विद्यार्थी: मैं अपनी प्रेजेंटेशन में कैसे सुधार कर सकता हूँ? क्या अच्छी प्रेजेंटेशन के लिए कोई अंक लिए जाते हैं?
सीबीएसई: नहीं, प्रेजेंटेशन के लिए कोई अलग अंक नहीं लिए जाते लेकिन प्रयास करें कि आप उत्तर के इंपोर्टेंट पॉइंट्स को अंडरलाइन करें और लिखाई साफ हो।
विद्यार्थी: तैयारी करते समय, जो भी मैं याद कर रहा हूँ क्या उसे लिखने की ज़रूरत है?
सीबीएसई: जी हाँ, यदि आप नोट्स बनाते हैं तो इससे आपको चैप्टर को समझने में मदद मिलेगी और आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
विद्यार्थी: यदि कोई विद्यार्थी अपनी प्री-बोर्ड परीक्षा में फेल होता है, तो क्या इसका मतलब यह है कि वह बोर्ड परीक्षा में शामिल नहीं हो सकता?
सीबीएसई: प्री-बोर्ड विद्यार्थियों को यह जानने में मदद करते हैं कि वे बोर्ड परीक्षा के लिए कितनी अच्छी तरह से तैयार हैं। एक एलिजिबल विद्यार्थी को बोर्ड परीक्षा में उपस्थित होने से नहीं रोका जा सकता।
विद्यार्थी: मैं बहुत टेंशन में आ जाता हूँ जब मेरे दोस्त कहते हैं कि वे पूरा सिलेबस 2-3 बार दोहरा चुके हैं। मैंने अभी तक एक बार भी पूरा सिलेबस नहीं दोहराया है?
सीबीएसई: घबराएं नहीं, बस अपनी तैयारी पर ध्यान दें। टाइम टेबल बनाएं और रोज़ अभ्यास करें।
विद्यार्थी: क्या बोर्ड परीक्षाओं में प्री-बोर्ड परीक्षा के अंकों को जोड़ा जाएगा या नहीं?
सीबीएसई: नहीं, प्री-बोर्ड परीक्षा में प्राप्त अंकों को बोर्ड परीक्षा अंकों में नहीं जोड़ा जाता है।
विद्यार्थी: क्या 12वीं बोर्ड परीक्षा में व्हाइटनर (whitener) के प्रयोग की अनुमति है और क्या हम जेल पेन का उपयोग कर सकते हैं?
सीबीएसई: व्हाइटनर (whitener) का प्रयोग करने की अनुमति नहीं है। हाँ, आप ब्लू या रॉयल ब्लू इंक जेल पेन का प्रयोग कर सकते हैं।
विद्यार्थी: मैं बोर्ड की परीक्षा में किस प्रकार री-अपियर हो सकता हूँ?
सीबीएसई: जो विद्यार्थी बोर्ड की 10वीं या 12वीं कक्षा में पास नहीं होता है, वह बोर्ड की परीक्षा में प्राइवेट कैंडिडेट के रूप में या विद्यालय में प्रवेश प्राप्त नियमित विद्यार्थी के तौर पर री-अपियर हो सकता है। अधिक जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट www.cbse.nic.in
देखें।
विद्यार्थी: क्या परीक्षक, खासकर भाषा के पेपरों में, शब्द सीमा से अधिक लिखने और स्पेलिंग की गलतियों के कारण अंकों की कटौती करते हैं?
सीबीएसई: शब्द सीमा से अधिक लिखने के लिए कोई अंक नहीं काटे जाते। भाषा के पेपरों में स्पेलिंग या अन्य गलतियों के लिए अंक काटे जाते हैं।
विद्यार्थी: क्या बोर्ड परीक्षा में सैंपल पेपरों में से प्रश्न पूछे जाएंगे?
सीबीएसई: सैंपल पेपर आपको डिजाइन, पैटर्न और प्रश्नों के प्रकारों को जानने में मदद करते हैं। परंतु परीक्षा में सिलेबस के किसी भी हिस्से से प्रश्न पूछे जा सकते हैं। इसलिए, पूरे सिलेबस की अच्छे से तैयारी करें।
विद्यार्थी: क्या प्रश्न पत्र के समान सीक्वेंस (sequence) में उत्तरों को लिखना अनिवार्य है?
सीबीएसई: नहीं, आप शुरुआत में उन प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं जो आपको अच्छे से आते हैं। लेकिन प्रत्येक प्रश्न की सही उत्तर संख्या अवश्य लिखें।
विद्यार्थी: क्या परीक्षा में उत्तर लिखने के लिए एक्स्ट्रा शीट मिलती है?
