गुजरात सरकार ने शिक्षा पर अपना ध्यान और अधिक मजबूत किया है। मार्च 2024 में दो बड़ी योजनाएँ शुरू की गईं। इन पहलों का उद्देश्य छात्रों, खासकर बालिकाओं और विज्ञान विषय पढ़ने वाले विद्यार्थियों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। ये योजनाएँ वर्ष 2047 तक विकसित भारत के विज़न के अनुरूप हैं। शुरूआत से अब तक इनसे 12 लाख से अधिक विद्यार्थियों को लाभ हुआ है और 1,161 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की गई है।
नमो लक्ष्मी योजना
नमो लक्ष्मी योजना का लक्ष्य कक्षा 9 से 12 तक की पढ़ाई करने वाली बालिकाएँ हैं। इस योजना से यह सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी लड़की आर्थिक कठिनाइयों के कारण पढ़ाई न छोड़े। यह योजना गुजरात माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (GSHSEB) तथा केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से संबद्ध विद्यालयों में लागू है। जो लड़कियाँ पहले से अन्य छात्रवृत्तियाँ प्राप्त कर रही हैं, वे भी इसके लिए पात्र हैं। प्रत्येक लाभार्थी को चार वर्षों में कुल 50,000 रुपये की सहायता मिलती है। अब तक 10.49 लाख से अधिक बालिकाओं को लाभ हुआ है और 1,000 करोड़ रुपये से अधिक वितरित किए जा चुके हैं। योजना को पारदर्शिता और दक्षता के लिए विशेष नमो लक्ष्मी पोर्टल के माध्यम से संचालित किया जा रहा है।
नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना
यह योजना कक्षा 11 और 12 में विज्ञान विषय चुनने वाले विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करती है। पात्रता के लिए कक्षा 10 में कम से कम 50 प्रतिशत अंक होना आवश्यक है। यह योजना सरकारी, अनुदानित तथा स्व-वित्तपोषित मान्यता प्राप्त विद्यालयों के छात्रों के लिए खुली है। पात्र विज्ञान विषय के विद्यार्थियों को दो वर्षों में कुल 25,000 रुपये की वित्तीय सहायता मिलती है। अब तक 1.5 लाख से अधिक विद्यार्थियों को लाभ मिला है और 161 करोड़ रुपये से अधिक वितरित किए जा चुके हैं। योजना को नमो सरस्वती पोर्टल के माध्यम से सुचारू रूप से लागू किया जा रहा है।
राष्ट्रीय विज़न से तालमेल
दोनों योजनाएँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत@2047 के विज़न के प्रति गुजरात सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। इनका उद्देश्य विद्यार्थियों को अमृत काल में भविष्य-उन्मुख शिक्षा के लिए तैयार करना है। बालिकाओं और विज्ञान पढ़ने वाले छात्रों को सहयोग देकर योजनाएँ लैंगिक समानता और कौशल विकास को बढ़ावा देती हैं। शिक्षा पर यह विशेष ध्यान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात के व्यापक विकास एजेंडे का हिस्सा है।
क्रियान्वयन और प्रभाव
विशेष डिजिटल पोर्टलों के उपयोग ने पारदर्शिता और सुविधा को बढ़ाया है। इन योजनाओं से बालिकाओं और विज्ञान विषय के विद्यार्थियों में नामांकन और स्थायित्व दर में वृद्धि हुई है। आर्थिक कठिनाइयों से होने वाले ड्रॉपआउट मामलों में कमी आई है। ये पहल विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा और विज्ञान-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करती हैं। इन प्रयासों से भविष्य के लिए एक कुशल और समावेशी कार्यबल तैयार करने में मदद मिलेगी।

Leave a Reply