Solutions For All Chapters Kshitij Class 9
Savle Sapno Ki Yaad Question Answer
प्रश्न-अभ्यास
प्रश्न: किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें पक्षी प्रेमी बना दिया?
उत्तर: बचपन में सालिम अली की एयरगन से एक नीले कंठ की गौरैया घायल होकर गिरी थी। यह घटना उनके जीवन की दिशा बदलने वाली थी, क्योंकि इसने उन्हें पक्षियों की खोज और उनके प्रति प्रेम की ओर प्रेरित किया।
प्रश्न: सालिम अली ने पूर्व प्रधानमंत्री के सामने पर्यावरण से संबंधित किन संभावित खतरों का चित्र खींचा होगा कि जिससे उनकी आँखें नम हो गई थीं?
उत्तर: सालिम अली ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के सामने केरल की ‘साइलेंट वैली’ को रेगिस्तानी हवा के झोंकों से बचाने की बात की थी। उन्होंने पर्यावरण के संभावित खतरों, जैसे प्रकृति और पक्षियों के आवास के नष्ट होने का चित्र खींचा होगा, जिसने चौधरी चरण सिंह की आँखें नम कर दीं।
प्रश्न: लॉरेंस की पत्नी फ्रीडा ने ऐसा क्यों कहा होगा कि “मेरी छत पर बैठने वाली गोरैया लॉरेंस के बारे में ढेर सारी बातें जानती है?”
उत्तर: फ्रीडा ने यह कहा क्योंकि वह मानती थीं कि डी.एच. लॉरेंस का प्रकृति और पक्षियों से गहरा जुड़ाव था। गौरैया, जो प्रकृति का हिस्सा है, लॉरेंस की सादगी, खुलेपन और प्रकृति के प्रति प्रेम को समझ सकती थी, जो फ्रीडा के लिए शब्दों में व्यक्त करना कठिन था।
प्रश्न: आशय स्पष्ट कीजिए-
(क) वो लॉरेंस की तरह, नैसर्गिक जिंदगी का प्रतिरूप बन गए थे।
उत्तर: इसका आशय है कि सालिम अली, डी.एच. लॉरेंस की तरह, प्रकृति के साथ पूर्ण रूप से एकरूप हो गए थे। उनका जीवन स्वाभाविक और सहज था, जो प्रकृति और पक्षियों के प्रति उनके गहरे प्रेम और समर्पण को दर्शाता था।
(ख) कोई अपने जिस्म की हरारत और दिल की धड़कन देकर भी उसे लौटाना चाहे तो वह पक्षी अपने सपनों के गीत दोबारा कैसे गा सकेगा!
उत्तर: इसका आशय है कि मृत्यु के बाद सालिम अली जैसे व्यक्ति को वापस लाना असंभव है। जैसे एक पक्षी अपनी जिंदगी का आखिरी गीत गाकर मर जाता है, वैसे ही सालिम अली ने अपने सपनों और प्रकृति के प्रति समर्पण का गीत गाया, जो मृत्यु के बाद दोबारा नहीं गाया जा सकता।
(ग) सालिम अली प्रकृति की दुनिया में एक टापू बनने की बजाए अथाह सागर बनकर उभरे थे।
उत्तर: इसका आशय है कि सालिम अली का व्यक्तित्व और प्रकृति के प्रति उनका योगदान सीमित या छोटा नहीं था, बल्कि वह विशाल और असीम था, जैसे एक सागर। उन्होंने प्रकृति और पक्षियों की दुनिया को अपने व्यापक दृष्टिकोण और समर्पण से समृद्ध किया।
प्रश्न: इस पाठ के आधार पर लेखक की भाषा-शैली की चार विशेषताएँ बताइए।
उत्तर:
- भावात्मकता: लेखक की भाषा भावनाओं से भरी है, जो सालिम अली की मृत्यु से उत्पन्न दुख और उनके प्रति सम्मान को व्यक्त करती है।
- चित्रात्मकता: लेखक ने सालिम अली और प्रकृति का वर्णन चित्रों की तरह किया है, जैसे ‘सुनहरे परिंदों के खूबसूरत पंखों पर सवार साँवले सपनों का हुजूम’।
- सहजता: भाषा सरल और स्वाभाविक है, जो पाठक के दिल को छूती है।
- प्रतीकात्मकता: लेखक ने प्रतीकों का उपयोग किया है, जैसे गौरैया और सागर, जो सालिम अली के व्यक्तित्व और योगदान को गहराई से दर्शाते हैं।
प्रश्न: इस पाठ में लेखक ने सालिम अली के व्यक्तित्व का जो चित्र खींचा है उसे अपने शब्दों में लिखिए।
उत्तर: लेखक ने सालिम अली को एक प्रकृति प्रेमी, समर्पित पक्षी विज्ञानी और सादा-दिल व्यक्ति के रूप में चित्रित किया है। वे एक ऐसे व्यक्ति थे जिनकी आँखों में पक्षियों और प्रकृति के प्रति जुनून था, जो अंतिम समय तक नहीं मिटा। उनकी कमजोर काया के बावजूद उनका समर्पण और जादुई नजरिया उन्हें प्रकृति का अथाह सागर बनाता था। वे प्रकृति को अपने प्रभाव में लाने वाले व्यक्ति थे, जिन्होंने अपनी मेहनत से पक्षियों की दुनिया को समझा और उनकी रक्षा के लिए प्रयास किए। उनकी सादगी और रोमांचकारी जीवन उन्हें एक मिथक जैसा बनाता था।
प्रश्न: ‘साँवले सपनों की याद’ शीर्षक की सार्थकता पर टिप्पणी कीजिए।
उत्तर: ‘साँवले सपनों की याद’ शीर्षक सालिम अली के जीवन और उनके प्रकृति के प्रति समर्पण को दर्शाता है। ‘साँवले सपने’ उनके पक्षियों और पर्यावरण के संरक्षण के सपनों को प्रतीकित करते हैं, जो सादगी और गहराई से भरे थे। उनकी मृत्यु के बाद लेखक को इन सपनों की याद आती है, जो दुख और प्रेरणा दोनों को जन्म देती है। यह शीर्षक सालिम अली के योगदान और उनकी अनुपस्थिति से उत्पन्न शून्य को प्रभावी ढंग से व्यक्त करता है।
रचना और अभिव्यक्ति
प्रश्न: प्रस्तुत पाठ सालिम अली की पर्यावरण के प्रति चिंता को भी व्यक्त करता है। पर्यावरण को बचाने के लिए आप कैसे योगदान दे सकते हैं?
उत्तर: पर्यावरण को बचाने के लिए मैं निम्नलिखित योगदान दे सकता हूँ:
- पेड़ लगाकर और उनकी देखभाल करके।
- पानी और बिजली का कम उपयोग करके संसाधनों की बचत करना।
- प्लास्टिक का उपयोग कम करके और रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देना।
- पक्षियों के लिए अपने घर के आसपास पानी और दाना रखना, ताकि उनकी रक्षा हो सके।
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