MCQ साखियाँ एवं सबद Chapter 7 Hindi Class 9 Kshitij हिन्दी Advertisement MCQ’s For All Chapters – Kshitij Class 9th 1. मोको कहाँ ढूंढे बंदे, ‘मैं’ तो तेरे पास में इसमें मैं’ किसके लिए प्रयोग हुआ है।कबीर दास के लिएअहंकार के लिएभगवान के लिएमनुष्य के लिएYour comments:Question 1 of 202. कबीर के अनुसार ईश्वर का वास कहाँ हैमंदिर मेंजंगल मेंआकाश मेंप्रत्येक जीव की साँसों मेंYour comments:Question 2 of 203. कबीर ने संत के क्या लक्षण बताए हैं।वह किसी एक मत को मानता हैवह अपने पक्ष का समर्थन करने वाला होता हैवह निरपेक्ष होकर ईश्वर का भजन करता हैवह सभी मतों को मानता हैYour comments:Question 3 of 204. ज्ञान की आंधी आने पर क्या होता है?मनुष्य का भ्रम दूर हो जाता हैमाया-मोह से छुटकारा मिल जाता हैमनुष्य की अज्ञानता समाप्त हो जाती हैउपर्युक्त सभी कथन सत्य हैंYour comments:Question 4 of 205. ‘मान सरोवर ………… अनंत न जाहि’ इस साखी में कौन-सा अलंकार है?अन्योक्तिरूपकश्लेषउपमाYour comments:Question 5 of 206. ‘मान सरोवर ……………. अनंत न जाहि’ इस साखी में हंस और मानसरोवर किस-किस के प्रतीक हैं।हंस परमात्मा का और मानसरोवर मन का प्रतीकहंस जीवात्मा का और मानसरोवर आनंदवृतित्त वाले मन का एवं शून्य विकार के अमृत कुंट का प्रतीक है हंस शून्य विकार का व मान सरोवर परमात्मा का प्रतीक हैउपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।Your comments:Question 6 of 207. कबीर दास जी ने ज्ञानी और संत किसे बतायाजो अपने धर्म सम्प्रदाय का ख्याल रखता हैजो सदा ईश्वर भक्ति में लीन रहता हैजो सरल हृदय से निष्पक्ष होकर सम्प्रदायों से ऊपर उठकर प्रभु का ध्यान करता हैजो कठोर साधना में लीन रहता है।Your comments:Question 7 of 208. मनुष्य जब वह ऊँचे कुल में जन्म लेता है कब महान कहलाता है?जब वह ऊँचे कुल में जन्म लेता हैजब उसके माँ बाप धनी होते हैंजब वह अपने धर्म सम्प्रदाय को बढ़ावा देता हैजब उसके कर्म ऊंचे होते हैंYour comments:Question 8 of 209. कबीर की रचनाएँ संकलित हैंसूरसागर मेंकबीर ग्रन्थावली मेंसूर सारावली मेंउपर्युक्त में से कोई नहींYour comments:Question 9 of 2010. कबीर रास की रचनाएँ हमें मिलती हैंसाखी के रूप मेंसबद के रूप मेंरमैनी के रूप मेंसभी कथन सत्य हैंYour comments:Question 10 of 2011. कबीर दास ने किएसमाज सुधार के कार्यआर्थिक सुधार के कार्यधार्मिक कार्यधार्मिक व आर्थिक दोनोंYour comments:Question 11 of 2012. कबीर दास जीसगुण के उपासक येसगुण और निर्गुण दोनों के उपासक थेनास्तिक थेनिर्गुण के उपासक थेYour comments:Question 12 of 2013. कबीर दास के गुरु का नाम थासत्यानंदरामानंदब्रह्मानंदईश्वरानंदYour comments:Question 13 of 2014. कबीर दास के माता-पिता का नाम थाशेरु व सीमाहरिया व हीरानीरू और नीमारामू और श्यामाYour comments:Question 14 of 2015. कबीर दास का जन्म कब और कहाँ हुआ?सन् 1398 में काशी मेंसन् 1459 में प्रयाग मेंसन् 1393 में मधुरा मेंसन् 1430 में आगरा मेंYour comments:Question 15 of 2016. मोको कहाँ ढूँढे बंदे, मैं तो तेरे पास में।ना मैं देवल ना मैं मसजिद, ना काये कैलास में।ना तो कौने किया-कर्म में, नहीं योग वैराग में।खोजी होय तो तुरतै मिलिहौं, पल भर की तालास में।की कबीर सुनो भाई सायो, सब स्वासों की स्वोस में।। लोग ईश्वर को कहाँ ढूँढते हैं?मंदिर मेंमसजिद मेंकाबा और कैलाश मेंउपर्युक्त सभी जगहYour comments:Question 16 of 2017. मोको कहाँ ढूँढे बंदे, मैं तो तेरे पास में।ना मैं देवल ना मैं मसजिद, ना काये कैलास में।ना तो कौने किया-कर्म में, नहीं योग वैराग में।खोजी होय तो तुरतै मिलिहौं, पल भर की तालास में।की कबीर सुनो भाई सायो, सब स्वासों की स्वोस में।। ईश्वर कहाँ रहता है?मूर्ति मेंकाशी मेंप्राणी के हृदय मेंकाबा मेंYour comments:Question 17 of 2018. मोको कहाँ ढूँढे बंदे, मैं तो तेरे पास में।ना मैं देवल ना मैं मसजिद, ना काये कैलास में।ना तो कौने किया-कर्म में, नहीं योग वैराग में।खोजी होय तो तुरतै मिलिहौं, पल भर की तालास में।की कबीर सुनो भाई सायो, सब स्वासों की स्वोस में।। हम ईश्वर को क्यों नहीं हूँढ पाते हैं।क्योंकि हम अपने अंतःकरण को नहीं टटोलतेक्योंकि हम मूर्तिपूजा नहीं करतेक्योंकि हम तीर्थ यात्रा नहीं करतेक्योंकि हम अपने को बहुत ज्ञानी समझते हैंYour comments:Question 18 of 2019. मोको कहाँ ढूँढे बंदे, मैं तो तेरे पास में।ना मैं देवल ना मैं मसजिद, ना काये कैलास में।ना तो कौने किया-कर्म में, नहीं योग वैराग में।खोजी होय तो तुरतै मिलिहौं, पल भर की तालास में।की कबीर सुनो भाई सायो, सब स्वासों की स्वोस में।। कबीर ने इस पद में किस बात पर जोर दियामूर्तिपूजा परतीर्थयात्रा परपीतांबर धारण करने परईश्वर का अपने हृदय में ध्यान करने परYour comments:Question 19 of 2020. मोको कहाँ ढूँढे बंदे, मैं तो तेरे पास में।ना मैं देवल ना मैं मसजिद, ना काये कैलास में।ना तो कौने किया-कर्म में, नहीं योग वैराग में।खोजी होय तो तुरतै मिलिहौं, पल भर की तालास में।की कबीर सुनो भाई सायो, सब स्वासों की स्वोस में।। कबीर ने किन-किन धारणाओं का खंडन कियाकि ईश्वर मूर्तियों में हैईश्वर तीर्थों में बसता हैईश्वर काबा या कैलाश में हैउपर्युक्त सभी का खंडन किया हैYour comments:Question 20 of 20 Loading...
it’s really nice ohh no!!
it’s awesome 😊👍
thanks ..
this helps me a lot…
I appreciate it
Nice website
IT IS GOOD
Yes these question is useful in examination .
This is very helpful
Good for exam
This is very helpful for exams
this is very helpful to pass your exam