वन्देभारतमातरम्
वयम् अभ्यासं कुर्मः
1. एकपदेन पदद्वयेन वा उत्तरं लिखन्तु
(क) प्रश्न: पर्वतराजः कः? (पर्वतों का राजा कौन है?)
उत्तर: हिमालयः (हिमालय)
(ख) प्रश्न : समुद्रः कस्याः चरणौ प्रक्षालयति? (समुद्र किसके चरण धोता है?)
उत्तर: भारतमातुः (भारतमाता के)
(ग) प्रश्न: त्रिवर्णयुतः ध्वजः कुत्र विलसति? (तीन रंगों वाला ध्वज कहाँ शोभायमान है?)
उत्तर: हस्ते (हाथ में)
(घ) प्रश्न: ध्वजस्थितः केशरवर्णः अस्मान् किं वक्तुं प्रेरयति? (ध्वज में स्थित केशर रंग हमें क्या कहने के लिए प्रेरित करता है?)
उत्तर: जयतु सैनिकः (जय हो सैनिक)
(ङ) प्रश्न: कृषकबान्धवाः भारतभूमिं कैः सिञ्चन्ति? (किसान भाई भारतभूमि को किससे सींचते हैं?)
उत्तर: स्वेदबिन्दुभिः (पसीने की बूँदों से)
(च) प्रश्न: केषां धवलं यशः राष्ट्रध्वजस्य मध्ये विलसति? (किनका श्वेत यश राष्ट्रध्वज के मध्य में चमकता है?)
उत्तर: वैज्ञानिकानाम् (वैज्ञानिकों का)
(छ) प्रश्न: सूर्यः कं विना नित्यं सञ्चरति? (सूर्य किसके बिना निरंतर चलता है?)
उत्तर: विरामम् (विश्राम)
2. पूर्णवाक्येन उत्तरं लिखन्तु
(क) प्रश्न: पवित्राः नद्यः काः? (पवित्र नदियाँ कौन-कौन सी हैं?)
उत्तर: पवित्राः नद्यः गङ्गा, यमुना, सरस्वती, सिन्धुः, ब्रह्मपुत्रः, गण्डकी, महानदी, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी च इत्यादयः।
(पवित्र नदियाँ गंगा, यमुना, सरस्वती, सिन्धु, ब्रह्मपुत्र, गण्डकी, महानदी, नर्मदा, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी आदि हैं।)
(ख) प्रश्न: विविधेभ्यः प्रदेशेभ्यः जनाः किमर्थम् आगच्छन्ति? (विभिन्न प्रदेशों से लोग किस लिए आते हैं?)
उत्तर: विविधेभ्यः प्रदेशेभ्यः जनाः तीर्थक्षेत्राणां धूलिं ललाटे स्थापयितुं आगच्छन्ति।
(विभिन्न प्रदेशों से लोग तीर्थस्थलों की धूल अपने माथे पर लगाने के लिए आते हैं।)
(ग) प्रश्न: धर्मचक्रं कं भावं बोधयति? (धर्मचक्र कौन सा भाव दर्शाता है?)
उत्तर: धर्मचक्रं “चलनीयं कर्तव्यपथे वै, न विरम, सततं चल” इति भावं बोधयति।
(धर्मचक्र “कर्तव्य के मार्ग पर चलना चाहिए, रुकना नहीं, सदा चलते रहना” इस भाव को दर्शाता है।)
(घ) प्रश्न: कृषकबान्धवानां परिश्रमेण भारतभूमिः कथं सञ्जाता? (किसान भाइयों के परिश्रम से भारतभूमि कैसी हुई?)
उत्तर: कृषकबान्धवानां परिश्रमेण भारतभूमिः हरितवर्णमयी समृद्धा सस्यश्यामला च सञ्जाता।
(किसान भाइयों के परिश्रम से भारतभूमि हरी-भरी, समृद्ध और उपजों से परिपूर्ण हो गई।)
(ङ) प्रश्न: विज्ञानस्य केषु क्षेत्रेषु भारतीयैः यशः प्राप्तम्? (विज्ञान के किन क्षेत्रों में भारतीयों ने यश प्राप्त किया?)
