Solutions For All Chapters Kshitij 10
प्रश्न 1. कवि आत्मकथा लिखने से क्यों बचना चाहता है?
उत्तर: कवि कहता है कि उसके जीवन में ऐसा कुछ विशेष नहीं है जो दूसरों को आनंदित करे। उसकी गागर रीती (खाली) है और व्यथा मौन है, इसलिए वह आत्मकथा लिखने से बचना चाहता है।
प्रश्न 2. आत्मकथा सुनाने के संदर्भ में ‘अभी समय भी नहीं’ कवि ऐसा क्यों कहता है?
उत्तर: कवि का कहना है कि उसकी व्यथा थकी हुई और मौन है। अभी वह समय नहीं आया है जब वह अपनी आत्मकथा प्रकट कर सके।
प्रश्न 3. स्मृति को ‘पाथेय’ बनाने से कवि का क्या आशय है?
उत्तर: कवि का आशय है कि बीते हुए सुख-दुख की स्मृतियाँ जीवन-यात्रा का सहारा बन जाती हैं। जैसे थका हुआ पथिक रास्ते के लिए पाथेय साथ रखता है, वैसे ही स्मृति कवि के जीवन में पाथेय है।
प्रश्न 4 (क). भाव स्पष्ट कीजिए –
मिला कहाँ वह सुख जिसका मैं स्वप्न देखकर जाग गया।
आलिंगन में आते-आते मुसक्या कर जो भाग गया।।
उत्तर: कवि कहता है कि उसे जीवन में वह सुख कभी नहीं मिला जिसका उसने सपना देखा था। वह सुख उसके आलिंगन में आने ही वाला था, पर मुस्कुराकर उससे दूर चला गया। यह उसके जीवन की अधूरी आकांक्षाओं का चित्रण है।
प्रश्न 4 (ख). भाव स्पष्ट कीजिए –
जिसके अरुण कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में।
अनुरागिनी उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में।।
उत्तर: कवि उस स्मृति का चित्रण करता है जिसकी छाया में प्रातःकाल की उषा भी प्रेममय और सुहागिनी प्रतीत होती थी। यहाँ स्मृति का सौंदर्य और अनुरागपूर्ण रूप व्यक्त किया गया है।
प्रश्न 5. ‘उज्ज्वल गाथा कैसे गाऊँ, मधुर चाँदनी रातों की’ कथन के माध्यम से कवि क्या कहना चाहता है?
उत्तर: कवि कहना चाहता है कि उसके जीवन में ऐसी कोई उज्ज्वल और सुखद घटनाएँ नहीं हैं जिन्हें वह मधुर चाँदनी रातों की गाथा की तरह सुना सके।
प्रश्न 6. ‘आत्मकथ्य’ कविता की काव्यभाषा की विशेषताएँ उदाहरण सहित लिखिए।
उत्तर:
- भाषा छायावादी शैली की है।
- इसमें नवीन और ललित शब्दों का प्रयोग है, जैसे गागर रीती, स्मृति पाथेय।
- भाषा भावपूर्ण, कोमल और काव्यमयी है।
- कविता में कल्पना, प्रतीक और बिंबों की मधुरता है।
प्रश्न 7. कवि ने जो सुख का स्वप्न देखा था, उसे कविता में किस रूप में अभिव्यक्त किया है?
उत्तर: कवि ने सुख को ऐसे स्वप्न के रूप में व्यक्त किया है जो पास आते ही मुस्कुराकर दूर भाग गया। वह सुख कभी प्राप्त नहीं हुआ और केवल स्मृति बनकर जीवन-यात्रा का पाथेय बन गया।
रचना और अभिव्यक्ति
प्रश्न 8. इस कविता के माध्यम से प्रसाद जी के व्यक्तित्व की जो झलक मिलती है, उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर: इस कविता से प्रसाद जी का विनम्र और संवेदनशील व्यक्तित्व झलकता है। वे अपने जीवन को साधारण मानते हैं और अपनी व्यथा को प्रकट करने से बचते हैं। उनमें गहरी आत्मानुभूति और स्मृतियों को संजोने की प्रवृत्ति दिखाई देती है।
प्रश्न 9. आप किन व्यक्तियों की आत्मकथा पढ़ना चाहेंगे और क्यों?
उत्तर: मैं स्वतंत्रता सेनानियों और महान साहित्यकारों की आत्मकथा पढ़ना चाहूँगा। उनकी आत्मकथाएँ जीवन की कठिनाइयों, संघर्षों और सफलता की कहानियाँ बताती हैं, जिनसे प्रेरणा और साहस मिलता है।
प्रश्न 10. कोई भी अपनी आत्मकथा लिख सकता है। उसके लिए विशिष्ट या बड़ा होना जरूरी नहीं। हरियाणा राज्य के गुड़गाँव में घरेलू सहायिका के रूप में काम करने वाली बेबी हालदार की आत्मकथा “आलो आंधारि” बहुतों के द्वारा सराही गई। आत्मकथात्मक शैली में अपने बारे में कुछ लिखिए।
उत्तर:
“मेरा नाम ___ है। मैं एक साधारण विद्यार्थी हूँ। मुझे पढ़ाई और खेलों में रुचि है। कभी-कभी कठिनाइयाँ आती हैं, पर मैं धैर्य और मेहनत से उन्हें पार कर लेता हूँ। मेरे मित्र और परिवार मेरा सहारा हैं। मैं अपने जीवन को आगे बढ़ाने और अच्छे इंसान बनने का प्रयास करता हूँ।”
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