MCQ साँवले सपनों की याद Chapter 4 Hindi Class 9 Kshitij हिन्दी Advertisement MCQ’s For All Chapters – Kshitij Class 9th 1. किस पक्षी ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया था?कबूतरमैनागौरैयाकोयलQuestion 1 of 172. ‘आवशारों’ शब्द का क्या अर्थ है।झरनाचमकश्रीशागोरेयाQuestion 2 of 173. सालिम अली की पुस्तक का क्या नाम था?पक्षियों के देश मेंफाल ऑफ द स्पैरोंप्रकृति के पुत्रपर्यावरण सुरक्षाQuestion 3 of 174. सालिम अली की पत्नी का क्या नाम था?फ्रीडा लारेंसतसलीमातहमीनानाजिरा वेगमQuestion 4 of 175. सालिम अली उन लोगों में से ये ……….. कायत होते हैं। उपयुक्त विकल्प चुनकर रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिएजो कभी हार को बर्दाशत करने के जो सदा सत्य पर अडिग रहने केजो प्रकृति के प्रभाव में आने के बजाय प्रकृति को अपने प्रभाव में लाने केजो प्रकृति को अपने प्रभाव में लाने के बजाय प्रकृति के प्रभाव में आने केQuestion 5 of 176. सालिम अली की मृत्यु किस बीमारी से हुई?अलसरअतिसारकैंसरटी.वी.Question 6 of 177. इस पाठ में भारत के किस प्रधानमंत्री का उल्लेखलाल बहादुर शास्त्रीइन्दिरा गाँधीचौधरी चरण सिंहराजीव गांधीQuestion 7 of 178. इस पाठ में किस उपन्यासकार का उल्लेख हुआ है।प्रेमचंदजयशंकर प्रसादशेक्सपीयरडी. एच. लॉरंसQuestion 8 of 179. सालिम अली की मृत्यु कब हुई थी?1989 में1987 में1985 में1990 मेंQuestion 9 of 1710. जाबिर हुसैन के साहित्य में किस साहित्यिक विधा के दर्शन होते हैं?कहानीउपन्यासनाटकडायरीQuestion 10 of 1711. जाबिर हुसैन बिहार विधन सभा के सभापति कब चुने गए?1975 में1985 में1995 में1990 मेंQuestion 11 of 1712. जाबिर हुसैन का जन्म कब और कहाँ हुआ?1945 में उ.प्र. में1945 में बिहार में1955 में बिहार में1945 में म. प्र. मेंQuestion 12 of 1713. इस हुजूम में आगे-आगे चल रहे हैं, सालिम अली। अपने कंधों पर सैलानियों की तरह अपने अंतहीन सफर का बोझ उठाए। लेकिन यह सफर पिछले तमाम सफरों से भिन्न है। भीड़-भाद की जिंदगी और तनाव के माहौल से सालिम अली का यह आखिरी पलायन है। अब तो वो उस वन-पक्षी की तरह प्रकृति में विलीन हो रहे हैं, जो जिंदगी का आखिरी गीत गाने के बाद मौत की गोद में जा बसा हो। कोई अपने जिस्म को हरारत और दिल की धड़कन देकर भी उसे लौटाना चाहे तो वह पक्षी अपने सपनों के गीत दोबारा कैसे गा सकेगा। उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर सही विकल्पों का चयन कीजिए- अंतहीन सफ़र का आशय है-बहुत लम्बी यात्रामृत्यु के उपरांत अंतिम यात्राजंगलों में भटक जानाहुजूम में आगे चलनाQuestion 13 of 1714. इस हुजूम में आगे-आगे चल रहे हैं, सालिम अली। अपने कंधों पर सैलानियों की तरह अपने अंतहीन सफर का बोझ उठाए। लेकिन यह सफर पिछले तमाम सफरों से भिन्न है। भीड़-भाद की जिंदगी और तनाव के माहौल से सालिम अली का यह आखिरी पलायन है। अब तो वो उस वन-पक्षी की तरह प्रकृति में विलीन हो रहे हैं, जो जिंदगी का आखिरी गीत गाने के बाद मौत की गोद में जा बसा हो। कोई अपने जिस्म को हरारत और दिल की धड़कन देकर भी उसे लौटाना चाहे तो वह पक्षी अपने सपनों के गीत दोबारा कैसे गा सकेगा। उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर सही विकल्पों का चयन कीजिए- सालिम अली का यह आखिरी पलायन कैसे था?