MCQ प्रेमचंद के फटे जूते Chapter 5 Hindi Class 9 Kshitij हिन्दी Advertisement MCQ’s For All Chapters – Kshitij Class 9th 1. परसाई जी ने अपने जूते की स्थिति के बारे में क्या बताया?उनका जूता पूरी तरह ठीक थाउनके जूते का तला फट गया थाउनके जूते में अँगुली बाहर थीउनके जूते नए थेQuestion 1 of 202. परसाई जी ने प्रेमचंद के जूते के फटने का कारण क्या बताया?बहुत चलने सेसख्त चीज़ को ठोकर मारने सेपुराने होने सेखराब गुणवत्ता सेQuestion 2 of 203. परसाई जी ने प्रेमचंद की तुलना किसके साथ की?कुंभनदासतुलसीदाससूरदासकबीरQuestion 3 of 204. कुंभनदास के जूते के बारे में क्या कहा गया?वे फट गए थेवे घिस गए थेवे नए थेवे चमक रहे थेQuestion 4 of 205. परसाई जी ने प्रेमचंद के ‘नेम-धरम’ को क्या कहा?उनकी कमजोरीउनकी मुक्तिउनकी गलतीउनकी परंपराQuestion 5 of 206. परसाई जी ने ‘टीले’ का उल्लेख किस संदर्भ में किया?सामाजिक बाधाएँप्राकृतिक पहाड़आर्थिक समस्याएँधार्मिक मान्यताएँQuestion 6 of 207. परसाई जी ने प्रेमचंद की अँगुली को किस ओर इशारा करते हुए बताया?धन की ओरघृणित चीज़ की ओरसौंदर्य की ओरसादगी की ओरQuestion 7 of 208. परसाई जी ने अपनी और प्रेमचंद की स्थिति में क्या अंतर बताया?प्रेमचंद की अँगुली ढँकी थीपरसाई जी की अँगुली बाहर थीपरसाई जी परदे पर कुर्बान थेप्रेमचंद परदे पर कुर्बान थेQuestion 8 of 209. प्रेमचंद की व्यंग्य-मुसकान किस ओर इशारा करती है?सामाजिक सुधार की ओरपरदे की चिंता करने वालों की ओरधनाढ्य लोगों की ओरधार्मिक पाखंड की ओरQuestion 9 of 2010. परसाई जी ने प्रेमचंद के जूते को किस तरह पहनने की बात कही?लापरवाही सेबड़े ठाठ सेसंकोच के साथगर्व के साथQuestion 10 of 2011. परसाई जी ने प्रेमचंद को किस रूप में देखा?धनवान लेखकमहान कथाकार और युग-प्रवर्तकसामान्य व्यक्तिराजनेताQuestion 11 of 2012. परसाई जी ने प्रेमचंद के फोटो खिंचवाने के पीछे क्या कारण बताया?उनकी प्रसिद्धिपत्नी का आग्रहसामाजिक दबावव्यक्तिगत इच्छाQuestion 12 of 2013. परसाई जी ने समाज में दिखावे के प्रति क्या कहा?लोग परदे का महत्व नहीं समझतेलोग परदे पर कुर्बान हो रहे हैंलोग सादगी को अपनाते हैंलोग परंपराओं को मानते हैंQuestion 13 of 2014. परसाई जी ने प्रेमचंद के जूते के फटने को किसके साथ जोड़ा?सामाजिक पाखंड के खिलाफ ठोकर मारनाआर्थिक तंगीलापरवाहीपुरानी परंपराएँQuestion 14 of 2015. परसाई जी ने प्रेमचंद की मुसकान में क्या देखा?खुशीउपहास और व्यंग्यउदासीगर्वQuestion 15 of 2016. परसाई जी ने प्रेमचंद के जूते के छेद को किसके प्रतीक के रूप में देखा?उनकी सादगीउनकी बेईमानीउनकी लापरवाहीउनकी धनाढ्यताQuestion 16 of 2017. परसाई जी ने अपने जूते के बारे में क्या कहा?वह पूरी तरह ठीक हैउसका तला फट गया हैउसमें अँगुली बाहर हैवह नया हैQuestion 17 of 2018. परसाई जी ने प्रेमचंद के ‘नेम-धरम’ को किस संदर्भ में लिया?बंधन के रूप मेंमुक्ति के रूप मेंकमजोरी के रूप मेंपरंपरा के रूप मेंQuestion 18 of 2019. परसाई जी ने कुंभनदास की पंक्तियों का उल्लेख किस संदर्भ में किया?जूते के घिसने काभक्ति भाव कासामाजिक सुधार कासाहित्यिक रचना काQuestion 19 of 2020. परसाई जी ने प्रेमचंद की अँगुली के इशारे को किसके प्रति बताया?सौंदर्य की ओरघृणित चीज़ की ओरधन की ओरपरंपरा की ओरQuestion 20 of 20 Loading...
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