Short Questions Answer
प्रश्न: महादेवी वर्मा का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
उत्तर: महादेवी वर्मा का जन्म सन् 1907 में उत्तर प्रदेश के फ़र्रुखाबाद शहर में हुआ था।
प्रश्न: महादेवी वर्मा की शिक्षा कहाँ हुई?
उत्तर: उनकी शिक्षा प्रयाग में हुई थी।
प्रश्न: महादेवी वर्मा को कौन-कौन से प्रमुख पुरस्कार मिले?
उत्तर: उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार, ज्ञानपीठ पुरस्कार और पद्मभूषण से सम्मानित किया गया।
प्रश्न: महादेवी वर्मा किस युग की कवयित्री थीं?
उत्तर: वे छायावाद युग की प्रमुख कवयित्री थीं।
प्रश्न: लेखिका की पहली सहपाठिनी कौन थीं?
उत्तर: सुभद्रा कुमारी चौहान उनकी पहली सहपाठिनी थीं।
प्रश्न: लेखिका को कविता पाठ पर क्या पुरस्कार मिला था?
उत्तर: उन्हें चाँदी का एक नक्काशीदार कटोरा पुरस्कार में मिला था।
प्रश्न: लेखिका ने वह चाँदी का कटोरा किसे दे दिया था?
उत्तर: उन्होंने वह कटोरा बापू (महात्मा गांधी) को दे दिया था।
प्रश्न: जेबुन्निसा कौन थी?
उत्तर: जेबुन्निसा लेखिका की छात्रावास की साथी थी जो कोल्हापुर से आई थी।
प्रश्न: लेखिका की माँ ने उन्हें सबसे पहले कौन-सी पुस्तक पढ़ना सिखाई?
उत्तर: उनकी माँ ने उन्हें ‘पंचतंत्र’ पढ़ना सिखाया।
प्रश्न: महादेवी वर्मा ने ‘स्वप्न’ जैसा क्यों कहा कि वह समय अब खो गया?
उत्तर: क्योंकि उस समय लोगों में प्रेम, एकता और सांप्रदायिक सौहार्द था, जो आज नहीं है।
Long Questions Answer
प्रश्न: महादेवी वर्मा के परिवार में लड़कियों की स्थिति कैसी थी?
उत्तर: महादेवी जी बताती हैं कि उनके परिवार में दो सौ वर्षों तक कोई लड़की नहीं हुई थी। पहले जन्मी लड़कियों को पैदा होते ही मार दिया जाता था। उनके जन्म पर बाबा ने बहुत पूजा की, इसलिए उन्हें वह सब नहीं सहना पड़ा जो अन्य लड़कियाँ सहती थीं। इससे उस समय समाज में लड़कियों की कठिन स्थिति का पता चलता है।
प्रश्न: लेखिका उर्दू-फ़ारसी क्यों नहीं सीख पाईं?
उत्तर: बाबा चाहते थे कि वे उर्दू-फ़ारसी सीखें, पर जब उन्होंने मौलवी साहब को देखा तो डर के मारे चारपाई के नीचे छिप गईं। इसलिए वे उर्दू-फ़ारसी नहीं सीख पाईं।
प्रश्न: लेखिका ने अपनी माँ के व्यक्तित्व की कौन-कौन सी विशेषताएँ बताई हैं?
उत्तर: लेखिका की माँ धार्मिक प्रवृत्ति की थीं, पूजा-पाठ करती थीं, संस्कृत जानती थीं और उन्हें ‘पंचतंत्र’ पढ़ना सिखाया। वे मीरा के पद गाती थीं, जिससे लेखिका में भी कविताएँ लिखने की रुचि जागी।
प्रश्न: सुभद्रा कुमारी चौहान से महादेवी वर्मा की मित्रता कैसे हुई?
उत्तर: जब सुभद्रा जी ने महादेवी की डेस्क की किताबों की तलाशी ली, तो उनमें से बहुत-सी कविताएँ निकलीं। इसके बाद उन्होंने पूरे होस्टल में बताया कि महादेवी कविता लिखती हैं। इस घटना के बाद दोनों के बीच गहरी मित्रता हो गई।
प्रश्न: महादेवी वर्मा का छात्रावास का वातावरण कैसा था?
उत्तर: छात्रावास में हिंदू, ईसाई, मराठी, अवधी, बुंदेलखंडी आदि विभिन्न भाषाओं की लड़कियाँ रहती थीं। सब एक ही मेस में खाते थे, साथ पढ़ते और प्रार्थना करते थे। वहाँ किसी प्रकार का भेदभाव या सांप्रदायिकता नहीं थी।
प्रश्न: लेखिका ने अपने बचपन के वातावरण को आज के समय से भिन्न क्यों बताया?
उत्तर: उन्होंने कहा कि तब लोगों में आपसी प्रेम, भाईचारा और सौहार्द था। हिंदू-मुस्लिम एक साथ त्योहार मनाते थे, एक-दूसरे से गहरा लगाव था। आज यह स्थिति नहीं है, इसलिए वह समय उन्हें ‘स्वप्न’ जैसा लगता है।
प्रश्न: लेखिका ने बापू को अपना पुरस्कार क्यों दे दिया?
उत्तर: जब महादेवी जी बापू से मिलीं और उन्होंने अपना कटोरा दिखाया, तो बापू ने पूछा, “तू देती है इसे?” — और उन्होंने तुरंत दे दिया। यह उनका देशप्रेम और बापू के प्रति श्रद्धा का प्रतीक था।
प्रश्न: जेबुन्निसा का लेखिका के जीवन में क्या योगदान था?
उत्तर: जेबुन्निसा उनकी मदद करती थी — उनकी किताबें और डेस्क ठीक रखती थी, जिससे उन्हें कविता लिखने का समय मिल जाता था। वह मराठी बोलती थी और उससे महादेवी जी ने कुछ मराठी भी सीखी।
प्रश्न: जवारा के नवाब के साथ महादेवी वर्मा के परिवार का संबंध कैसा था?
उत्तर: उनका परिवार नवाब परिवार के साथ बहुत आत्मीय था। दोनों परिवार एक-दूसरे के त्योहारों में शामिल होते थे, उपहार देते थे, और आपस में ताई-चाची कहकर पुकारते थे। यह सौहार्दपूर्ण संबंध आज दुर्लभ है।
प्रश्न: ‘मेरे बचपन के दिन’ शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: इस रचना में महादेवी जी ने अपने बचपन की घटनाओं, विद्यालय जीवन, सुभद्रा जी से मित्रता, कवि सम्मेलन, बापू से भेंट, और समाज में प्रेम व सौहार्द के वातावरण का सुंदर चित्रण किया है। इसलिए शीर्षक पूरी तरह सार्थक है क्योंकि इसमें उनके बचपन की जीवंत झलक मिलती है।

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