Chapter 7: नए की जन्म कुंडली: एक
Chapter 9: भारतवर्ष की उन्नति कैसे हो सकती है?
Chapter 10: अरे इन दोहुन राह न पाइ बालम; आवो हमारे गेह रे
Chapter 11: खेलन में को काको गुसैयाँ, मुरली तऊ गुपालहि भावति
Chapter 12: हँसी की चोट, सपना, दरबार
Chapter 13: औरै भाँति कुंजन में गुंजरत , गोकुल के कुल के गली के गोप , भाैंरन को गुंजन बिहार
Chapter 15: जाग तुझको दूर जाना , सब आँखों के आँसू उजले
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