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मल्हार हिन्दी Question Answer Class 7 Chapter 6 Malhar Hindi

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गिरिधर कविराय की कुंडलिया (कविता)


पाठ से

(क) पाठ के आधार पर नीचे दिए गए प्रश्नों का सही उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (★) बनाइए।

(1) “बिना बिचारे” काम करने के क्या परिणाम होते हैं?

  • दूसरों से प्रशंसा मिलती है।
  • मन में शांति बनी रहती है।
  • ★ अपना काम बिगड़ जाता है।
  • खान-पान सम्मान मिलता है।

(2) “चित्त में चैन” न पा सकने का मुख्य कारण क्या है?

  • प्रयास करने पर भी टाला न जा सकने वाला दुख
  • ★ बिना सोचे-समझे किए गए कार्य की असफलता
  • खान-पान, सम्मान और राग-रंग का अभाव.
  • ★ दुनिया द्वारा की जाने वाली निंदा और उपहास

(3) “बीती ताहि बिसारि दे आगे की सुधि लेइ” पंक्ति द्वारा कौन-सी सलाह दी गई है?

  • भविष्य की सफलता के लिए अतीत की गलतियों से सीखने की
  • ★ अतीत की असफलताओं को भूलकर भविष्य पर ध्यान देने की
  • अतीत और भविष्य दोनों घटनाओं को समान रूप से याद रखने की
  • अतीत और भविष्य दोनों को भूलकर केवल वर्तमान में जीने की

(4) “जो बनि आवै सहज में ताही में चित देइ” पंक्ति का क्या अर्थ है?

  • हमें कठिनाइयों और चुनौतियों से बचना चाहिए।
  • हमें आराम की तलाश करने में मन लगाना चाहिए।
  • हमें असंभव और कठिन कार्यों पर ध्यान देना चाहिए।
  • ★ हमें सहज जीवन पर ध्यान देना चाहिए।

(ख) हो सकता है कि आपके समूह के साथियों ने अलग-अलग उत्तर चुने हों। चर्चा कीजिए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?

प्रश्न (1): “अपना काम बिगड़ जाता है” चुना क्योंकि कविता में बिना विचार किए कार्य से काम बिगड़ने और हंसी उड़ने की बात है।

प्रश्न (2): “बिना सोचे-समझे किए गए कार्य की असफलता” और “दुनिया द्वारा की जाने वाली निंदा और उपहास” चुने क्योंकि कविता में चित्त की अशांति और जग की हंसी का उल्लेख है।

प्रश्न (3): “अतीत की असफलताओं को भूलकर भविष्य पर ध्यान देने की” चुना क्योंकि कविता अतीत को भूलकर भविष्य पर ध्यान देने की सलाह देती है।

प्रश्न (4): “हमें सहज जीवन पर ध्यान देना चाहिए” चुना क्योंकि कविता सहज कार्यों पर मन लगाने की बात करती है।


पंक्तियों पर चर्चा

पाठ में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपने समूह में साझा कीजिए और लिखिए।

(क) “बिना बिचारे जो करै सो पाछे पछिताय। काम बिगारे आपनो जग में होत हँसाय।।”

अर्थ: यह पंक्ति कहती है कि जो व्यक्ति बिना सोच-विचार के कोई कार्य करता है, उसे बाद में पछतावा होता है। ऐसा करने से उसका काम खराब हो जाता है और समाज में उसकी हंसी उड़ती है।

विचार: इस पंक्ति से यह सीख मिलती है कि कोई भी निर्णय लेने या कार्य करने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करना चाहिए, अन्यथा असफलता और अपमान का सामना करना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, जल्दबाजी में बिना पढ़ाई की योजना बनाए परीक्षा देना असफलता और शर्मिंदगी का कारण बन सकता है।

(ख) “बीती ताहि बिसारि दे आगे की सुधि लेइ। जो बनि आवै सहज में ताही में चित देइ॥”

अर्थ: यह पंक्ति सलाह देती है कि अतीत की गलतियों को भूलकर भविष्य की योजना पर ध्यान देना चाहिए। जो कार्य सहजता से हो सकता है, उसी पर मन लगाना चाहिए।

