Imp Questions For All Chapters – विज्ञान Class 7
Short Questions
प्रश्न: पौधों को वृद्धि के लिए क्या चाहिए?
उत्तर: जल, सूर्य का प्रकाश, पर्णहरित और कार्बन डाइऑक्साइड।
प्रश्न: पौधों में भोजन का भंडारण किस रूप में होता है?
उत्तर: मंड (स्टार्च) के रूप में।
प्रश्न: पत्तियों में हरा रंग किसके कारण होता है?
उत्तर: पर्णहरित (क्लोरोफिल) के कारण।
प्रश्न: प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया में क्या बनता है?
उत्तर: ग्लूकोस और ऑक्सीजन।
प्रश्न: पत्तियों में गैसों का विनिमय कहाँ होता है?
उत्तर: रंध्रों के माध्यम से।
प्रश्न: पौधों में जल और खनिजों का परिवहन कौन करता है?
उत्तर: दारु (जाइलम)।
प्रश्न: भोजन का परिवहन पौधे में किसके द्वारा होता है?
उत्तर: पोषवाह (फ्लोएम)।
प्रश्न: पौधों में श्वसन के दौरान क्या बनता है?
उत्तर: कार्बन डाइऑक्साइड, जल और ऊर्जा।
प्रश्न: प्रकाश संश्लेषण का प्रमुख स्थान कौन-सा है?
उत्तर: पत्तियाँ।
प्रश्न: आयोडीन परीक्षण से क्या पता चलता है?
उत्तर: पत्ती में मंड की उपस्थिति।
प्रश्न: पौधों की वृद्धि के लिए सूर्य का प्रकाश क्यों जरूरी है?
उत्तर: यह प्रकाश संश्लेषण में मदद करता है।
प्रश्न: पौधों में श्वसन किसके लिए ऊर्जा देता है?
उत्तर: वृद्धि और विकास के लिए।
प्रश्न: रंध्र क्या हैं?
उत्तर: पत्ती की सतह पर सूक्ष्म छिद्र।
प्रश्न: पौधे कार्बन डाइऑक्साइड कहाँ से लेते हैं?
उत्तर: वायु से।
प्रश्न: ग्लूकोस का उपयोग पौधे में किस रूप में होता है?
उत्तर: ऊर्जा के स्रोत और भंडारण के लिए।
Long Questions
प्रश्न: पौधों में वृद्धि के लिए कौन-कौन से कारक जरूरी हैं? अपने अवलोकनों के आधार पर समझाइए।
उत्तर: पौधों की वृद्धि के लिए जल, सूर्य का प्रकाश, पर्णहरित और कार्बन डाइऑक्साइड जरूरी हैं। क्रियाकलाप 10.1 में देखा गया कि गमला ‘क’ में, जिसमें सूर्य का प्रकाश और जल दोनों थे, पौधे में सबसे अधिक वृद्धि हुई। गमला ‘ख’ में, जिसमें जल नहीं था, पौधा नष्ट हो गया। गमला ‘ग’ में, जिसमें जल था लेकिन सूर्य का प्रकाश नहीं था, वृद्धि कम हुई। इससे पता चलता है कि जल और सूर्य का प्रकाश दोनों पौधों की वृद्धि के लिए अनिवार्य हैं।
प्रश्न: प्रकाश संश्लेषण क्या है और यह प्रक्रिया पौधों के लिए क्यों जरूरी है?
उत्तर: प्रकाश संश्लेषण वह प्रक्रिया है जिसमें पौधे सूर्य के प्रकाश और पर्णहरित की मदद से कार्बन डाइऑक्साइड और जल का उपयोग करके ग्लूकोस और ऑक्सीजन बनाते हैं। यह प्रक्रिया पौधों के लिए जरूरी है क्योंकि यह भोजन बनाती है, जो पौधों को ऊर्जा देता है और उनकी वृद्धि में मदद करता है। ग्लूकोस मंड के रूप में भंडारित होता है, जो बाद में उपयोग होता है।
प्रश्न: पत्तियाँ पौधों की ‘भोजन निर्माणशाला’ क्यों कहलाती हैं?
उत्तर: पत्तियाँ पौधों की ‘भोजन निर्माणशाला’ कहलाती हैं क्योंकि इनमें प्रकाश संश्लेषण होता है। पत्तियों में पर्णहरित होता है, जो सूर्य के प्रकाश को ग्रहण करता है। क्रियाकलाप 10.2 में आयोडीन परीक्षण से पता चला कि पत्तियों में मंड (भोजन) बनता है। पत्तियों की चौड़ी और सपाट संरचना सूर्य के प्रकाश को अधिक प्रभावी ढंग से ग्रहण करने में मदद करती है।
प्रश्न: क्रियाकलाप 10.2 में पत्ती को वर्ण-विहीन क्यों किया गया? इसका क्या महत्व है?
