Imp Questions For All Chapters – विज्ञान Class 7
Short Questions
प्रश्न: ऊष्मा का स्थानांतरण कितने प्रकार से होता है?
उत्तर: तीन प्रकार से – चालन, संवहन, और विकिरण।
प्रश्न: ऊष्मा के सुचालक पदार्थ क्या कहलाते हैं?
उत्तर: वे पदार्थ जो ऊष्मा को आसानी से संचरित होने देते हैं।
प्रश्न: लकड़ी ऊष्मा की सुचालक है या कुचालक?
उत्तर: कुचालक।
प्रश्न: भोजन पकाने के लिए धातु के बर्तनों का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर: क्योंकि धातुएँ ऊष्मा की सुचालक होती हैं।
प्रश्न: संवहन प्रक्रिया में ऊष्मा का स्थानांतरण कैसे होता है?
उत्तर: कणों की वास्तविक गति के द्वारा।
प्रश्न: समुद्र समीर कब बहती है?
उत्तर: दिन के समय।
प्रश्न: स्थल समीर किस दिशा में बहती है?
उत्तर: स्थल से समुद्र की ओर।
प्रश्न: विकिरण प्रक्रिया में ऊष्मा स्थानांतरण के लिए माध्यम की आवश्यकता होती है या नहीं?
उत्तर: नहीं।
प्रश्न: जल चक्र क्या है?
उत्तर: जल का ऊपर उठना और वर्षा द्वारा नीचे आकर जल निकायों में वापस जाना।
प्रश्न: भौम जल क्या है?
उत्तर: वह जल जो मृदा और चट्टानों के रिक्त स्थानों में रिसकर संग्रहीत होता है।
प्रश्न: जलभृत क्या कहलाती हैं?
उत्तर: अवसाद और चट्टानों की भूमिगत परतें जो जल संग्रहीत करती हैं।
प्रश्न: हिम स्तूप का उपयोग कहाँ किया जाता है?
उत्तर: लद्दाख में।
प्रश्न: चालन में कण अपनी स्थिति से हटते हैं या नहीं?
उत्तर: नहीं।
प्रश्न: सर्दियों में गहरे रंग के कपड़े क्यों पहने जाते हैं?
उत्तर: क्योंकि वे ऊष्मा को अवशोषित करते हैं।
प्रश्न: मृदा की तुलना में बजरी से जल क्यों तेजी से रिसता है?
उत्तर: क्योंकि बजरी के कणों के बीच स्थान अधिक चौड़े होते हैं।
Long Questions
प्रश्न: ऊष्मा के चालन को समझाने के लिए क्रियाकलाप 7.1 का वर्णन करें।
उत्तर: क्रियाकलाप 7.1 में एक 15 सेमी लंबी धातु की पट्टी ली जाती है। इस पर चार पिन मोम की सहायता से 2 सेमी की समान दूरी पर चिपकाए जाते हैं। पट्टी को स्टैंड पर रखा जाता है और इसके एक छोर को मोमबत्ती से गर्म किया जाता है। अवलोकन में देखा जाता है कि सबसे नजदीकी पिन (पिन 1) पहले गिरती है, फिर पिन 2, पिन 3 और अंत में पिन 4। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ऊष्मा धातु की पट्टी के गर्म छोर से ठंडे छोर की ओर चालन द्वारा स्थानांतरित होती है। मोम पिघलने पर पिन नीचे गिर जाती है।
प्रश्न: संवहन प्रक्रिया को समझाने के लिए क्रियाकलाप 7.2 का वर्णन करें।
उत्तर: क्रियाकलाप 7.2 में दो कागज के कप समान लंबाई के धागों से लकड़ी की छड़ पर लटकाए जाते हैं ताकि छड़ क्षैतिज रहे। एक कप के नीचे जलती मोमबत्ती रखी जाती है। अवलोकन में पाया जाता है कि मोमबत्ती के नीचे वाला कप ऊपर उठ जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि मोमबत्ती की गर्मी से कप के अंदर की हवा गर्म होकर फैलती है, हल्की हो जाती है और ऊपर उठती है। यह संवहन प्रक्रिया को दर्शाता है।
प्रश्न: समुद्र समीर और स्थल समीर क्या हैं? इनके बनने की प्रक्रिया समझाइए।
उत्तर: समुद्र समीर दिन के समय समुद्र से स्थल की ओर बहने वाली ठंडी हवा है। दिन में स्थल जल की तुलना में जल्दी गर्म होता है, जिससे गर्म हवा ऊपर उठती है और समुद्र की ठंडी हवा स्थल की ओर बहती है। स्थल समीर रात में स्थल से समुद्र की ओर बहने वाली ठंडी हवा है। रात में स्थल जल की तुलना में जल्दी ठंडा होता है, जिससे समुद्र की गर्म हवा ऊपर उठती है और स्थल की ठंडी हवा समुद्र की ओर बहती है।
प्रश्न: विकिरण क्या है? यह ऊष्मा स्थानांतरण की अन्य प्रक्रियाओं से कैसे अलग है?
