अक्षरों का महत्व MCQ Chapter 5 Class 6 Vasant हिन्दी Advertisement MCQ’s For All Chapters – Hindi Class 6th 1. अक्षरों की खोज का सिलसिला लगभग कब शुरू हुआ?एक हजार साल पहलेदस हज़ार साल पहलेछह हजार साल पहलेदो हज़ार साल पहलेYour comments:Question 1 of 202. धरती कितने साल पुरानी है?चार अरब सालपाँच अरब सालतीन अरब सालछह हज़ार सालYour comments:Question 2 of 203. गाँवों का विकास कितने वर्ष पूर्व हुआ?आठ हजारबारह हज़ारछह हज़ारदस हज़ारYour comments:Question 3 of 204. अक्षर ज्ञान से पहले मनुष्य किस प्रकार संदेश भेजता था?आवाज़ रिकार्ड करकेचिल्लाकरचित्रों के माध्यम सेघंटी बजाकरYour comments:Question 4 of 205. स्थायी भाषा कौन-सी है?मौखिकलिखितसांकेतिकइनमें से कोई नहींYour comments:Question 5 of 206. दुनिया में अब तक करोड़ों पुस्तकें छप चुकी हैं। हज़ारों पुस्तकें रोज़ छपती हैं। तरह-तरह के अक्षरों में हज़ारों की तादाद में रोज़ ही समाचार-पत्र छपते रहते हैं। इन सबके मूल में हैं अक्षर। हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि यदि आदमी अक्षरों को न जानता, तो आज इस दुनिया का क्या हाल होता। प्रस्तुत पाठ और उसके लेखक का नाम इनमें से कौन-सा है?अक्षरों का महत्त्व-गुणाकर मुलेअक्षरों का महत्त्व-महादेवी वर्मापुस्तकों का महत्त्व-प्रेमचंदअक्षरों का महत्त्व-शमशेर बहादुर सिंहYour comments:Question 6 of 207. दुनिया में अब तक करोड़ों पुस्तकें छप चुकी हैं। हज़ारों पुस्तकें रोज़ छपती हैं। तरह-तरह के अक्षरों में हज़ारों की तादाद में रोज़ ही समाचार-पत्र छपते रहते हैं। इन सबके मूल में हैं अक्षर। हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि यदि आदमी अक्षरों को न जानता, तो आज इस दुनिया का क्या हाल होता। इस गद्यांश में किसका महत्त्व बतलाया गया है?संसार कापुस्तकों कासमाचार-पत्रों काअक्षरों काYour comments:Question 7 of 208. दुनिया में अब तक करोड़ों पुस्तकें छप चुकी हैं। हज़ारों पुस्तकें रोज़ छपती हैं। तरह-तरह के अक्षरों में हज़ारों की तादाद में रोज़ ही समाचार-पत्र छपते रहते हैं। इन सबके मूल में हैं अक्षर। हम कल्पना भी नहीं कर सकते कि यदि आदमी अक्षरों को न जानता, तो आज इस दुनिया का क्या हाल होता। अब तक कितनी पुस्तकें छप चुकी हैं?हज़ारोंलाखोंकरोड़ोंइनमें से कोई नहींYour comments:Question 8 of 209. पुराने जमाने के लोग सचमुच ही सोचते थे कि अक्षरों की खोज ईश्वर ने की है। पर आज हम जानते हैं कि अक्षरों की खोज किसी ईश्वर ने नहीं, बल्कि स्वयं आदमी ने की है। अब तो हम यह भी जानते हैं कि किन अक्षरों की खोज किस देश में किस समय हुई! हमारी यह धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है। दो-तीन अरब साल तक इस धरती पर किसी प्रकार के जीव-जंतु नहीं थे। फिर करोड़ों साल तक केवल जानवरों और वनस्पतियों का ही इस धरती पर राज्य रहा। आदमी ने इस धरती पर कोई पाँच लाख साल पहले जन्म लिया। धीरे-धीरे उसका