लम्बाई एवं गति का मापन
प्रश्न 1: दीपा और उसके दोस्तों ने किस प्रकार से लंबाई मापने का प्रयास किया?
उत्तर: दीपा और उसके दोस्तों ने अपने शरीर के अंगों का उपयोग करके लंबाई मापने का प्रयास किया। उन्होंने बाजु के हाथ की चौड़ाई का उपयोग करते हुए मेज की लंबाई मापी। दीपा ने यह विधि अपनी माँ से सीखी थी, और उन्होंने इसे अपने दोस्तों को दिखाया।
प्रश्न 2: लंबाई के मापन के लिए बाजु के हाथ की चौड़ाई (हैंडस्पैन) का उपयोग क्यों उपयुक्त नहीं है?
उत्तर: बाजु के हाथ की चौड़ाई का उपयोग लंबाई मापने के लिए उपयुक्त नहीं है क्योंकि अलग-अलग व्यक्तियों के हाथ की चौड़ाई में भिन्नता होती है। इससे माप में असमानता आ सकती है। इसलिए, मानक मापन इकाइयों (जैसे कि मीटर या सेंटीमीटर) का उपयोग किया जाना चाहिए।
प्रश्न 3: लंबाई मापने के लिए मानक इकाइयों की आवश्यकता क्यों पड़ी?
उत्तर: मानक इकाइयों की आवश्यकता इसलिए पड़ी क्योंकि अलग-अलग स्थानों पर विभिन्न मापन प्रणालियों के उपयोग से भ्रम उत्पन्न होता था। इसलिए, एक समान और सटीक मापन के लिए मानक इकाइयों को अपनाया गया, जिसे SI (अंतर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली) कहा जाता है।
प्रश्न 4: मीटर पैमाने का उपयोग कैसे किया जाता है?
उत्तर: मीटर पैमाने का उपयोग करने के लिए उसे वस्तु के साथ सही तरीके से सीधा रखा जाता है। मापन करते समय, आंख की स्थिति वस्तु की नोंक के ठीक ऊपर होनी चाहिए ताकि माप सटीक हो सके।
प्रश्न 5: लंबाई मापने के लिए विभिन्न इकाइयों का कैसे उपयोग किया जाता है?
उत्तर: लंबाई मापने के लिए विभिन्न इकाइयों का उपयोग इस प्रकार किया जाता है:
- छोटी लंबाई के लिए मिमी (मिलीमीटर) का उपयोग किया जाता है।
- मध्य लंबाई के लिए सेमी (सेंटीमीटर) का उपयोग किया जाता है।
- बड़ी लंबाई के लिए मीटर का उपयोग किया जाता है।
- बहुत बड़ी लंबाई के लिए किलोमीटर का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 6: गति के विभिन्न प्रकार कौन-कौन से होते हैं?
उत्तर: गति के तीन प्रमुख प्रकार होते हैं:
- सरल रेखीय गति: जब कोई वस्तु सीधी रेखा में गति करती है।
- वृतीय गति: जब कोई वस्तु वृत्ताकार पथ में गति करती है।
- दोलन गति: जब कोई वस्तु एक निश्चित स्थिति के इधर-उधर गति करती है, जैसे पेंडुलम की गति।
प्रश्न 7: संदर्भ बिंदु का महत्व क्या है?
उत्तर: संदर्भ बिंदु का महत्व इस बात में है कि यह यह निर्धारित करता है कि कोई वस्तु गति में है या स्थिर है। अगर किसी वस्तु की स्थिति समय के साथ संदर्भ बिंदु के सापेक्ष बदलती है, तो वह वस्तु गति में मानी जाती है।
प्रश्न 8: मीटर पैमाने के टुकड़े टूटने पर माप कैसे किया जाता है?
उत्तर: यदि मीटर पैमाने का प्रारंभिक बिंदु टूट गया हो, तो माप के लिए 1.0 सेंटीमीटर जैसे अन्य बिंदु से मापना शुरू किया जाता है और अंत बिंदु से उस बिंदु को घटाया जाता है, जिससे वस्तु की सटीक लंबाई मापी जा सकती है।
प्रश्न 9: पैमाने को सही तरीके से रखने का तरीका क्या है?
उत्तर: पैमाने को वस्तु के साथ समानांतर (साथ-साथ) रखना चाहिए। पैमाने को सीधा और सटीक रूप से वस्तु के पास रखना जरूरी है ताकि माप में कोई गलती न हो। मापन के समय, आंख की स्थिति भी ऐसी होनी चाहिए कि वह वस्तु की नोक के ठीक ऊपर हो।
प्रश्न 10: लंबाई मापने के लिए मानक मापन इकाइयाँ (SI Units) क्या हैं?
