Change of Heart – Part 1
The story Change of Heart revolves around Prabhat, a boy who loves to win and cannot accept defeat. Prabhat is known for being competitive, and his parents, teachers, and friends often point out that he does not know how to handle losing. Whether it is a small game like marbles or a bigger game like badminton, Prabhat always wants to win. He enjoys the feeling of victory and hates losing, to the point that he avoids playing if he thinks he might lose.
One day, a new student named Surya joins Prabhat’s school. Surya is a skilled badminton player, and Prabhat knows that he will have to face Surya in the upcoming friendly matches, which are held on the last Friday of every month. Prabhat prepares seriously for the match, while Surya remains relaxed, joking and smiling.
During the badminton match, Surya scores points easily, but he is so carefree that he doesn’t even notice Prabhat changing the scoreboard while he is distracted. Prabhat cheats to win the game, but Surya doesn’t seem to mind. Surya simply smiles and suggests they play again sometime.
Even though Prabhat wins, he doesn’t feel the usual happiness that comes with victory. That night, he cannot sleep and wonders why Surya didn’t care about losing. The next day, Prabhat sees Surya playing basketball, a game he is terrible at, but Surya still enjoys it with a big smile on his face. This surprises Prabhat, as he had never seen anyone who didn’t mind losing.
Over time, Prabhat observes Surya and realizes that Surya enjoys every game, whether he wins or loses. He plays for the fun of it, not for the sake of winning. Prabhat starts to understand that winning isn’t the most important thing in a game; what truly matters is enjoying the game itself and doing your best. This realization brings a “change of heart” in Prabhat. He starts playing games for fun, without worrying about winning or losing. Soon, other students notice that Prabhat has developed a good sporting spirit, and they enjoy playing with him more.
The story teaches an important lesson about the true meaning of sportsmanship. It emphasizes that enjoying the game and being fair is more important than winning at all costs. Prabhat’s transformation shows that having a “change of heart” can lead to a healthier and more enjoyable approach to life and sports.
Summary in hindi
कहानी Change of Heart प्रबात नाम के एक लड़के के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसे जीतने का बहुत शौक है और हार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं होती। प्रबात हमेशा प्रतियोगिताओं में जीतना चाहता है, चाहे वह छोटी सी खेल हो जैसे कंचे, या बड़ी खेल जैसे बैडमिंटन। प्रबात हार से इतना डरता है कि वह खेल तभी खेलता है जब उसे यकीन हो कि वह जीत जाएगा।
एक दिन, स्कूल में सुर्या नाम का नया छात्र आता है। सुर्या एक अच्छा बैडमिंटन खिलाड़ी है, और प्रबात को पता चलता है कि उसे सुर्या से अगले फ्रेंडली मैच में सामना करना होगा, जो हर महीने के आखिरी शुक्रवार को आयोजित होते हैं। प्रबात मैच के लिए कड़ी मेहनत करता है, जबकि सुर्या मस्ती में हंसी-मजाक करता रहता है।
बैडमिंटन मैच के दौरान, सुर्या आसानी से अंक बना लेता है, लेकिन वह इतना लापरवाह होता है कि उसे यह भी पता नहीं चलता कि प्रबात ने अंक तालिका में हेरफेर कर दिया है। प्रबात धोखे से मैच जीत लेता है, लेकिन सुर्या को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वह बस मुस्कुराता है और कहता है कि उन्हें फिर से खेलना चाहिए।
हालांकि प्रबात जीत जाता है, लेकिन उसे जीत का वह खुशी नहीं मिलती जो उसे पहले मिलती थी। उस रात, प्रबात सो नहीं पाता और सोचता है कि सुर्या हारने पर परेशान क्यों नहीं हुआ। अगले दिन, प्रबात देखता है कि सुर्या बास्केटबॉल खेल रहा है, जबकि वह इस खेल में अच्छा नहीं है। फिर भी, सुर्या पूरे जोश और खुशी से खेल रहा होता है। यह देखकर प्रबात हैरान हो जाता है, क्योंकि उसने पहले कभी किसी को हार को लेकर इतना बेपरवाह नहीं देखा था।
समय के साथ, प्रबात समझ जाता है कि सुर्या हर खेल को आनंद के लिए खेलता है, चाहे वह जीते या हारे। उसके लिए खेल का मजा जीतने से ज्यादा महत्वपूर्ण है। यह अनुभव प्रबात के दिल में एक बदलाव लाता है। अब वह जीतने या हारने की चिंता किए बिना खेल का आनंद लेने लगता है। धीरे-धीरे, बाकी छात्र भी देखते हैं कि प्रबात का खेल के प्रति रवैया बदल गया है, और वे उसके साथ खेल का आनंद उठाते हैं।
कहानी एक महत्वपूर्ण शिक्षा देती है कि सच्चा खेलभावना क्या है। यह सिखाती है कि खेल का असली मजा और ईमानदारी से खेलना जीतने से ज्यादा महत्वपूर्ण है। प्रबात का बदलाव दिखाता है कि “दिल का बदलाव” हमें जीवन और खेल दोनों में एक बेहतर और सुखद दृष्टिकोण दे सकता है।
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