Notes For All Chapters Hindi Kritika Class 9
परिचय
लेखिका का नाम: मृदुला गर्ग।
पाठ का प्रकार: यह एक संस्मरण है, जिसमें लेखिका ने अपनी परिवार की औरतों (नानी, माँ, दादी, बुआ आदि) की कहानियाँ बताई हैं। ये कहानियाँ उनकी मजबूत इच्छाशक्ति, आजादी की भावना और जीवन की चुनौतियों को दर्शाती हैं।
मुख्य विषय: परिवार की औरतों के व्यक्तित्व, उनकी आजादी की लड़ाई, और लेखिका पर उनका प्रभाव। लेखिका बताती हैं कि कैसे ये औरतें परंपरा में रहते हुए भी मजबूत रहीं।
लेखिका का अनुभव: लेखिका ने नानी को नहीं देखा, लेकिन उनकी कहानी से प्रभावित हैं। लेखिका और उनकी बहनों को खुद कहानियाँ बनानी पड़ीं, क्योंकि नानी से कहानियाँ नहीं सुन पाईं।
पाठ का संदेश: औरतें परंपरा में रहकर भी अपनी इच्छा और आजादी की रक्षा कर सकती हैं। शिक्षा और स्वतंत्रता महत्वपूर्ण हैं।
पाठ का सारांश
- लेखिका अपनी नानी की कहानी से शुरू करती हैं। नानी पारंपरिक, अनपढ़ और परदानशीं थीं, लेकिन मौत के समय मुँहजोर हो गईं। उन्होंने नाना से कहा कि वे उनके दोस्त प्यारेलाल शर्मा से मिलना चाहती हैं। नानी ने उनसे वादा लिया कि वे उनकी बेटी (लेखिका की माँ) की शादी आजादी के सिपाही से करेंगे, न कि साहबों के फरमाबरदार से।
- नानी ने अपनी जिंदगी अपने ढंग से जी, नाना की विलायती जीवनशैली में दखल नहीं दिया। लेखिका समझती हैं कि नानी में देश की आजादी के साथ-साथ व्यक्तिगत आजादी का जुनून था।
- लेखिका की माँ की शादी एक होनहार लड़के से हुई, जो आजादी की लड़ाई में शामिल था। माँ सादा जीवन जीतीं, लेकिन खादी की साड़ी उन्हें भारी लगती थी। दादी ने कहा कि माँ इतनी नाजुक हैं कि “धोई, पोंछी और छींके पर टाँग दी”।
- दादी की कहानी: दादी ने परदादी से सुना कि पहले बच्चे के रूप में लड़की की मन्नत माँगी थी। दादी ने अपनी जिंदगी में कई चुनौतियाँ झेलीं, लेकिन मजबूत रहीं।
- लेखिका की बुआ और अन्य औरतों की कहानियाँ: वे स्वतंत्र और जिद्दी थीं। लेखिका खुद भी जिद्दी हैं, उन्होंने कर्नाटक में स्कूल खोला।
- लेखिका की बहन रेणु की कहानी: भारी बारिश में पैदल स्कूल गई, भले स्कूल बंद था। लेखिका कहती हैं कि अकेलेपन का मजा ही कुछ और है।
मुख्य घटनाएँ और चरित्र
1. नानी की कहानी:
- नानी पारंपरिक थीं, लेकिन मौत के समय प्यारेलाल शर्मा से मिलीं और वादा लिया कि बेटी की शादी आजादी के सिपाही से होगी।
- नानी ने अपनी जिंदगी अपने ढंग से जी, नाना की विलायती आदतों में दखल नहीं दिया। वे देश की आजादी के लिए जुनूनी थीं।
- भाव: नानी में आजादी की भावना थी, भले वे अनपढ़ थीं।
2. माँ की कहानी:
- माँ की शादी एक गरीब लेकिन आजादी के सिपाही से हुई।
- माँ नाजुक थीं, खादी की साड़ी पहनने का अभ्यास करतीं। दादी ने उन्हें नाजुक बताया।
- माँ खूबसूरत, ईमानदार और निष्पक्ष थीं, सबके दिलों पर राज करतीं।
3. दादी की कहानी:
- दादी ने परदादी से सुना कि पहले बच्चे के रूप में लड़की की मन्नत माँगी थी।
- दादी की जिंदगी चुनौतियों से भरी थी, लेकिन वे मजबूत रहीं।
4. लेखिका की जिद्दी प्रकृति:
- लेखिका ने कर्नाटक में स्कूल खोला, जहाँ शिक्षा की कमी थी। उन्होंने कैथोलिक बिशप से बहस की और खुद स्कूल बनाया।
- लेखिका का लेखन भी जिद्दी है, लीक से हटकर।
5. बहन रेणु की कहानी:
- भारी बारिश में पैदल स्कूल गई, भले स्कूल बंद था। उसे कोई मलाल नहीं था।
- भाव: अकेलेपन और स्वतंत्रता का मजा।

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