सीबीएसई: हाँ, उत्तर लिखने के लिए आपको एक्स्ट्रा शीट मिलेगी।
विद्यार्थी: मैं वे जरूरी चैप्टर जानना चाहता हूँ जिन्हें पढ़कर अच्छे अंक प्राप्त किए जा सकते हैं।
सीबीएसई: परीक्षाओं के लिए सेलेक्टिव स्टडी न करें। बोर्ड द्वारा प्रत्येक विषय के लिए सिलेबस निर्धारित है। आप पूरे सिलेबस को अच्छी तरह से पढ़ें और अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए कॉन्सेप्ट्स को समझने की कोशिश करें।
विद्यार्थी: मैं 12वीं कक्षा में हूँ और मुझे अपने प्री-बोर्ड में 76% अंक प्राप्त हुए हैं। क्या इसका मतलब यह है कि मैं बोर्ड परीक्षा में 90% अंक प्राप्त नहीं कर सकता?
सीबीएसई: बस अपने बेहतरीन प्रयास जारी रखें, और चिंता न करें। आप उन टॉपिक्स और विषयों पर अधिक समय दें जो आपको कठिन लगते हैं।
विद्यार्थी: मेरी राइटिंग स्पीड बहुत धीमी है, जिस कारण मैं अपना पेपर पूरा नहीं कर पाता हूँ। क्या कुछ किया जा सकता है?
सीबीएसई: आप लिख कर अभ्यास करें ताकि आपकी स्पीड बढ़े। परीक्षा देते समय, यदि समय कम हो तो किसी भी उत्तर को लिखने से पहले plan करें और अपना उत्तर पॉइंट्स में लिखने का प्रयास करें। कभी भी पूरा प्रश्न न छोड़ें।
विद्यार्थी: क्या कोई अपनी भाषा में उत्तर लिख सकता है?
सीबीएसई: जो पूछा गया है उसी का, शब्द सीमा और दिए गए निर्देशों के अनुसार उत्तर दें।
विद्यार्थी: यदि बोर्ड परीक्षा में प्रश्नों में से किसी एक का उत्तर देने के लिए कोई विकल्प लिया जाता है, तो क्या हम दोनों का उत्तर दे सकते हैं? यदि हाँ, तो किस उत्तर पर विचार किया जाएगा?
सीबीएसई: प्रश्न पत्र में दिए गए निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। दोनों विकल्पों का उत्तर देने से न केवल बहुमूल्य समय खराब होता है बल्कि इससे परीक्षक भी कन्फ्यूज होता है।
विद्यार्थी: मैं बोर्ड परीक्षा देने वाला हूँ और प्री-बोर्ड की तैयारी करते समय मैंने कोर्स पूरा कर लिया। मुझे अब क्या करना चाहिए?
सीबीएसई: चूंकि आपने पूरे साल परीक्षा की तैयारी की है, इसलिए चिंता न करें। एक टाइम-टेबल के अनुसार पढ़ाई करें ताकि आप सभी विषयों को दोहरा सकें। इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा।
विद्यार्थी: कई बार परीक्षा से पहले सुनने में आता है कि पेपर लीक हो गया है और प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर देखे जा सकते हैं?
सीबीएसई: सीबीएसई का परीक्षा कराने का एक फुल-प्रूफ सिस्टम है। इस तरह की अफ़वाहों और असत्यापित खबरों पर ध्यान न दें। फिर भी यदि ऐसी सूचना आपको पता चलती है तो आप तुरंत ई-मेल या फोन के ज़रिये सीबीएसई से संपर्क करें।
विद्यार्थी: मेरे भाई ने 3 विषयों के लिए सीबीएसई +2 में इम्प्रूवमेंट (improvement) परीक्षा के लिए आवेदन किया है। अब वह केवल एक विषय में इम्प्रूव करना चाहता है। क्या यह संभव है, या उसे तीनों विषयों के लिए अपियर होना होगा?
सीबीएसई: विद्यार्थी अपनी इच्छा से एक, ज्यादा या अधिक विषयों में इम्प्रूवमेंट (improvement) परीक्षा दे सकता है। हालाँकि, अधिक विषयों में आवेदन करने और फिर कम विषयों में उपस्थित होने पर, अंक-कॉम में शेष विषयों के तहत “अनुपस्थित” लिखा जाएगा।
विद्यार्थी: क्या एक विद्यार्थी जो थ्योरी में फेल हो, उसे प्रैक्टिकल परीक्षा दोबारा देना अनिवार्य है?