विकास हुआ। पुराने जमाने के लोगों के अनुसार अक्षरों की खोज-अपने आप हुईमनुष्य ने कीईश्वर ने कीकिसी ने नहीं कीYour comments:Question 9 of 2010. पुराने जमाने के लोग सचमुच ही सोचते थे कि अक्षरों की खोज ईश्वर ने की है। पर आज हम जानते हैं कि अक्षरों की खोज किसी ईश्वर ने नहीं, बल्कि स्वयं आदमी ने की है। अब तो हम यह भी जानते हैं कि किन अक्षरों की खोज किस देश में किस समय हुई! हमारी यह धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है। दो-तीन अरब साल तक इस धरती पर किसी प्रकार के जीव-जंतु नहीं थे। फिर करोड़ों साल तक केवल जानवरों और वनस्पतियों का ही इस धरती पर राज्य रहा। आदमी ने इस धरती पर कोई पाँच लाख साल पहले जन्म लिया। धीरे-धीरे उसका विकास हुआ। अब हम जान गए हैं कि-किन अक्षरों की खोज कब हुई।किन अक्षरों की खोज किस देश में हुई।अक्षर की खोज मनुष्य ने की है।उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं।Your comments:Question 10 of 2011. पुराने जमाने के लोग सचमुच ही सोचते थे कि अक्षरों की खोज ईश्वर ने की है। पर आज हम जानते हैं कि अक्षरों की खोज किसी ईश्वर ने नहीं, बल्कि स्वयं आदमी ने की है। अब तो हम यह भी जानते हैं कि किन अक्षरों की खोज किस देश में किस समय हुई! हमारी यह धरती लगभग पाँच अरब साल पुरानी है। दो-तीन अरब साल तक इस धरती पर किसी प्रकार के जीव-जंतु नहीं थे। फिर करोड़ों साल तक केवल जानवरों और वनस्पतियों का ही इस धरती पर राज्य रहा। आदमी ने इस धरती पर कोई पाँच लाख साल पहले जन्म लिया। धीरे-धीरे उसका विकास हुआ। हमारी धरती कितने साल पुरानी है?पाँच लाख वर्षपाँच हजार वर्षपाँच अरब वर्षपाँच करोड़ वर्षYour comments:Question 11 of 2012. प्रागैतिहासिक मानव ने सबसे पहले चित्रों के जरिए अपने भाव व्यक्त किए। जैसे, पशुओं, पक्षियों, आदमियों आदि के चित्र। इन चित्र-संकेतों से बाद में भाव-संकेत अस्तित्व में आए। जैसे, एक छोटे वृत्त के चहुँ ओर किरणों की द्योतक रेखाएँ खींचने पर वह ‘सूर्य’ का चित्र बन जाता था। बाद में यही चित्र ‘ताप’ या ‘धूप’ का द्योतक बन गया। इस तरह अनेक भाव-संकेत अस्तित्व में आए। प्रागैतिहासिक मानव ने सबसे पहले अपने भाव किस प्रकार व्यक्त किए?अक्षरों के द्वारासंगीत के द्वाराचित्रों के द्वारापेड़ के पत्तों के द्वाराYour comments:Question 12 of 2013. प्रागैतिहासिक मानव ने सबसे पहले चित्रों के जरिए अपने भाव व्यक्त किए। जैसे, पशुओं, पक्षियों, आदमियों आदि के चित्र। इन चित्र-संकेतों से बाद में भाव-संकेत अस्तित्व में आए। जैसे, एक छोटे वृत्त के चहुँ ओर किरणों की द्योतक रेखाएँ खींचने पर वह ‘सूर्य’ का चित्र बन जाता था। बाद में यही चित्र ‘ताप’ या ‘धूप’ का द्योतक बन गया। इस तरह अनेक भाव-संकेत अस्तित्व में आए। सबसे पहले अपने भाव व्यक्त करने के लिए किसके चित्र बनाए गए?