उत्तर: क्रियाकलाप 10.2 में पत्ती को एल्कोहॉल में उबालकर वर्ण-विहीन किया गया ताकि पर्णहरित का हरा रंग हट जाए। इससे आयोडीन परीक्षण के दौरान मंड की उपस्थिति को स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। यदि पत्ती हरी रहती, तो रंग परिवर्तन (नीला-काला) स्पष्ट नहीं दिखता। यह प्रक्रिया मंड की मौजूदगी को सटीकता से जांचने में मदद करती है।
प्रश्न: पौधों में जल और खनिजों का परिवहन कैसे होता है? क्रियाकलाप 10.7 के आधार पर समझाइए।
उत्तर: पौधों में जल और खनिजों का परिवहन दारु (जाइलम) के माध्यम से होता है। क्रियाकलाप 10.7 में, एक पौधे की टहनी को लाल रंग के पानी में रखा गया। एक दिन बाद, तने, पत्तियों और फूलों में लाल रंग दिखाई दिया, जो दर्शाता है कि जल और खनिज दारु के माध्यम से पौधे के विभिन्न भागों में ऊपर की ओर जाते हैं। दारु पतली नलियों की तरह काम करता है।
प्रश्न: पौधों में भोजन का परिवहन कैसे होता है? इसका महत्व क्या है?
उत्तर: पौधों में भोजन का परिवहन पोषवाह (फ्लोएम) के माध्यम से होता है। पत्तियों में बना भोजन (ग्लूकोस या मंड) पोषवाह द्वारा पौधे के अन्य भागों, जैसे जड़ों और बीजों, में ले जाया जाता है। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि यह भोजन पौधे की वृद्धि, विकास और भंडारण के लिए जरूरी होता है।
प्रश्न: पौधों में श्वसन की प्रक्रिया क्या है? यह कैसे काम करती है?
उत्तर: पौधों में श्वसन वह प्रक्रिया है जिसमें ग्लूकोस ऑक्सीजन की उपस्थिति में विघटित होकर कार्बन डाइऑक्साइड, जल और ऊर्जा बनाता है। क्रियाकलाप 10.8 में, मूंग के बीजों ने श्वसन के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड उत्पन्न की, जिससे चूने का पानी दूधिया हो गया। यह ऊर्जा पौधों की वृद्धि और अन्य कार्यों के लिए उपयोग होती है।
प्रश्न: रंध्र क्या हैं और इनका पौधों में क्या कार्य है?
उत्तर: रंध्र पत्ती की सतह पर मौजूद सूक्ष्म छिद्र हैं। ये प्रकाश संश्लेषण और श्वसन के दौरान कार्बन डाइऑक्साइड और ऑक्सीजन के विनिमय में मदद करते हैं। क्रियाकलाप 10.6 में, सूक्ष्मदर्शी से पत्ती की परत में रंध्र दिखाई दिए, जो गैसों के आदान-प्रदान को संभव बनाते हैं।
प्रश्न: क्रियाकलाप 10.5 से क्या निष्कर्ष निकला? यह प्रकाश संश्लेषण के बारे में क्या बताता है?
उत्तर: क्रियाकलाप 10.5 में, सूर्य के प्रकाश में रखे गए व्यवस्थापन ‘क’ में परखनली में गैस के बुलबुले दिखे, जो ऑक्सीजन थी। यह ऑक्सीजन प्रकाश संश्लेषण के दौरान निर्मुक्त हुई। अँधेरे में रखे व्यवस्थापन ‘ख’ में बुलबुले नहीं दिखे, जो दर्शाता है कि प्रकाश संश्लेषण के लिए सूर्य का प्रकाश जरूरी है।
प्रश्न: प्रकाश संश्लेषण और श्वसन प्रकृति में संतुलन कैसे बनाए रखते हैं?
उत्तर: प्रकाश संश्लेषण में पौधे कार्बन डाइऑक्साइड लेकर ऑक्सीजन और ग्लूकोस बनाते हैं, जबकि श्वसन में वे ऑक्सीजन लेकर कार्बन डाइऑक्साइड और ऊर्जा बनाते हैं। ये दोनों प्रक्रियाएँ एक-दूसरे के पूरक हैं। प्रकाश संश्लेषण वायु में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है, जो श्वसन के लिए जरूरी है, और श्वसन कार्बन डाइऑक्साइड देता है, जो प्रकाश संश्लेषण के लिए जरूरी है। इस तरह ये प्रकृति में गैसों का संतुलन बनाए रखते हैं।
Leave a Reply