विचार: इस पंक्ति का संदेश है कि पुरानी असफलताओं में उलझने के बजाय भविष्य की संभावनाओं पर ध्यान देना चाहिए और सरल, स्वाभाविक तरीके से जीवन जीना चाहिए। उदाहरण के लिए, यदि कोई छात्र एक परीक्षा में असफल हो जाता है, तो उसे उसका दुख मनाने के बजाय अगली परीक्षा की तैयारी पर ध्यान देना चाहिए और सहज तरीके से पढ़ाई करनी चाहिए।


मिलकर करें मिलान

नीचे स्तंभ 1 में कुछ पंक्तियाँ दी गई हैं, उनसे संबंधित अर्थ वाली स्तंभ 2 की पंक्तियों से उनका मिलान कीजिए-

उत्तर:-

स्तंभ 1स्तंभ 2
1. जग में होत हँसाय चित्त में चैन न पावै। खान पान सन्मान राग रंग मनहिं न भावै॥2. बिना विचार के किए गए कार्य के कारण मन अशांत रहता है। अच्छा खान-पान, सम्मान या जीवन की खुशियाँ भी उस व्यक्ति को सुख नहीं दे पातीं।
2. कह गिरिधर कविराय दुख कछु टरत न टारे। टकत है जिय माहिं कियो जो बिना बिचारे॥1. जो कार्य बिना विचार किए किया जाता है, वह लंबे समय तक मन में खटकता रहता है और उसकी पीड़ा से छुटकारा पाना मुश्किल होता है।
3. ताही में चित देइ बात जोई बनि आवै। दुर्जन हँसै न कोइ चित्त में खता न पावै।।4. ऐसे कार्य कीजिए कि किसी बुरे व्यक्ति को हँसने का मौका न मिले और मन में किसी प्रकार का दोष या अपराधबोध न हो।
4. कह गिरिधर कविराय यहै करु मन परतीती। आगे को सुख होइ समुझि बीती सो बीती।।3. अपने मन को इस बात पर विश्वास करना सिखाओ कि भविष्य की खुशी को समझते हुए अतीत के दुखों को भुलाकर आगे बढ़ना चाहिए।

सोच-विचार के लिए

पाठ को एक बार पुन: पढ़िए, पता लगाइए और लिखिए।

(क) “बिना बिचारे जो करै सो पाछे पछिताय।” कविता में बिना विचार किए कार्य करने के क्या नुकसान बताए गए हैं?

उत्तर: कविता में बिना विचार किए कार्य करने के निम्नलिखित नुकसान बताए गए हैं:

1. पछतावा होता है: व्यक्ति को बाद में अपने कार्य पर पछतावा होता है (“सो पाछे पछिताय”)।

2.काम बिगड़ जाता है: कार्य खराब हो जाता है, जिससे असफलता मिलती है (“काम बिगारे आपनो”)।

3.समाज में हंसी उड़ती है: लोग उसकी हंसी उड़ाते हैं, जिससे अपमान होता है (“जग में होत हँसाय”)।

4.मन में अशांति रहती है: व्यक्ति को मानसिक शांति नहीं मिलती (“चित्त में चैन न पावै”)।

5.जीवन का आनंद नहीं मिलता: अच्छा खान-पान, सम्मान, और राग-रंग भी सुख नहीं दे पाते (“खान पान सन्मान राग रंग मनहिं न भावै”)।

6.लंबे समय तक खटकता है: बिना सोचे किया गया कार्य लंबे समय तक मन में खटकता रहता है और उसकी पीड़ा से छुटकारा मुश्किल होता है (“टकत है जिय माहिं कियो जो बिना बिचारे”)।

(ख) “बिना बिचारे जो करै सो पाछे पछिताय।” कुंडलिया में जो बातें सैंकड़ों साल पहले कही गई थीं, क्या वे आपके लिए भी उपयोगी हैं? कैसे? उदाहरण देकर समझाइए।

