सौहार्दं प्रकृतेः शोभा (सद्भाव प्रकृति का सौंदर्य है)
प्रश्न 1: एकपदेन उत्तरं लिखत-
(एक शब्द में उत्तर लिखें)
(क) प्रश्न: वनराज: कै: दुरवस्थां प्राप्त: ? (वनराज को किसके कारण दुरवस्था प्राप्त हुई?)
उत्तर: वानरैः (वानरों के कारण)
(ख) प्रश्न: कः वातावरणं कर्कशध्वनिना आकुलीकरोति ? (कौन कर्कश ध्वनि से वातावरण को अशांत करता है?)
उत्तर: काकः (कौआ)
(ग) प्रश्न: काकचेष्टः विद्यार्थी कीदृशः छात्रः मन्यते ? (कौए की चेष्टा वाला विद्यार्थी कैसा छात्र माना जाता है?)
उत्तर: आदर्शः (आदर्श)
(घ) प्रश्न: कः आत्मानं बलशालिनं, विशालकयं, पराक्रमिणं च कथयति ? (कौन अपने को बलशाली, विशालकाय और पराक्रमी कहता है?)
उत्तर: गजः (हाथी)
(ङ) प्रश्न: बकः कीदृशान् मीनान् क्रूरतया भक्षयति ? (बगुला किस प्रकार की मछलियों को क्रूरता से खाता है?)
उत्तर: वराकान् (छोटी मछलियों को)
प्रश्न 2: अधोलिखितप्रश्नानामुत्तराणि पूर्णवाक्येन लिखत-
(निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पूरे वाक्यों में लिखिए)
(क) नि:संशयं कः कृतान्तः मन्यते?
उत्तर: नि:संशयं चन्तुवः कृतान्तः मन्यते।
👉 हिन्दी अनुवाद:
प्रश्न: निःसंदेह कौन मृत्यु (कृतान्त) समझा जाता है?
उत्तर: निःसंदेह चंटु (चतुर) ही मृत्यु (कृतान्त) समझा जाता है।
(ख) बकः वन्यजन्तूनां रक्षोपायान् कथं चिन्तयितुं कथयति?
उत्तर: बकः वन्यजन्तूनां रक्षोपायान् चिन्तयितुं कथयति यत् सः ध्यानमग्नः स्थितप्रज्ञ इव स्थित्वा सर्वेषाम् रक्षायाः करिष्यति।
👉 हिन्दी अनुवाद:
प्रश्न: बगुला (बक) वन्य पशुओं की रक्षा के उपाय कैसे सोचने की बात कहता है?
उत्तर: बगुला कहता है कि वह वन्य पशुओं की रक्षा के उपाय सोचेगा क्योंकि वह ध्यानमग्न होकर स्थितप्रज्ञ (धीर) के समान खड़ा होकर सबकी रक्षा करेगा।
(ग) अन्ते प्रकृतिमाता प्रविश्य सर्वप्रथम किं वदति?
उत्तर: प्रकृतिमाता प्रविश्य सर्वप्रथम कथयति – “भोः भोः प्राणिनः! यूयम् सर्वे एव मे सन्ततिः। कथं मिथः कलहं कुर्वन्ति?”
👉 हिन्दी अनुवाद:
प्रश्न: अन्त में जब प्रकृति माता आती है तो सबसे पहले क्या कहती है?
उत्तर: प्रकृति माता आकर सबसे पहले कहती है – “अरे अरे जीवों! तुम सब मेरे ही संतान हो। फिर आपस में झगड़ा क्यों करते हो?”
(घ) यदि राजा सम्यक् न भवति तदा प्रजा कथं विप्लवेत्?
उत्तर: यदि राजा सम्यक् न भवति तदा प्रजा नौकाइव विप्लवेत्।
👉 हिन्दी अनुवाद:
प्रश्न: यदि राजा ठीक नहीं होता है तो प्रजा कैसे संकट में पड़ती है?
उत्तर: यदि राजा ठीक नहीं होता है तो प्रजा नाव की तरह डूब जाती है।
(ङ) प्रश्न: मयूरः कथं नृत्यमुद्रायां स्थितः भवति ?
उत्तर: मयूरः पिच्छानुद्घाट्य नृत्यमुद्रायां स्थितः भवति।
👉 हिन्दी अनुवाद:
प्रश्न: मोर नृत्य की मुद्रा में कैसे स्थित होता है?
