वीराङ्गना पन्नाधाया
वयम् अभ्यासं कुर्मः
१. अध: प्रदत्तानां प्रश्नानाम् एकपदेन उत्तरं लिखन्तु –
(नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखें।)
(क) राजस्थानस्य वीराङ्गनासु का सुविख्याता?
(राजस्थान की वीरांगनाओं में कौन सुविख्यात है?)
उत्तर: पन्नाधाया (पन्नाधाया)
(ख) उदयसिंहः कस्य पुत्रः? (उदयसिंह किसका पुत्र था?)
उत्तर: सङ्ग्रामसिंहस्य (संग्रामसिंह)
(ग) बनवीरः कं मारयितुम् कुतन्त्रम् अरचयत्?
(बनवीर ने किसे मारने के लिए कुटिल योजना बनाई?)
उत्तर: उदयसिंहम् (उदयसिंह)
(घ) कालान्तरे कः मेवाडस्य राजा अभवत्?
(कालांतर में मेवाड़ का राजा कौन बना?)
उत्तर: उदयसिंहः (उदयसिंह)
(ङ) पन्नाधायायाः निर्णयः कीदृशः आसीत्?
(पन्नाधाया का निर्णय कैसा था?)
उत्तर: अकल्पनीयः (अकल्पनीय)
(च) महाराणाप्रतापः केषां हृदये चिरं स्थानं प्राप्नोत्?
(महाराणा प्रताप ने किनके हृदय में चिरकाल तक स्थान प्राप्त किया?)
उत्तर: भारतीयानाम् (भारतीयों)
२. अधः प्रदत्तानां प्रश्नानां पूर्णवाक्येन उत्तरं लिखन्तु।
(नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर पूर्ण वाक्य में लिखिए।)
(क) पन्नाधाया कस्य अद्वितीयम् उदाहरणम् अस्ति? (पन्नाधा किसकी अनुपम उदाहरण है?)
उत्तर- पन्नाधाया साहसस्य, त्यागस्य च अद्वितीयम् उदाहरणम् अस्ति।
(पन्नाधा साहस और बलिदान की अनुपम उदाहरण है।)
(ख) महाराणासङ्ग्रामसिंहस्य पुत्रौ कौ आस्ताम्? (महाराणा संग्रामसिंह के पुत्र कौन थे?)
उत्तर- महाराणासङ्ग्रामसिंहस्य पुत्रौ विक्रमादित्यः उदयसिंहः च आस्ताम्।
(महाराणा संग्रामसिंह के पुत्र विक्रमादित्य और उदयसिंह थे।)
(ग) दुष्टबुद्धिः बनवीरः किम् अचिन्तयत्? (दुष्ट बुद्धि वाला बनवीर क्या सोचता था?)
उत्तर- दुष्टबुद्धिः बनवीरः अचिन्तयत् यत् “अहम् एव एकः उत्तराधिकारी स्याम्, मम कोऽपि प्रतिस्पर्धी न स्यात्”।
(दुष्टबुद्धि बनवीर ने सोचा कि “मैं ही एकमात्र उत्तराधिकारी रहूँ और कोई मेरा प्रतिद्वंद्वी न हो।”)
(घ) बनवीरस्य कुतन्त्रं ज्ञात्वा पन्नाधाया किम् अकरोत्? (बनवीर की साजिश जानकर पन्नाधा ने क्या किया?)
उत्तर- बनवीरस्य कुतन्त्रं ज्ञात्वा पन्नाधाया स्वपुत्रं चन्दनं उदयसिंहस्य शयनस्थाने शायितवती।
(बनवीर की साजिश जानकर पन्नाधा ने अपने पुत्र चन्दन को उदयसिंह की जगह सुला दिया।)
(ङ) आचन्द्रार्कं किं तिष्ठति? (जब तक चन्द्र-सूर्य हैं, क्या स्थायी है?)
उत्तर- पन्नाधायाः त्यागः शौर्यं च आचन्द्रार्कं तिष्ठति।
(पन्नाधा का बलिदान और शौर्य जब तक सूर्य-चन्द्र हैं, तब तक रहेगा।)
(च) पन्नाधायायाः बलिदानं किं शिक्षयति? (पन्नाधा का बलिदान क्या सिखाता है?)