सीबीएसई: नहीं, उसे केवल थ्योरी की परीक्षा देनी होगी, पहले प्रैक्टिकल परीक्षा के अंक उसमें जुड़ जाएंगे। कृपया इस बारे में जानकारी के लिए बोर्ड की वेबसाइट www.cbse.nic.in पर उपलब्ध परिपत्र देखें।
विद्यार्थी: क्या कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा में उत्तर हिंदी माध्यम में देने से विद्यार्थी के अंकों में कटौती होगी?
सीबीएसई: नहीं, हिंदी माध्यम में उत्तर देने के लिए विद्यार्थी के अंकों में कोई कटौती नहीं होगी।
विद्यार्थी: मान लो कि मैंने अपना पेपर समय से पहले पूरा कर लिया है और आंसर शीट जमा कर दी है। बाद में मुझे ध्यान आता है कि मैंने एक प्रश्न का जवाब गलत लिखा है। क्या मैं आंसर शीट दोबारा दे सकता हूँ?
सीबीएसई: हाँ, आप समय रहते हुए इनविजिलेटर से आंसर शीट वापस देने के लिए रिक्वेस्ट कर सकते हैं। परंतु अच्छा यह होगा कि आप आंसर शीट समय समाप्त होने पर ही हैंडओवर करें ताकि ऐसी समस्या न हो।
विद्यार्थी: मैं बोर्ड परीक्षा से बहुत डरता हूँ और पूरे साल पढ़ाई करने के बावजूद मुझमें आत्मविश्वास नहीं है। मैं बड़ी silly mistakes भी करता हूँ। इसके लिए मैं क्या कर सकता हूँ?
सीबीएसई: चिंता न करें। शांत रहें। गलतियों से बचने के लिए लिख कर अभ्यास करें। निर्धारित समय में ही सैंपल पेपरों को हल करें, इससे आप विषय-वस्तु को याद रख सकेंगे और आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। प्रश्न को हल करने की जल्दबाज़ी न करें। प्रश्नों को ध्यान से पढ़ें और शांति से हल करें। अभ्यास करते समय नियमित ब्रेक लें और आराम भी करें।
विद्यार्थी: मुझे परीक्षा देने में घबराहट होती है, क्या मेरे माता-पिता मेरे साथ परीक्षा केन्द्र में जा सकते हैं?
सीबीएसई: नहीं, परीक्षा केन्द्र में माता-पिता को जाने की अनुमति नहीं है। वे परीक्षा केन्द्र के बाहर प्रतीक्षा कर सकते हैं।
विद्यार्थी: क्या परीक्षा के दौरान मुझे वाशरूम जाने दिया जाएगा?
सीबीएसई: हाँ, परीक्षा के दौरान आपको एक इनविजिलेटर के साथ वाशरूम जाने की अनुमति होगी।
विद्यार्थी: क्या सीबीएसई की वेबसाइट पर कक्षा 10वीं और 12वीं का सिलेबस उपलब्ध है?
सीबीएसई: जी हाँ, कक्षा 10वीं और 12वीं का सिलेबस सीबीएसई की वेबसाइट www.cbseacademic.nic.in
पर उपलब्ध है।
विद्यार्थी: जब कोई अभ्यर्थी एक साल ड्रॉप कर देता है, तो अगले साल की परीक्षा के लिए कौन-सा सिलेबस लागू होगा?
सीबीएसई: ऐसा छात्र जिस वर्ष परीक्षा के लिए उपस्थित होना चाहता है, उसे उसी वर्ष के निर्धारित सिलेबस के लिए उपस्थित होना होगा। छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे वेबसाइट पर उस शैक्षणिक वर्ष की उपलब्ध पाठ्यचर्या देखें।
विद्यार्थी: क्या कोई अभ्यर्थी कक्षा 10वीं या 12वीं उत्तीर्ण करने के बाद अपना इम्प्रूवमेंट कर सकता है?
सीबीएसई: हाँ, ऐसे छात्र जिन्होंने कक्षा 10वीं/12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है, वे एक या एक से अधिक विषयों में अपना इम्प्रूवमेंट कर सकते हैं, लेकिन केवल succeeding वर्ष में।
विद्यार्थी: क्या 10वीं और 12वीं में मुख्य परीक्षा और इम्प्रूवमेंट का मार्क-स्टेटमेंट एक ही होगा?
सीबीएसई: नहीं, इम्प्रूवमेंट के लिए परीक्षा देने वाले छात्रों को अलग मार्क-स्टेटमेंट जारी किया जाता है, जिसमें केवल इम्प्रूवमेंट परीक्षा में प्राप्त अंक दर्शाए जाते हैं।
विद्यार्थी: कक्षा 12वीं उत्तीर्ण करने के लिए क्या मानदंड हैं?
