कहानी
एक गरीब पिता अपने तीन बेटों को सलाह देता है कि वे धन के बजाय बुद्धि और पैनी नजर जमा करें। पिता की मृत्यु के बाद, तीनों भाई दुनिया घूमने निकलते हैं। अपनी यात्रा में, वे अपनी तीक्ष्ण बुद्धि और अवलोकन से एक खोए हुए ऊँट के बारे में सटीक जानकारी देते हैं, जिसके कारण ऊँट का मालिक उन पर चोरी का शक करता है। बाद में, राजा उनकी बुद्धिमत्ता की परीक्षा लेता है और उनकी समझदारी से प्रभावित होकर उन्हें सम्मान देता है।
मुख्य पात्र
1. पिता: गरीब व्यक्ति, जो अपने बेटों को बुद्धि और अवलोकन का महत्व सिखाता है।
2.तीन भाई:
- बड़ा भाई: ऊँट के निशान देखकर बताता है कि एक बड़ा ऊँट यहाँ से गुजरा।
- मझला भाई: सड़क के किनारे घास के आधार पर अनुमान लगाता है कि ऊँट एक आँख से नहीं देखता।
- छोटा भाई: ऊँट के घुटने टेकने के निशान और पास में औरत व बच्चे के पैरों के निशान देखकर बताता है कि ऊँट पर एक महिला और बच्चा सवार थे।
3.घुड़सवार (ऊँट का मालिक): ऊँट, उसकी पत्नी और बच्चे को खोज रहा है। भाइयों की बात सुनकर उन पर शक करता है।
4.राजा: शुरू में भाइयों पर शक करता है, लेकिन उनकी बुद्धिमत्ता देखकर उन्हें सम्मान देता है।
5.मंत्री और सेवक: कहानी में छोटी भूमिका निभाते हैं।
मुख्य घटनाएँ
1. पिता की सलाह:
- पिता अपने बेटों को कहता है कि धन-संपत्ति के बजाय पैनी नजर और तीव्र बुद्धि जमा करें। यह धन कभी खत्म नहीं होता और उन्हें दूसरों से कम नहीं होने देगा।
2.यात्रा की शुरुआत:
- पिता की मृत्यु के बाद, तीनों भाई दुनिया देखने के लिए यात्रा पर निकलते हैं।
- वे 40 दिन तक चलते हैं, रास्ते में खाना खत्म हो जाता है, थकान और पैरों में छाले होने के बावजूद वे आगे बढ़ते हैं।
3.ऊँट के बारे में अनुमान:
एक नगर के पास पहुँचकर भाई ऊँट के बारे में सटीक बातें बताते हैं:
- बड़ा भाई: धूल में बड़े निशान देखकर कहता है कि एक बड़ा ऊँट यहाँ से गुजरा।
- मझला भाई: सड़क के एक तरफ घास चरी हुई और दूसरी तरफ नहीं, इससे अनुमान लगाता है कि ऊँट एक आँख से नहीं देखता।
- छोटा भाई: ऊँट के घुटने टेकने के निशान और पास में औरत व बच्चे के पैरों के निशान देखकर बताता है कि ऊँट पर एक महिला और बच्चा सवार थे।
घुड़सवार उनकी बात सुनकर शक करता है और उन्हें चोर समझता है।
4. राजा के सामने पेशी:
- घुड़सवार भाइयों को राजा के पास ले जाता है और चोरी का आरोप लगाता है।
- भाई सफाई देते हैं कि उन्होंने ऊँट नहीं देखा, बल्कि अपनी बुद्धि और अवलोकन से ये बातें बताईं।
5. पेटी की परीक्षा:
- राजा उनकी बुद्धिमत्ता की जाँच के लिए एक पेटी मँगवाता है और पूछता है कि उसमें क्या है।
भाई जवाब देते हैं:
- बड़ा भाई: पेटी के हल्केपन और अंदर गोल वस्तु के लुढ़कने की आवाज से कहता है कि कोई छोटी गोल चीज है।
- मझला भाई: उद्यान से पेटी आने और आसपास अनार के पेड़ होने के आधार पर कहता है कि यह अनार है।
- छोटा भाई: उद्यान में कच्चे अनार देखकर कहता है कि अनार कच्चा है।
- पेटी खोलने पर कच्चा अनार निकलता है, जिससे राजा उनकी बुद्धिमत्ता से प्रभावित होता है।
6. राजा का निर्णय:
- राजा भाइयों को निर्दोष मानता है और ऊँट के मालिक को उनकी बताई दिशा में ऊँट खोजने को कहता है।
- राजा भाइयों की आवभगत करता है और उन्हें अपने दरबार में रख लेता है।
सीख
- बुद्धि का महत्व: धन-संपत्ति से ज्यादा बुद्धि और अवलोकन शक्ति महत्वपूर्ण है। यह हमें हर स्थिति में मदद करती है।
- अवलोकन की शक्ति: छोटी-छोटी चीजों पर ध्यान देने से बड़ी समस्याएँ हल की जा सकती हैं।
- सच्चाई और धैर्य: शक होने पर भी शांत रहकर सच बोलना चाहिए। भाइयों ने गुस्सा नहीं किया और अपनी बात तर्कों से समझाई।
- निष्पक्ष निर्णय: राजा ने जाँच के बाद ही निर्णय लिया, जो बताता है कि बिना सबूत किसी को दोषी नहीं ठहराना चाहिए।
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