उत्तर: लंबाई मापने के लिए मानक मापन इकाइयाँ SI (अंतर्राष्ट्रीय मात्रक प्रणाली) में मीटर (m) है। एक मीटर को 100 सेंटीमीटर में विभाजित किया जा सकता है और एक सेंटीमीटर को 10 मिलीमीटर में विभाजित किया जा सकता है।
प्रश्न 11: जब विभिन्न व्यक्तियों द्वारा माप किए जाते हैं, तो माप में भिन्नता क्यों होती है?
उत्तर: जब विभिन्न व्यक्तियों द्वारा माप किए जाते हैं, तो माप में भिन्नता इसलिए होती है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति के हाथ, पैर, या अंगों की लंबाई अलग-अलग होती है। इसके अलावा, मापते समय पैमाने को रखने और पढ़ने की विधि में भी अंतर हो सकता है, जिससे माप भिन्न हो सकते हैं।
प्रश्न 12: पुरानी भारतीय मापन प्रणालियों का उल्लेख करें।
उत्तर: पुरानी भारतीय मापन प्रणालियों में अंगुल (अंगुली की चौड़ाई), धनु (धनुष की लंबाई), योज़न (लंबी दूरी का माप) जैसी इकाइयाँ शामिल थीं। इनका उपयोग कृतियों, वास्तुकला और नगर नियोजन में होता था।
प्रश्न 13: दूरी मापने के लिए किलोमीटर के पत्थरों का उपयोग कैसे किया जाता है?
उत्तर: दूरी मापने के लिए सड़क के किनारे लगाए गए किलोमीटर के पत्थर (Milestones) का उपयोग किया जाता है। ये पत्थर किसी स्थान की दूरी को दर्शाते हैं। जैसे, यदि एक पत्थर पर ‘दिल्ली 70 km’ लिखा है, तो इसका मतलब है कि दिल्ली उस स्थान से 70 किलोमीटर दूर है।
प्रश्न 14: गति की किस स्थिति में कोई वस्तु स्थिर मानी जाती है?
उत्तर: कोई वस्तु स्थिर तब मानी जाती है जब उसकी स्थिति किसी संदर्भ बिंदु के सापेक्ष समय के साथ नहीं बदलती। जैसे, बस में बैठे यात्रियों की स्थिति, जब उन्हें बस के सापेक्ष देखा जाता है, तो वे स्थिर माने जाते हैं।
प्रश्न 15: वक्र-रेखा की लंबाई मापने के लिए कौन-सी विधि अपनाई जाती है?
उत्तर: वक्र-रेखा की लंबाई मापने के लिए एक धागे का उपयोग किया जाता है। धागे को वक्र-रेखा के साथ-साथ रखा जाता है और फिर उसे सीधा करके मीटर पैमाने से मापा जाता है। इससे वक्र-रेखा की सटीक लंबाई प्राप्त होती है।
प्रश्न 16: दोलन गति क्या होती है?
उत्तर: दोलन गति वह गति है जिसमें कोई वस्तु एक निश्चित स्थिति के इधर-उधर गति करती है। इसका उदाहरण पेंडुलम है, जो अपनी मध्य स्थिति के दोनों ओर गति करता है।
प्रश्न 17: सरल रेखीय गति के उदाहरण दें।
उत्तर: सरल रेखीय गति के उदाहरण में एक कार का सीधी सड़क पर चलना और किसी व्यक्ति का सीधी दिशा में चलना शामिल है।
प्रश्न 18: वृतीय गति क्या है?
उत्तर: वृतीय गति वह गति है जिसमें कोई वस्तु एक वृत्ताकार पथ में गति करती है। इसका उदाहरण घड़ी की सुइयाँ हैं, जो वृत्तीय पथ में घूमती हैं।
प्रश्न 19: पैमाने को सही तरीके से पढ़ने की प्रक्रिया क्या है?
उत्तर: पैमाने को सही तरीके से पढ़ने के लिए, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आंख की स्थिति मापी जा रही वस्तु के उस बिंदु के ठीक ऊपर हो जहां से माप लिया जा रहा है। यदि आंख की स्थिति सही नहीं है, तो माप में त्रुटि हो सकती है।
प्रश्न 20: गति का निर्धारण संदर्भ बिंदु के आधार पर कैसे किया जाता है?
उत्तर: किसी वस्तु की गति का निर्धारण उसके संदर्भ बिंदु के सापेक्ष किया जाता है। यदि कोई वस्तु समय के साथ संदर्भ बिंदु के सापेक्ष अपनी स्थिति बदलती है, तो वह वस्तु गति में मानी जाती है। उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति चल रही बस में बैठा है और बस को संदर्भ बिंदु माना जाए, तो व्यक्ति स्थिर है, लेकिन यदि सड़क के किनारे के पेड़ को संदर्भ बिंदु माना जाए, तो व्यक्ति गति में है।
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