MCQ दीपकम् Class 8 Chapter 12 Deepakam Sanskrit NCERT Advertisement सम्यग्वर्णप्रयोगेण ब्रह्मलोके महीयते 1. इन्द्रः किम् कृत्वा वृत्रासुरं जितवान्?(इंद्र ने क्या करके वृत्रासुर को जीता?)यज्ञेन (यज्ञ द्वारा)वज्रेण (वज्र द्वारा)तपसा (तप द्वारा)मन्त्रेण (मंत्र द्वारा)Question 1 of 202. वृत्रासुरः किम् कृत्वा इन्द्रं जेतुं संनादति?(वृत्रासुर ने इंद्र को जीतने के लिए क्या किया?)यज्ञं कारितवान् (यज्ञ करवाया)युद्धं कृतवान् (युद्ध किया)तपः कृतवान् (तप किया)मन्त्रं पठितवान् (मंत्र पढ़ा)Question 2 of 203. यज्ञे मन्त्रः कः आसीत्?(यज्ञ में मंत्र क्या था?)इन्द्रशत्रुर्वर्धस्व (इंद्रशत्रु बढ़)इन्द्रस्य बलं वर्धस्व (इंद्र का बल बढ़)वृत्रस्य बलं वर्धस्व (वृत्र का बल बढ़)यज्ञं रक्षतु (यज्ञ की रक्षा करो)Question 3 of 204. ऋत्विजः मन्त्रे किम् परिवर्तितवन्तः?(ऋत्विजों ने मंत्र में क्या परिवर्तित किया?)स्वरं (स्वर)शब्दं (शब्द)अर्थं (अर्थ)यज्ञं (यज्ञ)Question 4 of 205. स्वरपरिवर्तनेन कस्य बलं वर्धितम्?(स्वर परिवर्तन से किसका बल बढ़ा?)वृत्रासुरस्य (वृत्रासुर का)इन्द्रस्य (इंद्र का)यज्ञस्य (यज्ञ का)ऋत्विजः (ऋत्विज का)Question 5 of 206. ‘यद्यपि बहु न अधीषे’ श्लोकस्य भावार्थः कः?(‘यद्यपि बहु न अधीषे’ श्लोक का भावार्थ क्या है?)युद्धं सदा करणीयं (युद्ध सदा करना चाहिए)व्याकरणं अवश्यं पठतु (व्याकरण अवश्य पढ़ें)भोजनं सदा करणीयं (भोजन सदा करना चाहिए)निद्रा सदा करणीया (नींद सदा करनी चाहिए)Question 6 of 207. स्वजनः इत्यस्य दोषपूर्णं उच्चारणं किम्?(स्वजन का दोषपूर्ण उच्चारण क्या है?)सजनः (सजन)श्वजनः (श्वजन)स्वजना (स्वजना)श्वजना (श्वजना)Question 7 of 208. सकलं इत्यस्य दोषपूर्णं उच्चारणं किम्?(सकल का दोषपूर्ण उच्चारण क्या है?)सकल (सकल)शकलं (शकल)सकल (सकल)शकल (शकल)Question 8 of 209. सकृत् इत्यस्य दोषपूर्णं उच्चारणं किम्?(सकृत् का दोषपूर्ण उच्चारण क्या है?)सकृत (सकृत)शकृत् (शकृत)सतृत (सतृत)शतृत (शतृत)Question 9 of 2010. ‘व्याघ्री यथा हरेत् पुत्रान्’ श्लोकस्य भावार्थः कः?(‘व्याघ्री यथा हरेत् पुत्रान्’ श्लोक का भावार्थ क्या है?)वर्णान् सम्यक् प्रयोजयेत् (वर्णों को ठीक से बोलें)वर्णान् अतिकठोरं उच्चारयेत् (वर्णों को अति कठोर बोलें)वर्णान् अति शैथिल्येन उच्चारयेत् (वर्णों को अति शिथिल बोलें)वर्णान् न उच्चारयेत् (वर्णों को न बोलें)Question 10 of 2011. ‘सम्यग्वर्णप्रयोगेण’ श्लोकस्य परिणामः कः?