उत्तर- पन्नाधायाः बलिदानं शौर्यं, राष्ट्रभक्तिं, कर्तव्यनिष्ठां, विवेकं च शिक्षयति।
(पन्नाधा का बलिदान साहस, देशभक्ति, कर्तव्यनिष्ठा और विवेक की शिक्षा देता है।)
३. उदाहरणानुसारम् उचितैः पदैः रिक्तस्थानानि पूरयन्तु।
(उदाहरण के अनुसार उचित शब्दों से रिक्त स्थानों की पूर्ति करें।)
सं. | एकवचनम् (एकवचन) | द्विवचनम् (द्विवचन) | बहुवचनम् (बहुवचन) | अनुवाद (Verb) |
---|---|---|---|---|
(क) | अमिल | अमिलताम् | अमिलन् | मिला / मिले |
(ख) | अवदत् | अवदतम् | अवदन् | कहा / बोले |
(ग) | अखादः | अखादतम् | अखादत | तूने खाया / तुमने खाया |
(घ) | अलिखत् | अलिखताम् | अलिखन् | लिखा / उन्होंने लिखा |
(ङ) | अरक्षत् | अरक्षाव | अरक्षाम | रक्षा की / हमने रक्षा की |
(च) | अपिबत् | अपिबताम् | अपिबन् | पीया / पिए |
(छ) | अपृच्छम् | अपृच्छाव | अपृच्छाम | मैंने पूछा / हमने पूछा |
(ज) | अमारयत् | अमारयताम् | अमारयन् | मारा / उन्होंने मारा |
(झ) | अभवम् | अभवाव | अभवाम | मैं हुआ / हम हुए |
४. वाक्यानि पठित्वा उदाहरणानुसारं वचनपरिवर्तनं कुर्वन्तु
( वाक्यों को पढ़कर उदाहरण के अनुसार उनका वचन परिवर्तन कीजिए।)
संख्या | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् | हिन्दी अनुवाद |
---|---|---|---|---|
(क) | सः शालाम् अगच्छत्। | तौ शालाम् अगच्छताम्। | ते शालाम् अगच्छन्। | वह विद्यालय गया। / वे दोनों विद्यालय गए। / वे सब विद्यालय गए। |
(ख) | बालिका पद्यम् अलिखत्। | बालिके पद्यम् अलिखताम्। | बालिकाः पद्यम् अलिखन्। | लड़की ने कविता लिखी। / दो लड़कियों ने… / कई लड़कियों ने… |
(ग) | शिक्षकः अवदत्। | शिक्षकौ अवदताम्। | शिक्षकाः अवदन्। | शिक्षक ने कहा। / दो शिक्षकों ने… / कई शिक्षकों ने… |
(घ) | सा चित्रम् अपश्यत्। | ते चित्रम् अपश्यताम्। | ताः चित्रम् अपश्यन्। | उसने चित्र देखा। / दो स्त्रियों ने… / कई स्त्रियों ने… |
(ङ) | त्वम् अक्रीडः। | युवां अक्रीडतम्। | यूयं अक्रीडत। | तुम खेला। / तुम दोनों खेले। / तुम सब खेले। |
(च) | त्वं जलम् अनयः। | युवां जलम् अनयतम्। | यूयं जलम् अनयत। | तुम जल लाए। / तुम दोनों… / तुम सब… |
(छ) | अहं मन्दिरम् अगच्छम्। | आवां मन्दिरम् अगच्छाव। | वयं मन्दिरम् अगच्छाम। | मैं मंदिर गया। / हम दो गए। / हम सब गए। |
(ज) | अहं मधुरम् अखादम्। | आवां मधुरम् अखादाव। | वयं मधुरम् अखादाम। | मैंने मिठाई खाई। / हम दोनों ने खाई। / हम सब ने खाई। |
५. उदाहरणानुसारं रेखाङ्कितानि पदानि आश्रित्य प्रश्ननिर्माणं कुर्वन्तु –
(उदाहरण के अनुसार रेखांकित शब्दों के आधार पर प्रश्न बनाइए।)
यथा – वाक्य: महाराणासङ्ग्रामसिंहस्य भ्राता पृथ्वीराजः।
प्रश्न: कस्य भ्राता पृथ्वीराजः?
हिन्दी: पृथ्वीराज किसका भाई था?
