सन्निमित्ते वरं त्यागः (ख-भागः)
अनुकूल अवसर पर श्रेष्ठता का त्याग (भाग-ख)
प्रश्नः / उत्तरः
१. प्रश्नः – वीरवरः राज्ञः शूद्रकस्य सेवायां कः नियुक्तः आसीत्? (राजा शूद्रक की सेवा में कौन नियुक्त था?)
👉 उत्तरम् – वीरवरः राजपुरुषरूपेण नियुक्तः आसीत्। (वीरवर राजपुरुष के रूप में नियुक्त था।)
२. प्रश्नः – वीरवरस्य वेतनं कियत् आसीत्? (वीरवर का वेतन कितना था?)
👉 उत्तरम् – तस्मै सुवर्णशतचतुष्टयं वेतनं दीयते स्म। (उसे चार सौ स्वर्ण मुद्राएँ वेतन स्वरूप मिलती थीं।)
३. प्रश्नः – वीरवरः वेतनस्य अर्धं कुत्र नियोजयति स्म? (वीरवर वेतन का आधा भाग कहाँ लगाता था?)
👉 उत्तरम् – सः अर्धं देवकार्ये नियोजयति स्म। (वह आधा भाग देवकार्य में लगाता था।)
४. प्रश्नः – शेषं वेतनं वीरवरः कस्य हस्ते अर्पयति स्म? (शेष वेतन वीरवर किसके हाथ में देता था?)
👉 उत्तरम् – शेषं एकचतुर्थांशं स्वपत्नीं प्रति अर्पयति स्म। (शेष चौथाई भाग अपनी पत्नी को देता था।)
५. प्रश्नः – करुणक्रन्दनध्वनिं अनुसृत्य वीरवरः कं ददर्श? (करुणा से भरे रोदन का अनुसरण कर वीरवर ने किसे देखा?)
👉 उत्तरम् – सः राज्ञः शूद्रकस्य राजलक्ष्मीम् ददर्श। (उसने राजा शूद्रक की राजलक्ष्मी को देखा।)
६. प्रश्नः – राजलक्ष्म्या किम् उक्तं यत् शूद्रकस्य आयुः कियत् शेषः? (राजलक्ष्मी ने क्या कहा कि शूद्रक की आयु कितनी शेष है?)
👉 उत्तरम् – सा उक्तवती यत् तस्य आयुः केवलं दिनत्रयम् एव शेषः। (उसने कहा कि उसकी आयु केवल तीन दिन शेष है।)
७. प्रश्नः – शूद्रकस्य दीर्घजीवनाय राजलक्ष्म्या कः उपायः सूचितः? (शूद्रक के दीर्घ जीवन के लिए राजलक्ष्मी ने कौन-सा उपाय बताया?)
👉 उत्तरम् – यदि वीरवरः स्वस्य सर्वप्रियं वस्तु सर्वमङ्गलायै समर्पयति तर्हि शूद्रकः जीविष्यति। (यदि वीरवर अपनी सबसे प्रिय वस्तु देवी सर्वमंगला को समर्पित करे तो शूद्रक जीवित रहेगा।)
८. प्रश्नः – शक्तिधरः स्वपितुः कृते किं समर्पणं कर्तुं इच्छति स्म? (शक्तिधर अपने पिता के लिए क्या समर्पण करना चाहता था?)
👉 उत्तरम् – सः आत्मानं स्वपितुः कृते समर्पयितुं इच्छति स्म। (वह अपने प्राणों का समर्पण करना चाहता था।)
९. प्रश्नः – भगवती सर्वमङ्गला राज्ञे किं वरं दत्तवती? (देवी सर्वमंगला ने राजा को कौन-सा वर दिया?)
👉 उत्तरम् – भगवती उक्तवती – “नेदानीं राज्यभङ्गः भविष्यति, विजयी भव।” (देवी ने कहा – “अब राज्य का नाश नहीं होगा, तुम विजयी होओ।”)
१०. प्रश्नः – अन्ते राजा शूद्रकः वीरवराय किं प्रदत्तवान्? (अन्त में राजा शूद्रक ने वीरवर को क्या प्रदान किया?)
