MCQ गिरिधर कविराय की कुंडलिया Chapter 6 हिंदी मल्हार Class 7 Hindi Malhar NCERT Advertisement 1. “बिना विचारे जो करै सो पाछे पछिताय” पंक्ति का क्या अर्थ है?बिना सोचे किया गया कार्य सफल होता हैबिना विचार किए कार्य करने से पछतावा होता हैविचार करने से कार्य बिगड़ जाता हैकार्य करने से पहले हंसी आती हैQuestion 1 of 202. “जग में होत हँसाय” से कवि क्या व्यक्त करना चाहते हैं?लोग सफलता पर हंसते हैंबिना विचारे कार्य करने पर लोग हंसते हैंहंसी से मन शांत होता हैहंसी से सम्मान मिलता हैQuestion 2 of 203. “चित्त में चैन न पावै” का कारण क्या है?खान-पान का अभावबिना विचारे किए कार्य की असफलतासम्मान की प्राप्तिराग-रंग का आनंदQuestion 3 of 204. “खान पान सन्मान राग रंग मनहि न भावै” का अर्थ क्या है?खान-पान और सम्मान से मन खुश रहता हैबिना विचारे कार्य करने से सुख नहीं मिलताराग-रंग से मन शांत रहता हैखान-पान से पछतावा होता हैQuestion 4 of 205. “कह गिरधर कविराय दुख कछु टरत न टारे” का क्या संदेश है?दुख को भूल जाना चाहिएबिना विचारे कार्य का दुख लंबे समय तक रहता हैदुख से बचने के लिए हंसना चाहिएदुख से सम्मान मिलता हैQuestion 5 of 206. “खटकत है जिय माहि कियो जो बिना विचारे” का क्या अर्थ है?बिना सोचे किया कार्य मन में खटकता रहता हैविचार करने से मन शांत रहता हैकार्य करने से पहले हंसी आती हैकार्य करने से सम्मान मिलता हैQuestion 6 of 207. “बीती ताहि बिसार दे आगे की सुधि लेइ” से क्या सलाह दी गई है?अतीत को याद रखना चाहिएअतीत को भूलकर भविष्य पर ध्यान देना चाहिएवर्तमान में जीना चाहिएभविष्य को अनदेखा करना चाहिएQuestion 7 of 208. “जो बिन आवै सहज में ताही में चित देइ” का क्या अर्थ है?कठिन कार्यों पर ध्यान देना चाहिएसहज और सरल जीवन पर ध्यान देना चाहिएअसंभव कार्यों को चुनना चाहिएआराम की तलाश करनी चाहिएQuestion 8 of 209. “दूजर्न हँसै न कोइ चित्त में खता न पावै” का क्या संदेश है?दूसरों की हंसी से बचना चाहिएसहज कार्य करने से कोई दोष नहीं होताहंसी से मन शांत रहता हैदोष करने से सम्मान मिलता हैQuestion 9 of 2010. “आगे को सुख होइ समुझ बीती सो बीती” का क्या अर्थ है?अतीत को हमेशा याद रखना चाहिएभविष्य की खुशी के लिए अतीत को भूलना चाहिएवर्तमान में ही सुख हैअतीत और भविष्य दोनों को याद रखना चाहिएQuestion 10 of 2011. गिरधर कविराय की कुंडलियों की विशेषता क्या है?जटिल शब्दों का प्रयोगलोकनीति और सरल शब्दों का प्रयोगकेवल धार्मिक विषयों पर लेखनलंबी कविताएँQuestion 11 of 2012. गिरधर कविराय की रचनाएँ किस रूप में प्रचलित हैं?कहानी के रूप मेंकहावत के रूप मेंनाटक के रूप मेंउपन्यास के रूप मेंQuestion 12 of 2013. “बिना विचारे जो करै” करने से क्या होता है?मन में शांति रहती हैकार्य बिगड़ जाता हैसम्मान मिलता हैराग-रंग का आनंद मिलता हैQuestion 13 of 2014. “चित्त में चैन न पावै” का क्या कारण है?सम्मान की कमीबिना विचारे कार्य की असफलताखान-पान की कमीराग-रंग का अभावQuestion 14 of 2015. “जो बिन आवै सहज में” से कवि क्या कहना चाहते हैं?कठिन कार्यों को चुनना चाहिएसहज और सरल कार्यों पर ध्यान देना चाहिएअसंभव कार्यों पर ध्यान देना चाहिएआराम की तलाश करनी चाहिएQuestion 15 of 2016. “कह गिरधर कविराय यहै करु मन परतीती” का क्या अर्थ है?मन को अशांत रखना चाहिएमन को विश्वास करना सिखाना चाहिएमन को भटकने देना चाहिएमन को दुखी करना चाहिएQuestion 16 of 2017. “बीती ताहि बिसार दे” से कवि क्या सलाह देते हैं?अतीत को हमेशा याद रखनाअतीत को भूल जानावर्तमान में जीनाभविष्य को अनदेखा करनाQuestion 17 of 2018. “आगे की सुधि लेइ” का क्या अर्थ है?भविष्य पर ध्यान देनाअतीत को याद करनावर्तमान में जीनाकार्य को बिगाड़नाQuestion 18 of 2019. “खटकत है जिय माहि” का क्या अर्थ है?मन में शांति रहती हैमन में खटकता रहता हैमन में सुख रहता हैमन में सम्मान रहता हैQuestion 19 of 2020. “दूजर्न हँसै न कोइ” का क्या अर्थ है?कोई हंसता नहीं हैसभी हंसते हैंसम्मान मिलता हैकार्य बिगड़ता हैQuestion 20 of 20 Loading...
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