प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 अक्टूबर 2025 को आंध्र प्रदेश के कुर्नूल में एक ऐतिहासिक दौरे के दौरान लगभग ₹13,430 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन, भूमि पूजन और राष्ट्र को समर्पण किया। ये बहु-क्षेत्रीय पहलें आंध्र प्रदेश को भारत के आर्थिक और तकनीकी भविष्य में एक प्रमुख स्तंभ बनाने के उद्देश्य से हैं, जिनमें ऊर्जा, परिवहन, रक्षा और डिजिटल कनेक्टिविटी सहित कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण घोषणाएँ शामिल हैं।
रणनीतिक क्षेत्रों में प्रमुख परियोजनाएँ
- ऊर्जा और पावर ट्रांसमिशन: नई अवसंरचना ग्रिड स्थिरता और ग्रामीण विद्युतीकरण में सुधार कर भारत के स्वच्छ ऊर्जा लक्ष्यों को समर्थन देगी।
- सड़कों और रेलवे: क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार से यात्रा समय कम होगा, व्यापार बढ़ेगा और दूरदराज़ इलाकों तक पहुंच बढ़ेगी।
- रक्षा निर्माण: “मेक इन इंडिया” मिशन को मजबूत करते हुए नई रक्षा-संबंधित सुविधाएँ उन्नत विनिर्माण निवेश आकर्षित करेंगी।
- पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस: इस क्षेत्र की परियोजनाएँ बढ़ती ऊर्जा मांग को पूरा करने और आयात निर्भरता कम करने में सहायक होंगी।
- डिजिटल अवसंरचना: प्रमुख घोषणाएँ आंध्र प्रदेश को भविष्य का तकनीकी हब बनाने और डिजिटल अर्थव्यवस्था के दीर्घकालिक लाभ प्रदान करने का लक्ष्य रखती हैं।
रायलसीमा पर ध्यान और आर्थिक प्रभाव
प्रधानमंत्री ने रायलसीमा की रणनीतिक महत्वता पर जोर दिया और कहा कि क्षेत्रीय समृद्धि राष्ट्रीय शक्ति की कुंजी है। उन्होंने जीएसटी सुधारों के सकारात्मक वित्तीय परिणामों की ओर भी इशारा किया, जिसमें आंध्र प्रदेश को लगभग ₹8,000 करोड़ की बचत होने की संभावना है, जिससे उपभोक्ता भावनाएँ सशक्त होंगी और त्योहारों के मौसम में सार्वजनिक व्यय को बढ़ावा मिलेगा। मोदी ने नागरिकों से “जीएसटी बचत महोत्सव” में भाग लेने और इन लाभों के प्रति जागरूकता फैलाने का आग्रह किया।
कुर्नूल: भारत का उभरता ड्रोन हब
प्रधानमंत्री ने कुर्नूल को ड्रोन हब के रूप में विकसित करने के आंध्र प्रदेश के प्रयासों की सराहना की, और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान ड्रोन तकनीकों की सफलता को उजागर किया। उन्होंने कहा कि ड्रोन क्षेत्र निम्नलिखित अत्याधुनिक उद्योगों के लिए अवसर खोलेगा:
- सटीक कृषि
- आपदा प्रबंधन
- निगरानी और लॉजिस्टिक्स
- शहरी योजना और मैपिंग
यह कदम भारत की 2047 तक उन्नत मानव रहित प्रणाली में नेतृत्व की महत्वाकांक्षा के अनुरूप है।
विशाखापत्तनम: भारत का पहला एआई और कनेक्टिविटी हब
प्रधानमंत्री ने विशाखापत्तनम को भारत का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कनेक्टिविटी हब बनाने की योजना की घोषणा की।
मुख्य पहलें:
- राष्ट्रीय स्तर का एआई नवाचार केंद्र स्थापित करना
- Google द्वारा नया सबसी इंटरनेट गेटवे विकसित करना, जिससे अंतरराष्ट्रीय डेटा कनेक्टिविटी बढ़ेगी
- क्लाउड कंप्यूटिंग, डिजिटल सेवाओं और एआई स्टार्टअप्स के लिए अवसंरचना का विकास
ये परियोजनाएँ आंध्र प्रदेश को भारत की डिजिटल क्रांति के केंद्र में स्थापित करने के लिए तैयार हैं।

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