MCQ शुचिपर्यावरणम् Chapter 1 Sanskrit Class 10 Shemushi संस्कृत Advertisement MCQ’s For All Chapters – Sanskrit Class 10th 1. मङ्गलश्लोके किं पुरस्तात् उन्नतं भवति? (मंगल श्लोक में पूर्व दिशा में ऊपर उठने वाली क्या है?)चन्द्रः (चंद्रमा)वायुः (वायु)तच्चक्षुः (वह नेत्र रूप)जलम् (जल)Question 1 of 202. मङ्गलश्लोके अदीनाः स्याम इति किं अर्थः? (मंगल श्लोक में 'अदीनाः स्याम' का क्या अर्थ है?)दीनाः भवेम (दीन बनें)स्वावलम्बिनः भवेम (स्वावलंबी बनें)रोगग्रस्ताः भवेम (रोगी बनें)दुःखिताः भवेम (दुखी बनें)Question 2 of 203. द्वितीय मङ्गलश्लोके भद्राः क्रतवो यन्तु इति किं भवति? (दूसरे मंगल श्लोक में 'भद्राः क्रतवो यन्तु' का क्या अर्थ है?)दुःखदाः विचाराः आगच्छन्तु (दुखद विचार आएं)क्रूराः विचाराः आगच्छन्तु (क्रूर विचार आएं)कल्याणकारी विचाराः आगच्छन्तु (कल्याणकारी विचार आएं)मूर्खाः विचाराः आगच्छन्तु (मूर्ख विचार आएं)Question 3 of 204. मङ्गलश्लोके अप्रायुवो इति किं भवति? (मंगल श्लोक में 'अप्रायुवो' का क्या अर्थ है?)प्रगतिं रोधयन्तः (प्रगति रोकने वाले)प्रगतिं न रोधयन्तः (प्रगति न रोकने वाले)दुःखदाः (दुखद)सुखदाः (सुखद)Question 4 of 205. मङ्गलश्लोके दिवे दिवे इति किं अर्थः? (मंगल श्लोक में 'दिवे दिवे' का क्या अर्थ है?)रात्रौ रात्रौ (रात-रात)प्रतिदिन (प्रतिदिन)सप्ताहे सप्ताहे (सप्ताह-सप्ताह)मासे मासे (मास-मास)Question 5 of 206. मङ्गलश्लोके भूयश्च शरदः शतात् इति किं अर्थः? (मंगल श्लोक में 'भूयश्च शरदः शतात्' का क्या अर्थ है?)सौ वर्षात् कम (सौ वर्ष से कम)सौ वर्षात् अधिक (सौ वर्ष से अधिक)सौ वर्षात् समान (सौ वर्ष के बराबर)सौ वर्षरहित (सौ वर्ष रहित)Question 6 of 207. कवेः नाम किं? (कवि का नाम क्या है?)वाल्मीकिः (वाल्मीकि)कालिदासः (कालिदास)हरिदत्तशर्मन् (हरिदत्त शर्मा)भर्तृहरिः (भर्तृहरि)Question 7 of 208. कविः कस्मिन् विषये चिन्तितमनाः दृश्यते? (कवि किस विषय पर चिंतित मन वाला दिखता है?)धनप्राप्तौ (धन प्राप्ति पर)महानगराणां प्रदूषणे (महानगरों के प्रदूषण पर)विद्याप्राप्तौ (विद्या प्राप्ति पर)युद्धे (युद्ध पर)Question 8 of 209. कविः कस्मात् शोषकं इति ब्रवीति? (कवि किसे शोषक कहता है?)वृक्षात् (वृक्ष से)नदीतः (नदी से)लौहचक्रम् (लौह चक्र से)पक्षिणः (पक्षी से)Question 9 of 2010. प्रथम पद्यांशे जीवितं किं जातम्? (पहले पद्यांश में जीवन क्या हो गया है?)सुकरम् (सुकर)सुखम् (सुख)दुर्वहम् (दुर्वह)सरलम् (सरल)Question 10 of 2011. महानगरमध्ये किं चलति? (महानगर में क्या चलता है?)वायुः (वायु)जलधाराः (जलधाराएं)कालायसचक्रम् (कांस्य चक्र)पक्षिणः (पक्षी)Question 11 of 2012. लौहचक्रम् किं करोति? (लौह चक्र क्या करता है?)मनः प्रसादयति (मन प्रसन्न करता है)वायुं शुद्धति (वायु को शुद्ध करता है)मनः शोषयति तनूः पेषयति (मन को सुखा देता है, शरीर को पीसता है)जलं निर्मलं करोति (जल को निर्मल करता है)Question 12 of 2013. दुर्दान्तैर्दशनैः किं न भवति? (दुर्दांत दांतों से क्या नहीं होता?)जनसङ्गः (जन संग)जनसुखम् (जन सुख)जनग्रसनम् (जन गमन)जनशान्तिः (जन शांति)Question 13 of 2014. द्वितीय पद्यांशे कज्जलमलिनं धूमं कः मुञ्चति? (दूसरे पद्यांश में काजल मलिन धुआं कौन छोड़ता है?)वृक्षाः (वृक्ष)नद्यः (नदियां)शतशकटीयानम् (सौ शकट यान)पक्षिणः (पक्षी)Question 14 of 2015. वाष्पयानमाला किं करोति? (वाष्प यानमाला क्या करती है?)शान्तिं ददाति (शांति देती है)ध्वानं वितरति (ध्वनि फैलाती है)वायुं शुद्धति (वायु शुद्ध करती है)जलं पावयति (जल पवित्र करती है)Question 15 of 2016. यानानां पङ्क्तयः किम्? (यानों की पंक्तियां क्या हैं?)मृदुाः (मृदु)सरलाः (सरल)ह्यनन्ताः कठिनं संसरणम् (अनंत, कठिन गमन)सौम्याः (सौम्य)Question 16 of 2017. तृतीय पद्यांशे वायुमण्डलं किं? (तीसरे पद्यांश में वायुमंडल क्या है?)शुद्धम् (शुद्ध)सौम्यम् (सौम्य)भृशं दूषितम् (भयंकर रूप से दूषित)मृदु (मृदु)Question 17 of 2018. भक्ष्यं किं? (भक्ष्य क्या है?)शुद्धम् (शुद्ध)पवित्रम् (पवित्र)कुत्सितवस्तुमिश्रितं समलं (घृणआ वस्तु मिश्रित, मलिन)निर्मलम् (निर्मल)Question 18 of 2019. करणीयं किं? (करणीय क्या है?)दूषणम् (दूषण)विनाशः (विनाश)बहु शुद्धीकरणम् (बहुत शुद्धिकरण)प्रदूषणम् (प्रदूषण)Question 19 of 2020. चतुर्थ पद्यांशे कविः किं प्रपश्यामि इति? (चौथे पद्यांश में कवि क्या देखना चाहता है?)नगरान् (नगर)वाहनानि (वाहन)ग्रामान्ते निर्झर-नदी-पयःपूरम् (ग्राम के अंत में झरना-नदी-जल पूर)यन्त्रानि (यंत्र)Question 20 of 20 Loading...
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