पर तीखे व्यंग्य करते थे। उनकी भाषा सहज, बोलचाल की और जनता से जुड़ी हुई थी। वे निर्भीक और सच कहने वाले कवि थे।
प्रश्न 10. “फसल” कविता हमें उपभोक्ता संस्कृति के दौर में क्या सिखाती है?
उत्तर: यह कविता बताती है कि असली जीवन का आधार कृषि और प्रकृति है। फसल सामूहिक श्रम और प्राकृतिक तत्वों का परिणाम है। यह हमें उपभोक्तावादी जीवन से हटाकर खेती-किसानी और श्रम-संस्कृति के महत्व की याद दिलाती है।
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