संसाधन के रूप में लोग
10 Short Questions with Short Answers
प्रश्न 1: ‘संसाधन के रूप में लोग’ से आप क्या समझते हैं?
 उत्तर: जब किसी देश की जनसंख्या को शिक्षा, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा उत्पादक बनाया जाता है, तब वह संसाधन बन जाती है।
प्रश्न 2: मानव पूँजी क्या है?
 उत्तर: शिक्षा, प्रशिक्षण और स्वास्थ्य पर किया गया निवेश जो व्यक्ति की उत्पादकता बढ़ाता है, वही मानव पूँजी कहलाता है।
प्रश्न 3: मानव संसाधन अन्य संसाधनों से कैसे भिन्न है?
 उत्तर: मानव संसाधन भूमि और पूँजी का उपयोग कर सकता है, जबकि भूमि और पूँजी स्वयं उपयोगी नहीं हो सकते।
प्रश्न 4: भारत में साक्षरता दर में क्या परिवर्तन हुआ है?
 उत्तर: भारत की साक्षरता दर 1951 में 18% से बढ़कर 2018 में 85% हो गई है।
प्रश्न 5: मौसमी बेरोजगारी किसे कहते हैं?
 उत्तर: जब लोगों को वर्ष के केवल कुछ महीनों में ही काम मिलता है, तो उसे मौसमी बेरोजगारी कहते हैं।
प्रश्न 6: प्रच्छन्न बेरोजगारी क्या है?
 उत्तर: जब किसी कार्य में आवश्यक से अधिक लोग लगे हों और उत्पादन में कोई अंतर न पड़े, तो इसे प्रच्छन्न बेरोजगारी कहते हैं।
प्रश्न 7: शिक्षित बेरोजगारी क्या होती है?
 उत्तर: जब शिक्षित व्यक्ति भी रोजगार प्राप्त नहीं कर पाते, तो यह शिक्षित बेरोजगारी कहलाती है।
प्रश्न 8: प्राथमिक क्षेत्रक में कौन-कौन से कार्य आते हैं?
 उत्तर: कृषि, पशुपालन, मत्स्यपालन, वानिकी और खनन कार्य प्राथमिक क्षेत्रक में आते हैं।
प्रश्न 9: साक्षरता क्यों आवश्यक है?
 उत्तर: साक्षरता व्यक्ति को अपने अधिकारों और कर्तव्यों को समझने और समाज में बेहतर जीवन जीने में सहायता करती है।
प्रश्न 10: मानव पूँजी में निवेश क्यों आवश्यक है?
 उत्तर: क्योंकि यह व्यक्ति की क्षमता बढ़ाता है और देश की आर्थिक प्रगति में योगदान देता है।
10 Long Questions with Answers
प्रश्न 1: मानव पूँजी निर्माण में शिक्षा की क्या भूमिका है?
 उत्तर: शिक्षा व्यक्ति की उत्पादकता बढ़ाती है, जिससे उसे बेहतर रोजगार और आय प्राप्त होती है। यह समाज में सांस्कृतिक समृद्धि लाती है और राष्ट्रीय आय में वृद्धि करती है। शिक्षा के माध्यम से लोग नई तकनीक अपनाते हैं और देश की आर्थिक प्रगति में भाग लेते हैं। इस प्रकार शिक्षा मानव पूँजी निर्माण का प्रमुख आधार है।
प्रश्न 2: मानव पूँजी निर्माण में स्वास्थ्य की क्या भूमिका है?
 उत्तर: स्वास्थ्य व्यक्ति को अपनी पूरी क्षमता से कार्य करने की शक्ति देता है। स्वस्थ जनसंख्या अधिक उत्पादक होती है और अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान करती है। भारत में जीवन प्रत्याशा बढ़ी है और शिशु मृत्यु दर घटी है। यह स्वास्थ्य सेवाओं, पोषण और स्वच्छता में सुधार का परिणाम है। इसलिए स्वास्थ्य मानव पूँजी निर्माण का आवश्यक तत्व है।
प्रश्न 3: सकल और विलास की कहानी से क्या शिक्षा मिलती है?