उत्तर: भारतीयैः अणुशास्त्रे, सङ्गणकशास्त्रे, चिकित्साशास्त्रे, अन्तरिक्षशास्त्रे, आयुधशास्त्रे इत्यादिषु क्षेत्रेषु यशः प्राप्तम्।
(भारतीयों ने परमाणु विज्ञान, कम्प्यूटर विज्ञान, चिकित्सा विज्ञान, अंतरिक्ष विज्ञान, आयुध विज्ञान आदि क्षेत्रों में यश प्राप्त किया है।)
(च) प्रश्न: अन्ते सर्वे किं गीतं गायन्ति? (अंत में सभी कौन सा गीत गाते हैं?)
उत्तर: अन्ते सर्वे “वयं बालका भारतभक्ताः…” इति गीतं गायन्ति।
(अंत में सभी “हम बालक भारतभक्त…” वाला गीत गाते हैं।)
३. रेखाङ्कितानि पदानि आश्रित्य उदाहरणानुसारं प्रश्ननिर्माणं कुर्वन्तु
वाक्य (संस्कृत) | प्रश्न (संस्कृत) | प्रश्न (हिन्दी अनुवाद) |
---|---|---|
यथा: अस्माकं वत्सला भारतमाता। | केषां वत्सला भारतमाता? | भारतमाता किसकी स्नेहमयी है? |
(क) समुद्रः भारतमातुः चरणौ प्रक्षालयति। | कस्याः चरणौ समुद्रः प्रक्षालयति? | समुद्र किसके चरणों को धोता है? |
(ख) जनाः तीर्थक्षेत्राणां धूलिं ललाटे स्थापयन्ति। | कस्मिन् जनाः तीर्थक्षेत्राणां धूलिं स्थापयन्ति? | लोग तीर्थक्षेत्रों की धूल किस पर लगाते हैं? |
(ग) वीराः भारतमातुः सर्वदा सेवां कृतवन्तः। | के भारतमातुः सर्वदा सेवां कृतवन्तः? | भारतमाता की सदा सेवा किन्होंने की? |
(घ) ‘जयतु कृषकः’ इति वक्तुं अस्मान् प्रेरयति। | कान् ‘जयतु कृषकः’ इति वक्तुं प्रेरयति? | यह किन्हें ‘जयतु कृषकः’ कहने के लिए प्रेरित करता है? |
(ङ) नदी कष्टानि सहमाना प्रवहति। | का कष्टानि सहमाना प्रवहति? | कष्ट सहते हुए क्या बहती है? |
(च) वयं गौरववर्धनार्थं प्रयत्नं कुर्मः। | के गौरववर्धनार्थं प्रयत्नं कुर्मः? | गौरव बढ़ाने के लिए कौन प्रयास करते हैं? |
४. अधः प्रदत्तानां शब्दानाम् उदाहरणानुसारं रिक्तस्थानेषु रूपाणि लिखन्तु –
शब्दः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | विभक्तिः | हिन्दी अनुवाद |
---|---|---|---|---|---|
(क) | चरणम् | चरणौ | चरणान् | द्वितीया विभक्तिः | पैर (को) |
(ख) | नदी | नद्यौ | नद्यः | प्रथमा विभक्तिः | नदी (कर्ता) |
(ग) | ललाटे | ललाटयोः | ललाटेषु | सप्तमी विभक्तिः | माथे (में) |
(घ) | देशाय | देशाभ्याम् | देशेभ्यः | चतुर्थी विभक्तिः | देश (के लिए) |
(ङ) | चक्रम् | चक्रे | चक्राणि | प्रथमा विभक्तिः | चक्र (कर्ता) |
(च) | वैज्ञानिकः | वैज्ञानिकाभ्याम् | वैज्ञानिकैः | तृतीया विभक्तिः | वैज्ञानिक (से) |
(छ) | अहम् | आवाम् | वयम् | प्रथमा विभक्तिः | मैं (कर्ता) |
(ज) | विज्ञानस्य | विज्ञानयोः | विज्ञानानाम् | षष्ठी विभक्तिः | विज्ञान (का) |
५. अध: प्रदत्तानि वाक्यानि पठित्वा मातृभाषायां / प्रान्तीयभाषायाम्/ आङ्ग्लभाषायां वा अनुवादं कुर्वन्तु –
(क) भारतभूमौ पवित्राः नद्यः प्रवहन्ति।
- Hindi: भारत की भूमि में पवित्र नदियाँ बहती हैं।
- English: Sacred rivers flow in the land of India.
