National War Memorial – Part 4
The chapter National War Memorial is about the significance and pride associated with the National War Memorial, which is located in New Delhi. This memorial was established in February 2019 by the Government of India to honor the brave soldiers who have sacrificed their lives for the country.
The poem in the chapter describes the grandeur and importance of the National War Memorial. It highlights how the memorial stands tall in Bharat’s heartland, symbolizing respect, pride, and the bravery of the soldiers. The memorial is a tribute to the courage and sacrifices of those who fought on battlefields, in the skies, and on the oceans to protect the nation.
At the center of the memorial is the Amar Jawan Jyoti, an eternal flame that burns continuously, signifying the undying spirit of the soldiers. The flame serves as a constant reminder of the sacrifices made by these brave souls. The poem also expresses how each stone at the memorial holds a story, and every name etched on the walls speaks of the heroism and dedication of the soldiers.
The chapter encourages readers to visit the National War Memorial and learn more about the soldiers’ sacrifices. It also inspires respect and gratitude toward the nation’s armed forces and serves as a reminder to always honor the bravery and service of these individuals.
In conclusion, the National War Memorial is not just a monument; it is a symbol of the nation’s respect for the soldiers who have given their lives in defense of the country. It reminds every citizen of the courage, commitment, and ultimate sacrifice made by the armed forces for the safety and freedom of India.
Summary in hindi
अध्याय राष्ट्रीय युद्ध स्मारक भारत के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की महत्ता और गौरव के बारे में है, जो नई दिल्ली में स्थित है। यह स्मारक फरवरी 2019 में भारत सरकार द्वारा उन बहादुर सैनिकों को सम्मानित करने के लिए बनाया गया था जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
इस अध्याय में दी गई कविता राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की भव्यता और इसके महत्व को दर्शाती है। यह स्मारक भारत के दिल में गर्व, सम्मान और सैनिकों की वीरता का प्रतीक बनकर खड़ा है। यह उन बहादुर सैनिकों को समर्पित है जिन्होंने युद्धभूमि, आसमान और समुद्र में देश की रक्षा के लिए लड़ाई लड़ी और अपने प्राणों की आहुति दी।
स्मारक के केंद्र में अमर जवान ज्योति है, जो लगातार जलती रहती है और सैनिकों की अमर आत्मा का प्रतीक है। यह ज्योति उन वीर जवानों की बलिदान की याद दिलाती है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण दिए। कविता में यह भी बताया गया है कि स्मारक की हर दीवार और हर पत्थर एक कहानी कहता है, और दीवारों पर लिखे हर नाम सैनिकों की वीरता और समर्पण का प्रतीक है।
अध्याय पाठकों को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की यात्रा करने और सैनिकों के बलिदानों के बारे में जानने के लिए प्रेरित करता है। यह सैनिकों के प्रति सम्मान और आभार की भावना को बढ़ावा देता है और यह याद दिलाता है कि हमें हमेशा अपने सैनिकों की वीरता और सेवा का सम्मान करना चाहिए।
संक्षेप में, राष्ट्रीय युद्ध स्मारक सिर्फ एक स्मारक नहीं है, यह उन सैनिकों के प्रति राष्ट्र के सम्मान का प्रतीक है जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। यह हर नागरिक को सैनिकों के साहस, समर्पण और उनके सर्वोच्च बलिदान की याद दिलाता है, जो भारत की सुरक्षा और स्वतंत्रता के लिए किया गया।
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