संख्या | वाक्य | प्रश्न | अनुवाद (प्रश्न) |
---|---|---|---|
(क) | सः अचिन्तयत्। | कः अचिन्तयत्? | किसने सोचा? |
(ख) | शयनस्थाने चन्दनं शायितवती। | कः शयनस्थाने शायितः? | शयन स्थान में किसे सुलाया गया? |
(ग) | राष्ट्रहितं श्रेष्ठम्। | किं श्रेष्ठम्? | क्या श्रेष्ठ है? |
(घ) | बनवीरः चन्दनम् अमारयत्। | कं बनवीरः अमारयत्? | बनवीर ने किसको मारा? |
(ङ) | तस्याः निर्णयः अकल्पनीयः आसीत्। | कस्याः निर्णयः अकल्पनीयः आसीत्? | किसका निर्णय अकल्पनीय था? |
(च) | उदयसिंहः मेवाडस्य राजा अभवत्। | कः मेवाडस्य राजा अभवत्? | मेवाड़ का राजा कौन बना? |
(छ) | मम प्रतिस्पर्धी न स्यात्। | कः तव प्रतिस्पर्धी न स्यात्? | तुम्हारा प्रतिस्पर्धी कौन न हो? |
६. उदाहरणानुसारम् अधः प्रदत्तानां पदानां सन्धिं कुर्वन्तु –
(उदाहरण के अनुसार नीचे दिए गए पदों की सन्धि कीजिए -)
यथा – विद्या + अभ्यासः = विद्याभ्यासः
संख्या | सन्धि (संस्कृत में) | सन्धि (उत्तर) | हिन्दी अनुवाद (प्रश्न) |
---|---|---|---|
(क) | मम + अपि | ममापि | मेरा भी? |
(ख) | विद्या + अर्थी | विद्यार्थी | विद्या का इच्छुक कौन है? |
(ग) | सह + अनुभूतिः | सानुभूतिः | सह अनुभव क्या कहलाता है? |
(घ) | कवि + इन्द्रः | कविन्द्रः | कवियों में श्रेष्ठ कौन है? |
(ङ) | गिरि + ईशः | गिरीशः | पर्वतों के ईश्वर को क्या कहते हैं? |
(च) | वेद + अलङ्कारः | वेदालङ्कारः | वेदों का अलंकार क्या कहलाता है? |
(छ) | दैत्य + अरिः | दैत्यरिः | दैत्यों का शत्रु कौन है? |
(ज) | सु + उक्तिः | सुक्तिः | अच्छी बात को क्या कहते हैं? |
७. उदाहरणानुसारम् अधः प्रदत्तानि वाक्यानि वर्तमानकाले (लट्लकारे) परिवर्तयन्तु –
(उदाहरण के अनुसार नीचे दिए गए वाक्यों को वर्तमानकाल (लट्-लकार) में बदलिए।)
यथा – पन्नाधाया राज्यम् अरक्षत्। → पन्नाधाया राज्यं रक्षति।
संख्या | भूतकाल (लङ्-लकार) | वर्तमानकाल (लट्-लकार) | हिन्दी अनुवाद (प्रश्न) |
---|---|---|---|
(क) | उदयसिंहः वीरः आसीत्। | उदयसिंहः वीरः भवति। | उदयसिंह वीर था। → उदयसिंह वीर है। |
(ख) | अहं तत् सर्वम् अपश्यम्। | अहं तत् सर्वम् पश्यामि। | मैंने वह सब देखा। → मैं वह सब देखता हूँ। |
(ग) | बनवीरः कुतन्त्रम् अकरोत्। | बनवीरः कुतन्त्रम् करोति। | बनवीर ने षड्यंत्र रचा। → बनवीर षड्यंत्र रचता है। |
(घ) | त्वं शयनस्थानम् अगच्छः। | त्वं शयनस्थानम् गच्छसि। | तुम शयनस्थान में गए। → तुम शयनस्थान में जाते हो। |
(ङ) | ते कथाम् अपठन्। | ते कथाम् पठन्ति। | उन्होंने कहानी पढ़ी। → वे कहानी पढ़ते हैं। |
(च) | धात्री उदयसिंहम् अपृच्छत्। | धात्री उदयसिंहम् पृच्छति। | धात्री ने उदयसिंह से पूछा। → धात्री उदयसिंह से पूछती है। |
(छ) | वयं शूराः अभवाम। | वयं शूराः भवामः। | हम वीर थे। → हम वीर हैं। |
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