उत्तर: विकिरण वह प्रक्रिया है जिसमें ऊष्मा बिना किसी माध्यम के एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाती है, जैसे सूर्य की ऊष्मा पृथ्वी तक पहुँचती है। यह चालन और संवहन से अलग है क्योंकि चालन और संवहन में ऊष्मा स्थानांतरण के लिए माध्यम (जैसे ठोस, द्रव या गैस) की आवश्यकता होती है, जबकि विकिरण में माध्यम की जरूरत नहीं होती।
प्रश्न: जल चक्र क्या है? यह पृथ्वी पर जल के संरक्षण में कैसे मदद करता है?
उत्तर: जल चक्र वह प्रक्रिया है जिसमें जल समुद्र, नदियों और झीलों से सूर्य की गर्मी के कारण वाष्पित होकर जलवाष्प बनता है, ऊपर उठता है, ठंडा होकर बादल बनाता है, और वर्षा, हिम या ओलों के रूप में पृथ्वी पर वापस आता है। यह चक्र जल को नदियों, झीलों और समुद्रों में पुनः वितरित और पूर्ति करता है, जिससे पृथ्वी पर जल की कुल मात्रा संरक्षित रहती है।
प्रश्न: भौम जल क्या है? यह कैसे बनता है और जलभृत क्या हैं?
उत्तर: भौम जल वह जल है जो मृदा और चट्टानों के रिक्त स्थानों में रिसकर भूमि के नीचे संग्रहीत होता है। यह सतह के जल के मृदा और चट्टानों से रिसने की प्रक्रिया (अंतःस्यंदन) द्वारा बनता है। जलभृत वे भूमिगत परतें हैं जो छिद्रों में जल संग्रहीत करती हैं। कुएँ खोदकर इन जलभृतों से जल प्राप्त किया जाता है।
प्रश्न: हिम स्तूप क्या है और यह लद्दाख में जल संरक्षण में कैसे मदद करता है?
उत्तर: हिम स्तूप लद्दाख में बनाई गई शंकु आकार की बर्फ की संरचना है। शीतकाल में पहाड़ी जलधाराओं का जल नलिकाओं द्वारा नीचे लाया जाता है और ठंडी हवा में फुहारों के रूप में छिड़का जाता है, जो जमकर हिम स्तूप बनाता है। वसंत में यह धीरे-धीरे पिघलता है और खेती व अन्य जरूरतों के लिए जल प्रदान करता है।
प्रश्न: सर्दियों में ऊनी कपड़े और दो पतले कंबल क्यों पसंद किए जाते हैं?
उत्तर: ऊनी कपड़े और दो पतले कंबल वायु को अपने छिद्रों में फँसाते हैं। वायु ऊष्मा की कुचालक होती है, जो शरीर से बाहर की ओर ऊष्मा के प्रवाह को कम करती है। दो पतले कंबल एक मोटे कंबल की तुलना में अधिक वायु फँसाते हैं, जिससे अधिक गर्मी मिलती है।
प्रश्न: खोखली ईंटों से बने घर गर्मी और सर्दी से कैसे बचाते हैं?
उत्तर: खोखली ईंटों में वायु भरी होती है, जो ऊष्मा की कुचालक होती है। यह सर्दियों में घर को गर्म और गर्मियों में ठंडा रखती है, क्योंकि यह ऊष्मा के स्थानांतरण को रोकती है।
प्रश्न: क्रियाकलाप 7.5 के आधार पर बताइए कि जल का अंतःस्यंदन कैसे होता है?
उत्तर: क्रियाकलाप 7.5 में तीन पारदर्शी बोतलों में मृदा, बालू और बजरी डाली जाती है। प्रत्येक में 200 मिली जल डाला जाता है और 10 मिनट तक बीकर में एकत्रित जल की मात्रा मापी जाती है। अवलोकन में पाया जाता है कि बजरी से जल सबसे तेजी से, बालू से धीमे और मृदा से बहुत धीरे रिसता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि बजरी के कणों के बीच स्थान अधिक चौड़े होते हैं, जिससे जल आसानी से रिस जाता है।
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