Notes For All Chapters – विज्ञान Class 7
परिचय
- जैव प्रक्रम: पोषण, श्वसन, उत्सर्जन, जनन सजीवों के लिए आवश्यक।
- भोजन से ऊर्जा मिलती है, जो जैव प्रक्रमों के लिए जरूरी।
9.1 जंतुओं में पोषण
- जंतु विभिन्न भोजन खाते हैं (मकरंद, दूध, छोटे कण)।
- भोजन के जटिल घटक (कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा) आहार नाल में सरल रूप में टूटते हैं।
- आहार नाल के भाग: मुख, ग्रासनली, आमाशय, क्षुद्रांत्र, बृहदांत्र, मलाशय, गुदा।
- सहायक अंग: यकृत (पित्तरस), अग्न्याशय (पाचक रस)।
9.1.1 मानव में पाचन
1. मुख:
- दाँत: भोजन को छोटे टुकड़ों में तोड़ते हैं (यांत्रिक पाचन)।
- लार: मंड (कार्बोहाइड्रेट) को शर्करा में बदलती है।
- क्रियाकलाप 9.1: लार मंड को शर्करा में तोड़ती है (आयोडीन परीक्षण में चबाए चावल का रंग नहीं बदलता)।
- मुख स्वच्छता: दिन में दो बार मंजन, जीभ साफ करना, कुल्ला करना।
2.ग्रासनली: लहरदार गति से भोजन को आमाशय तक ले जाती है।
3.आमाशय:
- स्राव: अम्ल (प्रोटीन तोड़ता, जीवाणु नष्ट करता), पाचक रस (प्रोटीन को सरल करता), श्लेष्मा (आस्तर की रक्षा)।
- भोजन अर्धतरल बनता है।
4.क्षुद्रांत्र:
- लंबाई: ~6 मीटर (सबसे लंबा भाग)।
- पाचक रस: यकृत (पित्तरस: वसा तोड़ता), अग्न्याशय (कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा तोड़ता), क्षुद्रांत्र।
- पोषक अवशोषण: प्रवर्ध (विली) रक्त में पोषक भेजते हैं।
- सीलिएक रोग: ग्लूटेन से क्षति, ग्लूटेन-मुक्त भोजन (ज्वार, बाजरा) उपाय।
5.बृहदांत्र:
- लंबाई: ~1.5 मीटर, जल और लवण अवशोषित करता।
- मल मलाशय में एकत्र, गुदा से बाहर (बहिःक्षेपण)।
- रेशे युक्त भोजन (फल, सब्जियाँ) मल-त्याग आसान करते।
- सूक्ष्मजीव: रेशों को तोड़ते, पोषक बनाते।
अन्य जंतुओं में पाचन
- रोमंथी जंतु (गाय): भोजन को आंशिक चबाकर निगलते, फिर रोमंथन करते।
- पक्षी: पेषणी (मांसपेशीय प्रकोष्ठ) कंकड़ों की मदद से भोजन तोड़ती।
9.2 जंतुओं में श्वसन
- श्वसन: ग्लूकोस + ऑक्सीजन → कार्बन डाइऑक्साइड + जल + ऊर्जा।
- श्वास लेना: अंतःश्वसन (वायु अंदर), उच्छवसन (वायु बाहर)।
9.2.1 मनुष्यों में श्वसन
श्वसन तंत्र: नासाद्वार, नासा पथ, श्वासनली, फेफड़े, कूपिकाएँ, पसली पिंजर।
श्वास की प्रक्रिया:
- अंतःश्वसन: पसलियाँ ऊपर-बाहर, डायाफ्राम नीचे, वायु फेफड़ों में।
- उच्छवसन: पसलियाँ नीचे-अंदर, डायाफ्राम ऊपर, वायु बाहर।
- क्रियाकलाप 9.2: बोतल-गुब्बारा मॉडल फेफड़े और डायाफ्राम दर्शाता।
गैस विनिमय: कूपिकाओं में ऑक्सीजन रक्त में, कार्बन डाइऑक्साइड वायु में।
- क्रियाकलाप 9.3: उच्छवसित वायु में अधिक कार्बन डाइऑक्साइड (चूना पानी दूधिया)।
विज्ञान और समाज:
- प्राणायाम: श्वसन तंत्र स्वस्थ, मानसिक शांति।
- धूम्रपान: फेफड़ों को नुकसान, कैंसर का जोखिम।
9.2.2 अन्य जंतुओं में श्वसन
- फेफड़े: पक्षी, शेर, गाय आदि (संरचना अलग)।
- क्लोम: मछलियों में गैस विनिमय।
- उभयचर (मेंढक): टैडपोल (क्लोम), वयस्क (फेफड़े/त्वचा)।
- केंचुए: नम त्वचा से गैस विनिमय।
परिसंचरण तंत्र
- हृदय, रुधिर, रुधिर-वाहिकाएँ: पोषक, ऑक्सीजन ले जाते, अपशिष्ट निकालते।
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