उत्तर: मोर अपने पंख फैलाकर नृत्य की मुद्रा में स्थित होता है।
(च) प्रश्न: अन्ते सर्वे मिलित्वा कस्य राज्याभिषेकाय तत्पराः भवति ?
उत्तर: अन्ते सर्वे मिलित्वा उलूकस्य राज्याभिषेकाय तत्पराः भवन्ति।
👉 हिन्दी अनुवाद:
प्रश्न: अंत में सभी मिलकर किसके राज्याभिषेक के लिए तत्पर होते हैं?
उत्तर: अंत में सभी मिलकर उल्लू के राज्याभिषेक के लिए तत्पर होते हैं।
(छ) प्रश्न: अस्मिन्नाटके कति पात्राणि सन्ति ?
उत्तर: अस्मिन् नाटके दश पात्राणि सन्ति।
👉 हिन्दी अनुवाद:
प्रश्न: इस नाटक में कितने पात्र हैं?
उत्तर: इस नाटक में दस पात्र हैं।
प्रश्न 3. रेखांकितपदमाधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत –
(रेखांकित पद के आधार पर प्रश्न बनाइए)
(क) सिंहः वानराभ्यां स्वरक्षायाम् असमर्थः एवासीत्। (सिंह वानरों से अपनी रक्षा में असमर्थ था।)
उत्तर: सिंहः वानराभ्यां किमर्थ असमर्थः एवासीत्? (सिंह वानरों से किस कार्य में असमर्थ था?)
(ख) गज; वन्यपशून् तुदन्तं शुण्डेन पोथयित्वा मारयति। (हाथी शुण्ड (सूंड) से प्रहार कर वन्य पशुओं को मार देता है।)
उत्तर: गजः वन्यपशून् तुदन्तं केन् पोथयित्वा मारयति? (हाथी वन्य पशुओं को किससे पटककर मारता है?)
(ग) वानरः आत्मानं वनराजपदाय योग्यः मन्यते। (वानर स्वयं को वनराज (वन का राजा) पद के लिए योग्य समझता है।)
उत्तर: वानरः आत्मानं कस्मै योग्यः मन्यते? (वानर स्वयं को किसके लिए योग्य मानता है?)
(घ) मयूरस्य नृत्यं प्रकृते: आराधना। (मोर का नृत्य प्रकृति की आराधना है।)
उत्तर: मयूरस्य नृत्यं कया आराधना? (मोर का नृत्य किसकी आराधना है?)
(ङ) सर्वे प्रकृतिमातरं प्रणमन्ति। (सब लोग प्रकृति माता को प्रणाम करते हैं।)
उत्तर: सर्वे किम् प्रणमन्ति? (सब लोग किसको प्रणाम करते हैं?)
प्रश्न 4: शुद्धकथनानां समक्षम् आम् अशुद्धकथनानां च समक्षं न इति लिखत-
(सही कथनों पर हाँ और गलत कथनों पर ना लिखें)
(क) सिंहः आत्मानं तुदन्तं वानरं मारयति। (सिंह स्वयं को चोट पहुँचाने वाले वानर को मार देता है।)
उत्तर: न
(ख) का – का इति बकस्य ध्वनिः भवति। (का-का बगुले की ध्वनि होती है।)
उत्तर: न
(ग) काकपिकयोः वर्णः कृष्णः भवति। (कौए और कोयल का रंग काला होता है।)
उत्तर: आम्
(घ) गजः लघुकायः, निर्बलः च भवति। (हाथी छोटे शरीर वाला और कमजोर होता है।)
उत्तर: न
(ङ) मयूरः बकस्य कारणात् पक्षिकुलम् अवमानितं मन्यते। (मोर बगुले के कारण पक्षी कुल को अपमानित मानता है।)
उत्तर: न
(च) अन्योन्यसहयोगेन प्राणिनाम् लाभः जायते। (परस्पर सहयोग से प्राणियों को लाभ होता है।)
उत्तर: आम्
प्रश्न 5 मञ्जूषातः समुचितं पदं चित्वा रिक्तस्थानानि पूरयत –
(संस्कृत पाठ से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थान भरिए )
(स्थितप्रज्ञः, यथासमयम्, मेध्यामध्यभक्षकः, अहिभुक्, आत्मश्लाघाहीनः, पिकः)
(क) काक:………………..भवति।
(कौआ ………………. होता है।)
उत्तर: मेध्यामध्यभक्षकः (अनाज और मध्यम वस्तुएँ खाने वाला (मेध्यामध्यभक्षक))
(ख) ………………..परभृत् अपि कथ्यते।
(………………. को भी परभृत (कौआ का शत्रु) कहा जाता है।)
उत्तर: पिक (कौआ का शत्रु)
(ग) बकः अविचल:………………….इव तिष्ठति।
(बक स्थिर और अडिग …………….. के समान खड़ा रहता है।)
उत्तर: स्थितप्रज्ञ (धैर्यवान)
(घ) मयूरः……………….इति नाम्नाऽपि ज्ञायते।
(मोर …………….. के नाम से भी जाना जाता है।)
उत्तर: अहिभुक (साँप खाने वाला)
(ङ) उलूक………………….. पदनिर्लिप्तः चासीत्।
(उलूक …………….. पद के लिए लालचरहित था।)
उत्तर: आत्मश्लाघाहीन (आत्म-प्रशंसा रहित)
(च) सर्वेषामेव महत्त्वं विद्यते…………..!