(‘सम्यग्वर्णप्रयोगेण’ श्लोक का परिणाम क्या है?)ब्रह्मलोके महीयते (ब्रह्मलोक में सम्मान मिलता है)स्वर्गे महीयते (स्वर्ग में सम्मान मिलता है)पाताले महीयते (पाताल में सम्मान मिलता है)पृथिव्यां महीयते (पृथ्वी पर सम्मान मिलता है)Question 11 of 2012. माधुर्यम् इत्यस्य अर्थः कः?(माधुर्यम् का अर्थ क्या है?)कठोर उच्चारणं (कठोर उच्चारण)शीघ्र उच्चारणं (शीघ्र उच्चारण)मधुर उच्चारणं (मधुर उच्चारण)गीत उच्चारणं (गीत उच्चारण)Question 12 of 2013. अक्षरव्यक्तिः इत्यस्य अर्थः कः?(अक्षरव्यक्तिः का अर्थ क्या है?)अस्पष्ट अक्षर उच्चारणं (अस्पष्ट अक्षर उच्चारण)कठिन अक्षर उच्चारणं (कठिन अक्षर उच्चारण)गीत अक्षर उच्चारणं (गीत अक्षर उच्चारण)स्पष्ट अक्षर उच्चारणं (स्पष्ट अक्षर उच्चारण)Question 13 of 2014. पदच्छेदः इत्यस्य अर्थः कः?(पदच्छेदः का अर्थ क्या है?)बिना विरामं (बिना विराम के)शीघ्र विरामं (शीघ्र विराम)अपेक्षितस्थाने विरामं (अपेक्षित स्थान पर विराम)गीत विरामं (गीत विराम)Question 14 of 2015. सुस्वरः इत्यस्य अर्थः कः?(सुस्वरः का अर्थ क्या है?)कठोर स्वरं (कठोर स्वर)गीत स्वरं (गीत स्वर)शीघ्र स्वरं (शीघ्र स्वर)समुचित स्वरं (समुचित स्वर)Question 15 of 2016. धैर्यं इत्यस्य अर्थः कः?(धैर्यं का अर्थ क्या है?)भयं (भय)क्रोधं (क्रोध)आलस्यं (आलस्य)धैर्यं (धैर्य)Question 16 of 2017. लयसमर्थं इत्यस्य अर्थः कः?(लयसमर्थं का अर्थ क्या है?)विषय में असावधानी (विषय में असावधानी)विषय में क्रोध (विषय में क्रोध)विषय में तल्लीनता (विषय में तल्लीनता)विषय में भय (विषय में भय)Question 17 of 2018. गीती इत्यस्य अर्थः कः?(गीती का अर्थ क्या है?)शीघ्रं पठनं (शीघ्र पढ़ना)मन्दं पठनं (मन्द पढ़ना)गीतगानं इव पठनं (गीतगान की तरह पढ़ना)स्पष्टं पठनं (स्पष्ट पढ़ना)Question 18 of 2019. शीघ्री इत्यस्य अर्थः कः?(शीघ्री का अर्थ क्या है?)मन्दं पठनं (मन्द पढ़ना)शीघ्रं पठनं (शीघ्र पढ़ना)स्पष्टं पठनं (स्पष्ट पढ़ना)गीतं पठनं (गीत पढ़ना)Question 19 of 2020. शिरःकम्पी इत्यस्य अर्थः कः?(शिरःकम्पी का अर्थ क्या है?)बिना हिलाए पठनं (बिना हिलाए पढ़ना)शीघ्रं पठनं (शीघ्र पढ़ना)मस्तकदोलनं कृत्वा पठनं (सिर हिलाकर पढ़ना)मन्दं पठनं (मन्द पढ़ना)Question 20 of 20 Loading...
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