पशुओं केपक्षियों केआदमियों केइन सभी केYour comments:Question 13 of 2014. प्रागैतिहासिक मानव ने सबसे पहले चित्रों के जरिए अपने भाव व्यक्त किए। जैसे, पशुओं, पक्षियों, आदमियों आदि के चित्र। इन चित्र-संकेतों से बाद में भाव-संकेत अस्तित्व में आए। जैसे, एक छोटे वृत्त के चहुँ ओर किरणों की द्योतक रेखाएँ खींचने पर वह ‘सूर्य’ का चित्र बन जाता था। बाद में यही चित्र ‘ताप’ या ‘धूप’ का द्योतक बन गया। इस तरह अनेक भाव-संकेत अस्तित्व में आए। सूर्य का चित्र किसका प्रतीक होता था?ज्ञान काताप या धूप काविकास काऔजार काYour comments:Question 14 of 2015. अक्षरों की खोज के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई। आदमी अपने विचार और अपने हिसाब-किताब को लिखकर रखने लगा। तबसे मानव को ‘सभ्य’ कहा जाने लगा, आदमी ने जबसे लिखना शुरू किया तबसे ‘इतिहास’ आरंभ हुआ। किसी भी कौम या देश का इतिहास तब से शुरू होता है जबसे आदमी के लिखे हुए लेख मिलने लग जाते हैं। इस प्रकार, इतिहास को शुरू हुए मुश्किल से छह हज़ार साल हुए हैं। उसके पहले के काल को ‘प्रागैतिहासिक काल’ यानी इतिहास के पहले का काल कहते हैं। मनुष्य की सबसे बड़ी खोज क्या है?अक्षरभोजनघरधूपYour comments:Question 15 of 2016. अक्षरों की खोज के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई। आदमी अपने विचार और अपने हिसाब-किताब को लिखकर रखने लगा। तबसे मानव को ‘सभ्य’ कहा जाने लगा, आदमी ने जबसे लिखना शुरू किया तबसे ‘इतिहास’ आरंभ हुआ। किसी भी कौम या देश का इतिहास तब से शुरू होता है जबसे आदमी के लिखे हुए लेख मिलने लग जाते हैं। इस प्रकार, इतिहास को शुरू हुए मुश्किल से छह हज़ार साल हुए हैं। उसके पहले के काल को ‘प्रागैतिहासिक काल’ यानी इतिहास के पहले का काल कहते हैं। मानव को कब से सभ्य कहा जाने लगा?जब से मनुष्य ने कपड़े पहनना सीखा।जब मनुष्य ने अस्त्र-शस्त्र बनाना सीखा।जब से अक्षरों की खोज हुई।जब से मनुष्य ने लिखना सीखा।Your comments:Question 16 of 2017. अक्षरों की खोज के साथ एक नए युग की शुरुआत हुई। आदमी अपने विचार और अपने हिसाब-किताब को लिखकर रखने लगा। तबसे मानव को ‘सभ्य’ कहा जाने लगा, आदमी ने जबसे लिखना शुरू किया तबसे ‘इतिहास’ आरंभ हुआ। किसी भी कौम या देश का इतिहास तब से शुरू होता है जबसे आदमी के लिखे हुए लेख मिलने लग जाते हैं। इस प्रकार, इतिहास को शुरू हुए मुश्किल से छह हज़ार साल हुए हैं। उसके पहले के काल को ‘प्रागैतिहासिक काल’ यानी इतिहास के पहले का काल कहते हैं। इतिहास से पहले के काल को क्या नाम दिया गया?प्राचीन कालआधुनिक काल प्रागैतिहासिक कालमध्य कालYour comments:Question 17 of 2018. निबंध में नए युग की शुरुआत कैसे हुई ?अक्षरों की खोज सेआग की खोज सेपानी की खोज सेउपरोक्त सभीQuestion 18 of 2019. कितने सालों में मानव जाति का तेजी से विकास हुआ ?6 हजार5 हजार2 हजार7 हजारQuestion 19 of 2020. आदमी ने सबसे पहले अपने भाव कैसे व्यक्त किए थेचित्रों के द्वाराभाव द्वारालिखकर बोलकरQuestion 20 of 20 Loading...
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