MCQ गोदोहनम् Chapter 3 Sanskrit Class 9 Shemushi संस्कृत Advertisement MCQ’s For All Chapters – Sanskrit Class 9th 1. मल्लिका मोदकानि कस्य निमित्तं रचयति स्म? (मल्लिका मोदक किसके लिए बना रही थी?)पूजानिमित्तानि (पूजा के लिए)विक्रयार्थम् (बेचने के लिए)स्वयं भोजनार्थम् (खुद खाने के लिए)सखीनां दानार्थम् (सखियों को देने के लिए)Question 1 of 202. चन्दनः मोदकान् स्प्रष्टुम् इच्छति तदा मल्लिका किम् करोति? (चन्दन मोदक छूना चाहता है तब मल्लिका क्या करती है?)हसति (हँसती है)क्रुध्यति (गुस्सा होती है)ददाति (देती है)गायति (गाती है)Question 2 of 203. मल्लिका काशीं कुत्र गन्तुम् इच्छति? (मल्लिका कहाँ जाना चाहती है?)विश्वनाथमन्दिरम् (विश्वनाथ मंदिर)गङ्गास्नानार्थम् (गंगा स्नान के लिए)धर्मयात्रार्थम् (धर्म यात्रा के लिए)सर्वाणि उपर्युक्तानि (सभी ऊपर दिए गए)Question 3 of 204. उमा चन्दनं कथं सम्बोधयति? (उमा चन्दन को कैसे पुकारती है?)मातुलानि (मौसी)मातुल (मामा)पितृव्य (चाचा)भ्रातृ (भाई)Question 4 of 205. महोत्सवे कियद् दुग्धम् अपेक्ष्यते? (महोत्सव में कितना दूध चाहिए?)द्विशत-सेटकम् (दो सौ सेटक)त्रिशत-सेटकम् (तीन सौ सेटक)चतुश्शत-सेटकम् (चार सौ सेटक)पञ्चशत-सेटकम् (पाँच सौ सेटक)Question 5 of 206. चन्दनः दुग्धदोहनं कदा कर्तुम् इच्छति? (चन्दन दूध दुहना कब करना चाहता है?)प्रतिदिनम् (हर रोज)मासान्ते (महीने के अंत में)सप्ताहान्ते (सप्ताह के अंत में)उत्सवात् पूर्वम् (उत्सव से पहले)Question 6 of 207. मल्लिका चन्दनं कथं मन्यते यदा सः मासान्ते दोहनस्य विचारं करोति? (जब चन्दन महीने के अंत में दुहने का विचार करता है तब मल्लिका उसे क्या मानती है?)मूर्खम् (मूर्ख)चतुरतमम् (सबसे चतुर)आलसी (आलसी)क्रूरम् (क्रूर)Question 7 of 208. कुम्भकारः कति घटान् दाति? (कुम्भकार कितने घड़े देता है?)दश (दस)पञ्चदश (पंद्रह)विंशति (बीस)त्रिंशत् (तीस)Question 8 of 209. घटानां मूल्यं कियत्? (घड़ों का दाम कितना है?)शतं रूप्यकाणि (सौ रुपये)पञ्चाशदुत्तरैकशतं रूप्यकाणि (एक सौ पचास रुपये)द्विशतं रूप्यकाणि (दो सौ रुपये)त्रिशतं रूप्यकाणि (तीन सौ रुपये)Question 9 of 2010. मल्लिका घटमूल्यार्थं किम् दातुम् इच्छति? (घड़े के दाम के लिए मल्लिका क्या देना चाहती है?)स्वाभूषणम् (अपना आभूषण)धेनुम् (गाय)मोदकान् (मोदक)दुग्धम् (दूध)Question 10 of 2011. कुम्भकारः मल्लिकायाः आभूषणं किमर्थं न स्वीकरोति? (कुम्भकार मल्लिका का आभूषण क्यों नहीं लेता?)