भारत की संसदीय कूटनीति को 2025 में बारबाडोस के ब्रिजटाउन में आयोजित 68वें कॉमनवेल्थ संसदीय सम्मेलन के दौरान एक महत्वपूर्ण प्रोत्साहन मिला। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और बारबाडोस, ऑस्ट्रेलिया, जमैका और ज़ाम्बिया के समकक्षों के साथ संवाद किया। इस दौरे ने भारत की लोकतांत्रिक संबंधों को गहरा करने और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता को उजागर किया।
भारत-बारबाडोस संसदीय संवादओम बिड़ला का बारबाडोस की राष्ट्रीय सभा का दौरा द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण क्षण था। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का बारबाडोस हाउस ऑफ़ असेंबली के अध्यक्ष आर्थर होल्डर ने गर्मजोशी से स्वागत किया। चर्चाओं का मुख्य फोकस लोकतांत्रिक संवाद को मजबूत करने और वैश्विक मंचों पर सहयोग बढ़ाने पर रहा। बिड़ला ने ऐतिहासिक स्पीकर की कुर्सी का अवलोकन किया, जो 1966 में भारत की ओर से उपहार स्वरूप दी गई थी और दोनों देशों के स्थायी मित्रता का प्रतीक है। यह कुर्सी भारतीय सागवान लकड़ी से बनी है और कारीगरों द्वारा हाथ से बनाई गई है, जिस पर भारत की बारबाडोस के प्रति सद्भावना का संदेश अंकित है।
सहयोग के क्षेत्रों का विस्तारभारत और बारबाडोस ने सहयोग के नए मार्ग खोजने पर सहमति व्यक्त की। प्रमुख क्षेत्रों में शिक्षा, नवीकरणीय ऊर्जा, संस्कृति और संसदीय आदान-प्रदान शामिल हैं। दोनों पक्षों ने साझा लोकतांत्रिक परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों के महत्व पर जोर दिया। बिड़ला ने बारबाडोस में भारतीय प्रवासी समुदाय के साथ संवाद किया और उनके त्योहारों जैसे दिवाली और होली के माध्यम से सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने की भूमिका को उजागर किया। उन्होंने समुदाय से भारतीय भाषाओं और परंपराओं के संरक्षण की अपील की।
भारत की वैश्विक नेतृत्व और नवाचारसम्मेलन के दौरान, बिड़ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की प्रगति को उजागर किया। उन्होंने अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल नवाचार में भारत की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। क्रिकेट को भारत और बारबाडोस को जोड़ने वाला सांस्कृतिक सेतु बताया गया, जिसने जन-संपर्क और लोगों के बीच संबंधों को मजबूत किया।
कॉमनवेल्थ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकेंबिड़ला ने ऑस्ट्रेलिया, जमैका और ज़ाम्बिया के संसदीय नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। ऑस्ट्रेलियाई सीनेट अध्यक्ष स्यू लाइंस के साथ उन्होंने भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की, जिसमें रक्षा, व्यापार, नवीकरणीय ऊर्जा और प्रौद्योगिकी शामिल थे। उन्हें जनवरी 2026 में नई दिल्ली में आयोजित 28वें कॉमनवेल्थ स्पीकर्स और अध्यक्ष सम्मेलन (CSPOC) में भाग लेने का निमंत्रण भी दिया गया।
बहुपक्षीय सहयोग और प्रौद्योगिकी एकीकरणबारबाडोस के आर्थर होल्डर के साथ हुई चर्चाओं ने संयुक्त राष्ट्र, G-77 और CARICOM जैसे बहुपक्षीय मंचों के प्रति प्रतिबद्धता को पुष्ट किया। दोनों देशों ने संसदीय आदान-प्रदान और नागरिक-केंद्रित शासन के लिए AI आधारित उपकरणों को अपनाने पर विचार किया। जमैका की जुलेट होलनेस के साथ बैठकें विधायी पारदर्शिता और प्रौद्योगिकी के माध्यम से क्षमता निर्माण पर केंद्रित रहीं। ज़ाम्बिया की नेली मट्टी के साथ वार्ता में आधुनिक संसदीय प्रक्रियाओं को तकनीकी और AI के माध्यम से सुदृढ़ करने पर चर्चा हुई।

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