अपना काम छोड़ रहे थेअपना दफ्तर छोड़ के भाग रहे थेविदेश जाकर बस रहे थेमौत के आगोश में चले गएQuestion 14 of 1715. इस हुजूम में आगे-आगे चल रहे हैं, सालिम अली। अपने कंधों पर सैलानियों की तरह अपने अंतहीन सफर का बोझ उठाए। लेकिन यह सफर पिछले तमाम सफरों से भिन्न है। भीड़-भाद की जिंदगी और तनाव के माहौल से सालिम अली का यह आखिरी पलायन है। अब तो वो उस वन-पक्षी की तरह प्रकृति में विलीन हो रहे हैं, जो जिंदगी का आखिरी गीत गाने के बाद मौत की गोद में जा बसा हो। कोई अपने जिस्म को हरारत और दिल की धड़कन देकर भी उसे लौटाना चाहे तो वह पक्षी अपने सपनों के गीत दोबारा कैसे गा सकेगा। उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर सही विकल्पों का चयन कीजिए- सालिम किम वन पक्षी की तरह बेजो बंधनों में रह कर गीत गाता हैजो पानी में खेलता हैजो मुक्त प्रकृति में गीत गाता हैजो आकाश में ऊँचा उड़ता हैQuestion 15 of 1716. इस हुजूम में आगे-आगे चल रहे हैं, सालिम अली। अपने कंधों पर सैलानियों की तरह अपने अंतहीन सफर का बोझ उठाए। लेकिन यह सफर पिछले तमाम सफरों से भिन्न है। भीड़-भाद की जिंदगी और तनाव के माहौल से सालिम अली का यह आखिरी पलायन है। अब तो वो उस वन-पक्षी की तरह प्रकृति में विलीन हो रहे हैं, जो जिंदगी का आखिरी गीत गाने के बाद मौत की गोद में जा बसा हो। कोई अपने जिस्म को हरारत और दिल की धड़कन देकर भी उसे लौटाना चाहे तो वह पक्षी अपने सपनों के गीत दोबारा कैसे गा सकेगा। उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर सही विकल्पों का चयन कीजिए- प्रकृति से सालिम अली का संबंध कैसा था?प्रकृति उनके लिए उपयोग की वस्तु थीवे प्रकृति पर विजय पाना चाहते थेवे प्रकृति का दोहन कर सफल होना चाहते थेवे प्रकृति का आत्मीय हिस्सा बनकर रहते थेQuestion 16 of 1717. इस हुजूम में आगे-आगे चल रहे हैं, सालिम अली। अपने कंधों पर सैलानियों की तरह अपने अंतहीन सफर का बोझ उठाए। लेकिन यह सफर पिछले तमाम सफरों से भिन्न है। भीड़-भाद की जिंदगी और तनाव के माहौल से सालिम अली का यह आखिरी पलायन है। अब तो वो उस वन-पक्षी की तरह प्रकृति में विलीन हो रहे हैं, जो जिंदगी का आखिरी गीत गाने के बाद मौत की गोद में जा बसा हो। कोई अपने जिस्म को हरारत और दिल की धड़कन देकर भी उसे लौटाना चाहे तो वह पक्षी अपने सपनों के गीत दोबारा कैसे गा सकेगा। उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर सही विकल्पों का चयन कीजिए- ‘सपनों के गीत गाना’ का तात्पर्य है?अपना पंसदीदा कार्य करनानोंद में गाने गानागाने में सपनों का वर्णन करनाझूठी बातें करनाQuestion 17 of 17 Loading...
Maja aaya
It was very hard for me because I don’t read this chapter clearly