Imp Questions For All Chapters – विज्ञान Class 7
Short Questions
प्रश्न: पृथ्वी अपने अक्ष पर कितने समय में एक घूर्णन पूरा करती है?
उत्तर: लगभग 24 घंटे में।
प्रश्न: सूर्य पूर्व में उदित होता है और पश्चिम में अस्त होता है, इसका कारण क्या है?
उत्तर: पृथ्वी का पश्चिम से पूर्व की ओर घूर्णन।
प्रश्न: दिन और रात का चक्र किस कारण चलता है?
उत्तर: पृथ्वी के पश्चिम से पूर्व की ओर घूर्णन के कारण।
प्रश्न: पृथ्वी का घूर्णन अक्ष कहाँ से गुजरता है?
उत्तर: भौगोलिक उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव से।
प्रश्न: रात्रि-आकाश में तारे किस कारण घूमते हुए प्रतीत होते हैं?
उत्तर: पृथ्वी के घूर्णन के कारण।
प्रश्न: पृथ्वी सूर्य के चारों ओर एक परिक्रमा कितने समय में पूरी करती है?
उत्तर: लगभग 365 दिन और 6 घंटे में।
प्रश्न: वर्ष के अलग-अलग महीनों में रात्रि-आकाश में अलग-अलग तारे क्यों दिखते हैं?
उत्तर: पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करने के कारण।
प्रश्न: पृथ्वी पर ऋतुओं का कारण क्या है?
उत्तर: पृथ्वी के घूर्णन अक्ष का झुकाव और गोल आकृति।
प्रश्न: जून माह में उत्तरी गोलार्ध में कौन सी ऋतु होती है?
उत्तर: ग्रीष्म ऋतु।
प्रश्न: सूर्य-ग्रहण कब होता है?
उत्तर: जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है।
प्रश्न: चंद्र-ग्रहण कब होता है?
उत्तर: जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है।
प्रश्न: पूर्ण सूर्य-ग्रहण में क्या होता है?
उत्तर: सूर्य पूरी तरह ढक जाता है और दिन में अँधेरा छा जाता है।
प्रश्न: सूर्य-ग्रहण को सीधे देखना क्यों खतरनाक है?
उत्तर: सूर्य का प्रकाश इतना तीव्र होता है कि आँखों को क्षति पहुँचा सकता है।
प्रश्न: ध्रुव तारा आकाश में लगभग स्थिर क्यों प्रतीत होता है?
उत्तर: पृथ्वी का घूर्णन अक्ष ध्रुव तारे के बहुत निकट इंगित करता है।
प्रश्न: विषुवत रेखा पर दिन और रात की अवधि कैसी होती है?
उत्तर: सदैव 12 घंटे सूर्य का प्रकाश और 12 घंटे अंधकार।
Long Questions
प्रश्न: पृथ्वी के घूर्णन से सूर्य और तारों की गति कैसी प्रतीत होती है? व्याख्या कीजिए।
उत्तर: पृथ्वी अपने अक्ष पर पश्चिम से पूर्व की ओर घूमती है, जिससे सूर्य पूर्व में उदित होता हुआ और पश्चिम में अस्त होता हुआ प्रतीत होता है। इसी तरह, रात्रि में तारे भी पूर्व से पश्चिम की ओर घूमते हुए दिखते हैं। उदाहरण के लिए, सप्तर्षि तारामंडल ध्रुव तारे के चारों ओर घूमता हुआ प्रतीत होता है। यह सब पृथ्वी के घूर्णन के कारण होता है, न कि सूर्य या तारों की वास्तविक गति के कारण।
प्रश्न: दिन और रात कैसे होते हैं? ग्लोब और टॉर्च की मदद से समझाइए।
उत्तर: दिन और रात पृथ्वी के घूर्णन के कारण होते हैं। ग्लोब को पृथ्वी मानें और टॉर्च को सूर्य। जब ग्लोब पर टॉर्च का प्रकाश पड़ता है, तो ग्लोब का आधा भाग प्रकाशमान होता है (दिन) और आधा अँधेरा रहता है (रात)। ग्लोब को पश्चिम से पूर्व की ओर घुमाने पर, कोई स्थान पहले प्रकाश में आता है (सूर्योदय) और फिर अँधेरे में (सूर्यास्त)। भारत में सूर्योदय पहले पूर्वी भाग में होता है।
प्रश्न: पृथ्वी की परिक्रमा से रात्रि-आकाश का दृश्य कैसे बदलता है?
