Notes For All Chapters – विज्ञान Class 7
1. पृथ्वी का घूर्णन (Rotation)
- पृथ्वी अपनी धुरी पर घूमती है।
- यह पश्चिम से पूर्व दिशा में घूमती है।
- एक घूर्णन पूरा करने में लगभग 24 घंटे लगते हैं।
- इसी कारण दिन और रात होते हैं।
- सूर्य पूर्व में उदित और पश्चिम में अस्त होता प्रतीत होता है।
- तारे और चंद्रमा भी आकाश में चलते हुए लगते हैं।
- पृथ्वी का घूर्णन अक्ष उत्तरी ध्रुव और दक्षिणी ध्रुव से गुजरता है।
- दिन-रात की परिघटना इसी घूर्णन के कारण है।
2. पृथ्वी का परिक्रमण (Revolution)
- पृथ्वी सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करती है।
- परिक्रमा पूरा करने में 365 दिन 6 घंटे लगते हैं (लगभग 1 वर्ष)।
- पृथ्वी की कक्षा लगभग वृत्ताकार होती है।
- परिक्रमा के कारण रात्रि-आकाश का दृश्य बदलता रहता है (विभिन्न महीनों में अलग तारे दिखते हैं)।
3. ऋतु परिवर्तन
- पृथ्वी का अक्ष झुका हुआ है (90° पर नहीं है)।
- यही झुकाव और गोलाकार आकार ऋतुओं का कारण है।
- जून : उत्तरी गोलार्ध सूर्य की ओर झुका → यहाँ ग्रीष्म ऋतु और लंबे दिन।
- दिसंबर : उत्तरी गोलार्ध सूर्य से दूर → यहाँ शीत ऋतु और छोटे दिन।
- दक्षिणी गोलार्ध में ऋतुएँ उत्तरी गोलार्ध के विपरीत होती हैं।
- 21 जून : सबसे लंबा दिन (उत्तरायण)
- 22 दिसंबर : सबसे छोटी दिन (दक्षिणायन)
- 21 मार्च और 23 सितंबर : दिन और रात बराबर (विषुव दिवस)।
- विषुवत रेखा पर सदैव 12 घंटे दिन और 12 घंटे रात होते हैं।
4. सूर्य-ग्रहण
- जब चंद्रमा, सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है और सूर्य का प्रकाश रोक देता है।
- प्रकार –
- पूर्ण सूर्य-ग्रहण : सूर्य पूरी तरह ढक जाता है।
- आंशिक सूर्य-ग्रहण : सूर्य आंशिक रूप से ढकता है।
- सूर्य-ग्रहण केवल कुछ मिनटों के लिए होता है।
- इसे सीधे आँखों से नहीं देखना चाहिए। विशेष चश्मे या प्रक्षेपण विधि का प्रयोग करना चाहिए।
5. चंद्र-ग्रहण
- जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और चंद्रमा पर प्रकाश नहीं पहुँच पाता।
- प्रकार –
- पूर्ण चंद्र-ग्रहण : पूरा चंद्रमा छाया में।
- आंशिक चंद्र-ग्रहण : चंद्रमा का कुछ भाग छाया में।
- चंद्र-ग्रहण को नंगी आँखों से सुरक्षित रूप से देखा जा सकता है।
6. महत्वपूर्ण तथ्य
- पृथ्वी के घूर्णन के कारण दिन-रात।
- पृथ्वी के परिक्रमण और अक्ष के झुकाव से ऋतुएँ।
- चंद्रमा के कारण ग्रहण।
- आर्यभट ने सबसे पहले पृथ्वी के घूर्णन का उल्लेख किया।
- फोको पेंडुलम (लोलक प्रयोग) से पृथ्वी के घूमने का प्रमाण।
- ध्रुव तारा आकाश में स्थिर दिखाई देता है।
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