चेतक की वीरता Class 6 Important Questions
प्रश्न 1 : चेतक शत्रुओं की सेना पर किस प्रकार टूट पड़ता था?
उत्तर: चेतक बादल की तरह शत्रु की सेना पर वज्रपात बनकर टूट पड़ता था।
प्रश्न 2 : ‘लेकर सवार उड़ जाता था’ इस पंक्ति में ‘सवार’ शब्द किसके लिए आया है?
उत्तर: ‘सवार’ शब्द महाराणा प्रताप के लिए आया है।
प्रश्न 3 : चेतक की गति और साहस को किस प्रकार से वर्णित किया गया है?
उत्तर: चेतक की गति और साहस को इस प्रकार वर्णित किया गया है कि वह सरपट दौड़ता था और बिना डर के शत्रुओं के बीच में घुस जाता था।
प्रश्न 4 : चेतक का महाराणा प्रताप के प्रति कैसा समर्पण था?
उत्तर: चेतक महाराणा प्रताप की पतुली (इशारे) पर तुरंत प्रतिक्रिया करता था और उनकी सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर रहता था।
प्रश्न 5 : ‘चेतक’ किस प्रकार का घोड़ा था?
उत्तर: चेतक एक बहादुर और तेज गति वाला घोड़ा था, जो युद्ध में महाराणा प्रताप के लिए अत्यंत विश्वसनीय साथी था।
प्रश्न 6 : चेतक की वीरता का वर्णन कवि ने किस प्रकार किया है?
उत्तर: कवि ने चेतक की वीरता का वर्णन करते हुए उसे एक अद्वितीय योद्धा घोड़ा बताया है, जो शत्रु की सेना पर बादल की तरह टूट पड़ता था।
प्रश्न 7 : महाराणा प्रताप का ‘चेतक’ के प्रति प्रेम किस प्रकार प्रकट होता है?
उत्तर: महाराणा प्रताप चेतक को बहुत स्नेह करते थे और उस पर पूरा विश्वास रखते थे, जिससे उनकी और चेतक की एक अनोखी समझ थी।
प्रश्न 8 : कवि श्यामनारायण पांडेय ने ‘चेतक की वीरता’ को क्यों महत्व दिया है?
उत्तर: कवि ने ‘चेतक की वीरता’ को इसलिए महत्व दिया क्योंकि यह वीरता भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय प्रेरणा का स्रोत थी।
प्रश्न 9 : “चेतक बन गया निराला था” का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि चेतक एक अद्वितीय और असाधारण घोड़ा था, जो अपनी वीरता और गति के लिए जाना जाता था।
प्रश्न 10 : ‘रण-बीच चौकड़ी भर-भरकर’ पंक्ति का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि चेतक युद्ध के मैदान में बेहद तेजी से दौड़ता था, मानो वह हवा को चुनौती दे रहा हो।
प्रश्न 11 : चेतक का शत्रुओं के बीच जाने का उद्देश्य क्या था?
उत्तर: चेतक का शत्रुओं के बीच जाना महाराणा प्रताप की रक्षा करना और शत्रुओं को परास्त करना था।
प्रश्न 12 : “हय-टापों से खन गया अंग” पंक्ति का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि चेतक के तेज कदमों से शत्रुओं के अंग घायल हो गए।
प्रश्न 13 : चेतक के बिना महाराणा प्रताप का युद्ध में कैसा हाल होता?
उत्तर: चेतक के बिना महाराणा प्रताप का युद्ध में टिकना मुश्किल हो जाता क्योंकि चेतक उनकी सुरक्षा और आक्रमण का मुख्य साधन था।
प्रश्न 14 : “चेतक की गति और चाल” को कवि ने कैसे वर्णित किया है?
उत्तर: कवि ने चेतक की गति को हवा से भी तेज बताया है और उसकी चाल को युद्ध में घातक बताया है।
प्रश्न 15 : “भाला गिर गया, गिरा निषंग” पंक्ति का क्या अर्थ है?
उत्तर: इसका अर्थ है कि युद्ध के दौरान भाला और तलवार गिर गए, और चेतक के कदमों ने दुश्मनों के शरीर को चीर दिया।
प्रश्न 16 : “चेतक के साहस और निडरता” को कवि ने कैसे व्यक्त किया है?
उत्तर: कवि ने चेतक के साहस और निडरता को इस प्रकार व्यक्त किया है कि वह बिना किसी भय के शत्रुओं की सेना के बीच घुस जाता था।
प्रश्न 17 : चेतक की वीरता ने शत्रुओं पर क्या प्रभाव डाला?
उत्तर: चेतक की वीरता ने शत्रुओं को हैरान और भयभीत कर दिया, जिससे वे युद्ध में पराजित हो गए।
प्रश्न 18 : चेतक की वीरता से महाराणा प्रताप को क्या लाभ हुआ?
उत्तर: चेतक की वीरता से महाराणा प्रताप को युद्ध में सफलता मिली और उनकी प्रतिष्ठा बनी रही।
प्रश्न 19 : चेतक की तुलना कवि ने किससे की है?
उत्तर: कवि ने चेतक की तुलना बिजली की तेजी और बादल के वज्रपात से की है।
प्रश्न 20 : “चेतक की वीरता” कविता का मुख्य संदेश क्या है?
उत्तर: इस कविता का मुख्य संदेश है कि वफादारी, साहस, और निडरता से हर कठिनाई का सामना किया जा सकता है। चेतक की वीरता इसके सबसे बड़े उदाहरण के रूप में प्रस्तुत की गई है।
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