सीबीएसई: एक छात्र को आंतरिक परीक्षा के अलावा उत्तीर्ण होने के लिए अध्ययन की योजना के अनुसार बाह्य परीक्षा के 05 विषयों में उत्तीर्ण होना आवश्यक है।
विद्यार्थी: कक्षा 10वीं और 12वीं का छात्र कम्पार्टमेंट परीक्षा कितनी बार दे सकता है?
सीबीएसई: कम्पार्टमेंट वाले छात्र उसी वर्ष जुलाई/अगस्त में फिर से परीक्षा दे सकते हैं। उन्हें अगले वर्ष फरवरी/मार्च/अप्रैल में दूसरा मौका भी मिलेगा और वे उस वर्ष जुलाई में आयोजित होने वाली कम्पार्टमेंट परीक्षा में तीसरा मौका भी दे सकते हैं।
विद्यार्थी: क्या एक अभ्यर्थी अपने इम्प्रूवमेंट के साथ-साथ अतिरिक्त विषय की परीक्षा दे सकता है?
सीबीएसई: नहीं, एक या अधिक विषयों में सुधार के लिए परीक्षा देने वाले छात्र एक साथ अतिरिक्त विषय के लिए परीक्षा नहीं दे सकते।
विद्यार्थी: क्या अंकों के सत्यापन या पुनर्मूल्यांकन की प्रक्रिया के बाद अंक बढ़ या घट सकते हैं?
सीबीएसई: अंक सत्यापन की प्रक्रिया के बाद प्राप्त अंकों के अनुसार अंक बढ़ सकते हैं या कम हो सकते हैं और छात्रों को संशोधित परिणाम स्वीकार करना होगा।
विद्यार्थी: क्या अंकों के सत्यापन या पुनर्मूल्यांकन के बाद नई मार्क-शीट जारी की जाती है?
सीबीएसई: हाँ, अंकों के परिवर्तन के मामले में एक नई मार्क-शीट जारी की जाती है। यह पुरानी मार्क-शीट जमा करने के बाद ही जारी की जाती है।
विद्यार्थी: क्या कक्षा 12वीं में थ्योरी और प्रैक्टिकल परीक्षा में अलग-अलग पास होना अनिवार्य है?
सीबीएसई: बाह्य परीक्षा के प्रत्येक विषय में न्यूनतम अंक 33% हैं। हालाँकि, प्रैक्टिकल कार्य वाले विषय में, उत्तीर्ण होने के लिए 33% कुल अंकों के अतिरिक्त थ्योरी में 33% और प्रैक्टिकल में 33% अंक अलग-अलग प्राप्त होने चाहिए।
विद्यार्थी: क्या सीबीएसई विशेष रूप से सक्षम अभ्यर्थियों को कोई छूट देती है?
सीबीएसई: जी हाँ, इसके लिए आप www.cbse.nic.in वेबसाइट पर बोर्ड का परिपत्र दिनांक 12 अप्रैल, 2019 देखें।
विद्यार्थी: हम कक्षा 10वीं / 12वीं परीक्षा की उत्तर पुस्तिका की प्रतिलिपि कैसे प्राप्त कर सकते हैं?
सीबीएसई: बोर्ड द्वारा निर्धारित समय सीमा के अनुसार, अभ्यर्थी उत्तर पुस्तिकाओं की फोटोकॉपी प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकता है। जानकारी के लिए कृपया परिणाम घोषित होने के समय हमारी वेबसाइट www.cbse.nic.in देखें।
विद्यार्थी: मैं स्टैण्डर्ड लेवल और बेसिक लेवल मैथ्स के सैंपल प्रश्न पत्र और प्रश्न पत्र डिज़ाइन कैसे प्राप्त कर सकता हूँ?
सीबीएसई: ये www.cbseacademic.nic.in पर उपलब्ध हैं।
विद्यार्थी: क्या इम्प्रूवमेंट परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए प्रैक्टिकल परीक्षा होगी? या वर्ष 2019 के उनके प्रैक्टिकल अंक माने जाएंगे?
सीबीएसई: वर्ष 2019 में परीक्षा देने वाले छात्रों के प्रैक्टिकल अंक बोर्ड के पास उपलब्ध रिकॉर्ड से लिए जाएंगे। 2019 से पहले यानी 2018 या उससे पहले के छात्रों को अनुपालक अंक लिए जाएंगे।

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