(सभी का महत्व केवल …………….. में ज्ञात होता है।)
उत्तर: यथासमयम् (समय अनुसार (यथासमयम्))
प्रश्न 6: वाच्यपरिवर्तनं कृत्वा लिखत-
“वाच्य (क्रिया का कर्ता या कर्म बदलकर) परिवर्तन करके उदाहरण लिखो।”
(क) त्वया सत्यं कथितम्।
उत्तर: त्वं सत्यं कथितम्।
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: तुमसे सत्य कहा गया।
उत्तर: तुमने सत्य कहा।
(ख) सिंहः सर्वजन्तून् पृच्छति।
उत्तर: सर्वजन्तवः सिंहेन पृष्यन्ते।
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: सिंह सभी प्राणियों से पूछता है।
उत्तर: सभी प्राणी सिंह द्वारा पूछे जाते हैं।
(ग) काक: पिकस्य संततिं पालयति।
उत्तर: पिकस्य संततिः काकेन पाल्यते।
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: कौआ कोयल की संतति की रक्षा करता है।
उत्तर: कोयल की संतति कौए द्वारा रक्षित की जाती है।
(घ) मयूर: विधात्रा एव पक्षिराजः वनराजः वा कृतः।
उत्तर: विधाता मयूरं एव पक्षिराज: वनराज: वा अकरोत।
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: मोर को विधाता ने ही पक्षिराज या वनराज बनाया।
उत्तर: विधाता ने मोर को पक्षियों का राजा या जंगलों का राजा बनाया
(ङ) सर्वैः खगैः कोऽपि खगः एव वनराजः कर्तुमिष्यते स्म।
उत्तर: सर्वैः खगैः कोऽपि खगः एव वनराजः कृतः।
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: सभी पक्षियों द्वारा कोई पक्षी ही वनराज बनाया जाना चाहा गया था।
उत्तर: सभी पक्षियों द्वारा कोई पक्षी ही वनराज बनाया गया।
(च) सर्वे मिलित्वा प्रकृतिसौन्दर्याय प्रयत्नं कुर्वन्तु।
उत्तर: सर्वैः मिलित्वा प्रकृतिसौन्दर्याय प्रयत्नः क्रियताम्।
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: सभी मिलकर प्रकृति सौंदर्य के लिए प्रयास करें।
उत्तर: सभी द्वारा मिलकर प्रकृति सौंदर्य के लिए प्रयास किया जाए।
प्रश्न 8: समासविग्रहं समस्तपदं वा लिखत –
(समास का विग्रह करें या समस्त पद लिखें।)
(क) तुच्छजीवैः
उत्तर: तुच्छः जीवः यैः सः तुच्छजीवैः
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: तुच्छ प्राणियों द्वारा
उत्तर: तुच्छ जीवों द्वारा
(ख) वृक्षोपरि
उत्तर: वृक्षस्य उपरि
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: वृक्ष के ऊपर
उत्तर: वृक्ष के ऊपर
(ग) पक्षिणां सम्राट्
उत्तर: पक्षिसम्राट्
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: पक्षियों का सम्राट
उत्तर: पक्षीसम्राट
(घ) स्थिता प्रज्ञा यस्य सः
उत्तर: स्थितप्रज्ञः
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: जिसकी प्रज्ञा स्थिर है वह
उत्तर: स्थितप्रज्ञ
(ङ) अपूर्वम्
उत्तर: न पूर्वम्
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: अपूर्व
उत्तर: जो पहले न था
(च) व्याघ्रचित्रका
उत्तर: व्याघ्रः च चित्रकः च
हिन्दी अनुवाद:
वाक्य: व्याघ्रचित्रक
उत्तर: व्याघ्र और चित्रक
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