(ख) भारतस्य मस्तके हिमालयः मुकुटरूपेण शोभते।
- Hindi: भारत के मस्तक पर हिमालय मुकुट के रूप में शोभित है।
- English: The Himalaya adorns the head of India like a crown.
(ग) भारतभूमौ श्रेष्ठाः पर्वताः विराजन्ते।
- Hindi: भारत की भूमि में श्रेष्ठ पर्वत सुशोभित हैं।
- English: Magnificent mountains shine in the land of India.
(घ) राष्ट्रध्वजे केशरः, श्वेतः, हरितः च वर्णाः छन्ति।
- Hindi: राष्ट्रीय ध्वज में केसरिया, श्वेत और हरित रंग हैं।
- English: The national flag has saffron, white, and green colors.
(ङ) वयं भारते जन्म प्राप्तवन्तः।
- Hindi: हम भारत में जन्मे हैं।
- English: We were born in India.
६. अधः प्रदत्तानां शब्दानाम् उदाहरणानुसारं विभक्तिं वचनं च लिखन्तु -
शब्दः | विभक्तिः | वचनम् |
---|---|---|
(क) भारतमाता | प्रथमा विभक्तिः | एकवचनम् |
(ख) नद्यः | प्रथमा विभक्तिः | बहुवचनम् |
(ग) ललाटे | सप्तमी विभक्तिः | एकवचनम् |
(घ) तीर्थक्षेत्राणाम् | षष्ठी विभक्तिः | बहुवचनम् |
(ङ) देशस्य | षष्ठी विभक्तिः | एकवचनम् |
(च) बलिदानम् | द्वितीया विभक्तिः | एकवचनम् |
(छ) कृषीवलबान्धवाः | प्रथमा विभक्तिः | बहुवचनम् |
(ज) अस्मान् | द्वितीया विभक्तिः | बहुवचनम् |
(झ) क्षेत्रेषु | सप्तमी विभक्तिः | बहुवचनम् |
७. पाठे प्रयुक्तानि क्रियापदानि –
शृणुमः | जानीमः | अस्ति | गायन्ति |
भवामः | शोभते | प्रक्षालयति | विराजन्ते |
प्रवहन्ति | आगच्छन्ति | प्रयच्छन्ति | सिञ्चन्ति |
सञ्जाता | प्रेरयति | बोधयति | कुर्मः |
८. लट्-लकार (वर्तमान काल) में क्रियापद रूप –
क्रियापद: भवति (धातु – “भू” = होना)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | भवति | भवतः | भवन्ति |
मध्यमपुरुषः | भवसि | भवथः | भवथ |
उत्तमपुरुषः | भवामि | भवावः | भवामः |
क्रियापद: अस्ति (अस्माद् धातोः = “अस्” धातु = होना)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | अस्ति | स्तः | सन्ति |
मध्यमपुरुषः | असि | स्थः | स्थ |
उत्तमपुरुषः | अस्मि | स्वः | स्मः |
क्रियापद: इच्छामः (धातु – “इष्” = चाहना)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | इच्छति | इच्छतः | इच्छन्ति |
मध्यमपुरुषः | इच्छसि | इच्छथः | इच्छथ |
उत्तमपुरुषः | इच्छामि | इच्छावः | इच्छामः |
क्रियापद: आगच्छन्ति (धातु – “आगम्” = आना)
पुरुषः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
---|---|---|---|
प्रथमपुरुषः | आगच्छति | आगच्छतः | आगच्छन्ति |
मध्यमपुरुषः | आगच्छसि | आगच्छथः | आगच्छथ |
उत्तमपुरुषः | आगच्छामि | आगच्छावः | आगच्छामः |
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