 उत्तर: सकल को शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएँ मिलीं, जिससे वह कुशल और रोजगार प्राप्त व्यक्ति बना। विलास को ये सुविधाएँ नहीं मिलीं, इसलिए वह गरीब और अस्वस्थ रहा। इससे यह स्पष्ट होता है कि शिक्षा और स्वास्थ्य पर निवेश व्यक्ति को संसाधन में बदल देता है और उसकी आय व जीवन स्तर सुधारता है।
प्रश्न 4: महिलाएँ प्रायः निम्न वेतन वाले कार्यों में क्यों नियोजित होती हैं?
 उत्तर: अधिकांश महिलाओं के पास कम शिक्षा और कौशल होता है। वे असंगठित क्षेत्र में काम करती हैं जहाँ नौकरी की सुरक्षा और सामाजिक सुविधाएँ नहीं होतीं। इस कारण उन्हें पुरुषों की अपेक्षा कम वेतन मिलता है। जबकि उच्च शिक्षा और कौशल प्राप्त महिलाएँ समान वेतन प्राप्त कर सकती हैं।
प्रश्न 5: जनसंख्या की गुणवत्ता क्या है और यह क्यों महत्त्वपूर्ण है?
 उत्तर: जनसंख्या की गुणवत्ता साक्षरता दर, स्वास्थ्य, जीवन प्रत्याशा और कौशल पर निर्भर करती है। साक्षर और स्वस्थ जनसंख्या देश की परिसंपत्ति होती है। जनसंख्या की गुणवत्ता जितनी अच्छी होगी, आर्थिक विकास की गति उतनी ही तेज होगी।
प्रश्न 6: बेरोजगारी के प्रकार समझाइए।
 उत्तर: भारत में तीन प्रमुख प्रकार की बेरोजगारी पाई जाती है—
 (1) मौसमी बेरोजगारी – वर्ष के कुछ महीनों में ही काम मिलना।
 (2) प्रच्छन्न बेरोजगारी – आवश्यक से अधिक श्रमिकों का होना।
 (3) शिक्षित बेरोजगारी – शिक्षित व्यक्तियों को भी काम न मिलना।
 ये सभी प्रकार देश की उत्पादकता को प्रभावित करते हैं।
प्रश्न 7: भारत में शिक्षा के क्षेत्र में सरकार ने क्या-क्या प्रयास किए हैं?
 उत्तर: सरकार ने सर्वशिक्षा अभियान, नवोदय विद्यालय, दोपहर भोजन योजना, सेतु पाठ्यक्रम और स्कूल लौटो शिविर जैसी योजनाएँ शुरू की हैं। शिक्षा पर व्यय 1951 के 151 करोड़ से बढ़कर 2020-21 में 99,300 करोड़ रुपये हुआ है। इन प्रयासों से साक्षरता दर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
प्रश्न 8: मानव पूँजी देश के विकास में कैसे सहायक होती है?
 उत्तर: मानव पूँजी उत्पादन, नवाचार और तकनीकी विकास का आधार है। जापान जैसे देशों ने प्राकृतिक संसाधनों की कमी के बावजूद शिक्षा और स्वास्थ्य में निवेश कर आर्थिक प्रगति की। इस प्रकार मानव पूँजी किसी देश की सबसे मूल्यवान परिसंपत्ति है जो आर्थिक वृद्धि को गति देती है।
प्रश्न 9: ‘एक गाँव की कहानी’ से क्या शिक्षा मिलती है?
 उत्तर: यह कहानी दर्शाती है कि जब गाँव के लोगों ने शिक्षा और कौशल में निवेश किया, तो नए रोजगार सृजित हुए और गाँव समृद्ध हुआ। इससे यह सिद्ध होता है कि मानव पूँजी का विकास किसी भी समाज की प्रगति का आधार है।
प्रश्न 10: शिक्षित बेरोजगारी भारत के लिए समस्या क्यों है?
 उत्तर: भारत में शिक्षित युवकों के लिए पर्याप्त रोजगार अवसर नहीं हैं। इससे सामाजिक निराशा और आर्थिक बोझ बढ़ता है। यह मानव संसाधन की बर्बादी है क्योंकि शिक्षित लोग अपनी क्षमता के अनुरूप काम नहीं पा पाते। इसलिए शिक्षित बेरोजगारी भारत की प्रमुख आर्थिक चुनौती है।

Leave a Reply