👉 उत्तरम् – राजा शूद्रकः समग्रकर्णाटप्रदेशं वीरवराय प्रदत्तवान्। (राजा शूद्रक ने वीरवर को पूरा कर्नाट प्रदेश प्रदान किया।)
रिक्तस्थानपूर्तिः
१. वीरवरः प्राप्तवेतनस्य अर्धं __________ नियोजयति।
👉 उत्तरम् – देवकार्ये
हिंदी अनुवाद : वीरवर अपने प्राप्त वेतन का आधा भाग देवकार्य में लगाता है।
२. वीरवरः एकचतुर्थांशं __________ वण्टयति।
👉 उत्तरम् – दरिद्रेभ्यः
हिंदी अनुवाद : वीरवर एक चौथाई भाग दरिद्रों को बाँटता है।
३. वीरवरः अवशिष्टं च एकचतुर्थांशं __________ अर्पयति।
👉 उत्तरम् – स्वपत्न्याः हस्ते
हिंदी अनुवाद : शेष एक चौथाई भाग वह अपनी पत्नी के हाथ में देता है।
४. वीरवरः रात्रौ राज्ञः आदेशेन __________ अनुगतः।
👉 उत्तरम् – करुणक्रन्दनध्वनिम्
हिंदी अनुवाद : वीरवर रात में राजा के आदेश से करुण क्रन्दन ध्वनि का पीछा किया।
५. रोदनपरा सा नारी वस्तुतः __________ आसीत्।
👉 उत्तरम् – राजलक्ष्मीः
हिंदी अनुवाद : वह रोदन करने वाली नारी वस्तुतः राजलक्ष्मी थी।
६. राजलक्ष्म्या उक्तं – शूद्रकस्य आयुः केवलं __________ एव अस्ति।
👉 उत्तरम् – दिनत्रयम्
हिंदी अनुवाद : राजलक्ष्मी ने कहा – शूद्रक की आयु केवल तीन दिन ही है।
७. शक्तिधरः स्वजनकाय __________ समर्पणाय सिद्धः आसीत्।
👉 उत्तरम् – आत्मानम्
हिंदी अनुवाद : शक्तिधर अपने पिता के लिए स्वयं को समर्पित करने को तैयार था।
८. वीरवरः स्वपुत्रं देव्या: __________ समर्पितवान्।
👉 उत्तरम् – सर्वमङ्गलायै
हिंदी अनुवाद : वीरवर ने अपने पुत्र को देवी सर्वमंगला को समर्पित किया।
९. भगवती सर्वमङ्गला वीरवरस्य __________ प्रसन्ना अभवत्।
👉 उत्तरम् – साहसेन
हिंदी अनुवाद : भगवती सर्वमंगला वीरवर के साहस से प्रसन्न हुई।
१०. महीपतिः वीरवराय __________ दत्तवान्।
👉 उत्तरम् – समग्रकर्णाटप्रदेशम्
हिंदी अनुवाद : राजा ने वीरवर को पूरा कर्णाट प्रदेश दे दिया।
(सत्य / असत्य)
१. प्रश्नः – वीरवरः राज्ञः शूद्रकस्य सेवकः आसीत्। (वीरवर राजा शूद्रक का सेवक था।)
👉 उत्तरम् – आम्।
२. प्रश्नः – वीरवरः सम्पूर्णं वेतनं स्वपत्नीं ददाति स्म। (वीरवर अपना पूरा वेतन पत्नी को देता था।)
👉 उत्तरम् – न। (वह देवकार्य और दरिद्रों के लिए भी देता था)
३. प्रश्नः – शक्तिधरः वीरवरस्य पुत्रः आसीत्। (शक्तिधर वीरवर का पुत्र था।)
👉 उत्तरम् – आम्।
४. प्रश्नः – वीरवरः गृहम् गत्वा पत्नीं पुत्रं दुहितरञ्च प्राबोधयत्। (वीरवर घर जाकर पत्नी, पुत्र और पुत्री को जगाया।)
👉 उत्तरम् – आम्।
५. प्रश्नः – राजलक्ष्मीः उपायं कथयित्वा प्रत्यक्षीभूता अभवत्। (राजलक्ष्मी उपाय बताकर प्रत्यक्ष हो गई।)
👉 उत्तरम् – न। (वह अदृश्य हो गई थी)
६. प्रश्नः – वीरवरः स्वपुत्रं देव्यै सर्वमङ्गलायै समर्पितवान्। (वीरवर ने अपने पुत्र को देवी सर्वमंगला को अर्पित किया।)
👉 उत्तरम् – आम्।
७. प्रश्नः – राजा शूद्रकः सर्वं संवादं गुप्ततया अशृणोत्। (राजा शूद्रक ने पूरा संवाद छिपकर सुना।)
👉 उत्तरम् – आम्।
८. प्रश्नः – देवी सर्वमङ्गला राजा शूद्रकाय प्रसन्ना अभवत्। (देवी सर्वमंगला राजा शूद्रक पर प्रसन्न हुई। )
👉 उत्तरम् – आम्।
९. प्रश्नः – अन्ते राजा शूद्रकः वीरवराय कर्णाटप्रदेशं दत्तवान्। (अन्त में राजा शूद्रक ने वीरवर को कर्नाट प्रदेश दिया।)
👉 उत्तरम् – आम्।
१०. प्रश्नः – वीरवरः स्वपरिवारं सहितं दुःखेन गृहम् गतः। (वीरवर अपने परिवार सहित दुःख से घर गया।)
👉 उत्तरम् – न। (वह आनन्द से घर गया)
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