उत्तर: पृथ्वी सूर्य के चारों ओर लगभग वृत्ताकार कक्षा में परिक्रमा करती है, जो एक वर्ष में पूरी होती है। इससे वर्ष के अलग-अलग महीनों में सूर्यास्त के बाद रात्रि-आकाश में अलग-अलग तारे और तारामंडल दिखते हैं। उदाहरण के लिए, एक महीने बाद उसी समय पर आकाश का अवलोकन करने पर तारों के पैटर्न बदल जाते हैं, क्योंकि पृथ्वी की स्थिति बदल जाती है।
प्रश्न: पृथ्वी पर ऋतुएँ क्यों बदलती हैं? उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में अंतर बताइए।
उत्तर: ऋतुएँ पृथ्वी के घूर्णन अक्ष के झुकाव और गोल आकृति के कारण बदलती हैं। जून में उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका होता है, इसलिए वहाँ सूर्य की किरणें छोटे क्षेत्र पर पड़ती हैं और दिन लंबे (12 घंटे से अधिक) होते हैं, जिससे ग्रीष्म ऋतु होती है। दक्षिणी गोलार्ध में शीत ऋतु होती है। दिसंबर में स्थिति उलट जाती है। विषुवत रेखा के निकट ऋतु-परिवर्तन कम स्पष्ट होते हैं।
प्रश्न: सूर्य-ग्रहण क्या है और यह कैसे होता है? पूर्ण और आंशिक में अंतर बताइए।
उत्तर: सूर्य-ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और सूर्य का प्रकाश पृथ्वी पर पहुँचने से रोक देता है। पूर्ण सूर्य-ग्रहण में चंद्रमा सूर्य को पूरी तरह ढक लेता है, जिससे दिन में अँधेरा छा जाता है। आंशिक सूर्य-ग्रहण में चंद्रमा सूर्य के कुछ भाग को ही ढकता है। चंद्रमा का आभासी आकार सूर्य जितना ही होता है क्योंकि यह सूर्य से निकट है।
प्रश्न: सूर्य-ग्रहण को देखने की सुरक्षित विधि क्या है? असुरक्षित तरीकों से क्या खतरा है?
उत्तर: सूर्य-ग्रहण को सीधे आँखों से नहीं देखना चाहिए, क्योंकि सूर्य का प्रकाश तीव्र होता है और आँखों को क्षति पहुँचा सकता है। सुरक्षित विधि: दर्पण से सूर्य का प्रतिबिंब पर्दे पर बनाना या खगोलीय क्लब के विशेष सत्र में भाग लेना। धूप का चश्मा, दूरबीन या द्विनेत्री से देखना भी खतरनाक है।
प्रश्न: चंद्र-ग्रहण क्या है? पूर्ण और आंशिक चंद्र-ग्रहण में क्या अंतर है?
उत्तर: चंद्र-ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और सूर्य का प्रकाश चंद्रमा पर पहुँचने से रोक देती है। पूर्ण चंद्र-ग्रहण में चंद्रमा पूरी तरह पृथ्वी की छाया में होता है और गहरे लाल रंग का दिखता है। आंशिक में चंद्रमा का कुछ भाग ही छाया में होता है। इसे बिना उपकरण के सुरक्षित देखा जा सकता है।
प्रश्न: फोको पेंडुलम क्या है और इसका उपयोग किस लिए किया गया?
उत्तर: फोको पेंडुलम एक लंबा लोलक है जिसमें एक भारी गोलक लंबी डोरी से लटकती है। लीऑन फोको ने इसका उपयोग पृथ्वी के घूर्णन को प्रदर्शित करने के लिए किया। दिल्ली की नई संसद में 22 मीटर लंबा फोको पेंडुलम लगा है, जो भारत के विचार को ब्रह्मांड से जोड़ने का प्रतीक है।
प्रश्न: आर्यभट ने पृथ्वी के घूर्णन के बारे में क्या कहा? उनके अनुमान का वर्णन कीजिए।
उत्तर: आर्यभट ने आर्यभटीय ग्रंथ में लिखा कि पृथ्वी के घूर्णन के कारण तारे पश्चिम की ओर गतिमान प्रतीत होते हैं, जैसे नाव में बैठा व्यक्ति स्थिर वस्तुओं को पीछे जाते देखता है। उन्होंने पृथ्वी के एक घूर्णन का समय 23 घंटे 56 मिनट 4.1 सेकंड अनुमानित किया, जो वर्तमान मान के बहुत निकट है।
प्रश्न: यदि पृथ्वी का घूर्णन अक्ष झुका हुआ न होता तो ऋतुओं पर क्या प्रभाव पड़ता?
उत्तर: यदि पृथ्वी का घूर्णन अक्ष झुका हुआ न होता, तो ऋतुएँ नहीं बदलतीं। हर जगह दिन और रात की अवधि हमेशा समान रहती, और सूर्य की किरणें पूरे वर्ष एक जैसी पड़तीं। ग्रीष्म और शीत जैसी ऋतुएँ नहीं होतीं, क्योंकि झुकाव ही उत्तरी और दक्षिणी गोलार्ध में सूर्य की किरणों की तीव्रता और अवधि में अंतर पैदा करता है।
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