पापकर्मम् (पाप कर्म)अधिकमूल्यम् (ज्यादा दाम)न्यूनमूल्यम् (कम दाम)अनुपयोगि (बेकार)Question 11 of 2012. नन्दिनी चन्दनं कदा ताडयति? (नंदिनी चन्दन को कब मारती है?)दोहनकाले (दुहते समय)भोजनकाले (खाना देते समय)स्नानकाले (नहलाते समय)निद्राकाले (सोते समय)Question 12 of 2013. चन्दनः रक्तरञ्जितः कुतः अभवत्? (चन्दन खून से लाल क्यों हुआ?)नन्दिन्याः पादप्रहारात् (नंदिनी की लात से)पतनात् (गिरने से)घटभङ्गात् (घड़ा टूटने से)मोदकखादनात् (मोदक खाने से)Question 13 of 2014. मल्लिका नन्दिन्याः ताडनस्य कारणं किम् अवगच्छति? (मल्लिका नंदिनी के मारने का कारण क्या समझती है?)मासपर्यन्तं अदोहनात् (महीने भर न दुहने से)अल्पभोजनात् (कम खाना देने से)अधिकसेवात् (ज्यादा सेवा करने से)तैललेपात् (तेल लगाने से)Question 14 of 2015. पाठे कः श्लोकः उक्तः यः अद्यतनीयकार्यस्य महत्त्वं दर्शयति? (पाठ में कौन सा श्लोक आज के काम का महत्व बताता है?)कार्यमद्यतनीयं यत् तदद्यैव विधीयताम्।आदानस्य प्रदानस्य कर्तव्यस्य च कर्मणः।सुविचार्य विधातव्यं कार्यं कल्याणकाङ्क्षिणा।ज्ञात्वाऽपि जीविकाहेतोः रचयामि घटानहम्।Question 15 of 2016. चन्दनः नन्दिन्याः किं किं सेवां करोति? (चन्दन नंदिनी की कौन-कौन सी सेवा करता है?)घास-गुड-भोजनम् (घास-गुड़ खिलाना)विषाणयोः तैललेपः (सींग पर तेल लगाना)तिलक-नीराजनम् (तिलक-आरती करना)सर्वाणि उपर्युक्तानि (सभी ऊपर दिए गए)Question 16 of 2017. कुम्भकारः कीदृशं गीतं गायति? (कुम्भकार कैसा गीत गाता है?)जीवनभङ्गुरत्वम् (जीवन की नश्वरता)धेनुसेवा (गाय की सेवा)मोदकनिर्माणम् (मोदक बनाना)दुग्धविक्रयः (दूध बेचना)Question 17 of 2018. मल्लिका काशी यदा गता तदा चन्दनः किम् करोति? (मल्लिका काशी गई तब चन्दन क्या करता है?)दुग्धदोहनम् (दूध दुहना)स्त्रीवेषधारणम् (स्त्री वेश पहनना)मोदकभक्षणम् (मोदक खाना)निद्राम् (सोना)Question 18 of 2019. उमा पितामहस्य महोत्सवं कदा कथयति? (उमा पितामह का महोत्सव कब बताती है?)मल्लिका गृहे अस्ति यदा (मल्लिका घर में है तब)मल्लिका काशीं गता यदा (मल्लिका काशी गई तब)उत्सवदिने (उत्सव के दिन)मासान्ते (महीने के अंत में)Question 19 of 2020. चन्दनः दुग्धं कथं संग्रहीतुं निश्चिनोति? (चन्दन दूध कैसे जमा करना तय करता है?)प्रतिदिनं दोहनं कृत्वा (हर रोज दुहकर)मासान्ते एकदा दोहनम् (महीने के अंत में एक बार दुहना)घटेषु स्थापयित्वा (घड़ों में रखकर)विक्रयं कृत्वा (बेचकर)Question 20 of 20 Loading...
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