उत्तर: हां, कुंडलिया में कही गई बातें आज भी उपयोगी हैं क्योंकि ये जीवन के लिए नीतिपरक और व्यावहारिक सलाह देती हैं। यह पंक्ति सिखाती है कि कोई भी कार्य करने से पहले सोच-विचार करना आवश्यक है, अन्यथा नुकसान हो सकता है। यह सलाह आज के आधुनिक जीवन में भी प्रासंगिक है।

उदाहरण:

1. वित्तीय निर्णय: यदि कोई व्यक्ति बिना जांच-पड़ताल के ऑनलाइन निवेश करता है, जैसे कि किसी अनजान लिंक पर क्लिक करके पैसे भेज देता है, तो वह धोखाधड़ी का शिकार हो सकता है और उसे आर्थिक नुकसान के साथ-साथ पछतावा होगा। सोच-विचार करने से वह ऐसी गलती से बच सकता है।

2.करियर का फैसला: बिना योजना के नौकरी छोड़ना या जल्दबाजी में कोई कोर्स चुनना असफलता और निराशा का कारण बन सकता है। उदाहरण के लिए, यदि कोई छात्र बिना रुचि या भविष्य की संभावनाओं को समझे कोर्स चुन लेता है, तो बाद में उसे पछताना पड़ सकता है।

(ग) “खान पान सन्मान राग रंग मनहिं न भावै।।” इस पंक्ति में रेखांकित शब्दों के अर्थ शब्दकोश से देखकर लिखिए। प्रत्येक के लिए एक-एक उदाहरण भी दीजिए।

उत्तर: पंक्ति में रेखांकित शब्द “खान पान”, “सन्मान”, और “राग रंग” के अर्थ और उदाहरण निम्नलिखित हैं:

1. खान पान:

  • अर्थ: भोजन और पेय, यानी खाने-पीने की वस्तुएं और उनकी आदतें।
  • उदाहरण: स्वस्थ खान-पान, जैसे फल, सब्जियां, और संतुलित आहार, शरीर को तंदुरुस्त रखता है।

2.सन्मान:

  • अर्थ: सम्मान, आदर, या प्रतिष्ठा जो व्यक्ति को समाज में मिलती है।
  • उदाहरण: स्कूल में अच्छे अंक लाने पर शिक्षक ने छात्र को सन्मान के साथ पुरस्कार दिया।

3.राग रंग:

  • अर्थ: जीवन की खुशियां, आनंद, और उत्साह, जैसे संगीत, नृत्य, या उत्सव।
  • उदाहरण: होली के त्योहार में लोग राग-रंग में डूबकर गीत गाते और नाचते हैं।

अनुमान और कल्पना से

(क) आपने पढ़ा है कि “बिना बिचारे जो करै सो पाछे पछिताय…।” कल्पना कीजिए कि आपके एक मित्र ने बिना सोचे-समझे एक बड़ा निर्णय लिया है। वह निर्णय क्या था और उसका क्या प्रभाव पड़ा? इसके बारे में एक रोचक कहानी अपने साथियों के साथ मिलकर बनाइए और कक्षा में प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर: कहानी: रोहन, मेरा एक मित्र, बहुत उत्साही और जल्दबाज था। एक दिन उसे एक ऑनलाइन विज्ञापन दिखा, जिसमें लिखा था कि एक नई कंपनी में निवेश करने पर कुछ ही महीनों में दोगुना मुनाफा मिलेगा। बिना कंपनी की विश्वसनीयता की जांच किए, बिना किसी से सलाह लिए, और जल्दी अमीर बनने के लालच में रोहन ने अपनी सारी जमा-पूंजी, लगभग दो लाख रुपये, उस कंपनी में निवेश कर दिए। उसने सोचा कि यह एक सुनहरा मौका है।

कुछ हफ्तों बाद, कंपनी का वेबसाइट और संपर्क नंबर गायब हो गए। रोहन को पता चला कि यह एक धोखाधड़ी थी। उसका सारा पैसा डूब गया, और उसे गहरा पछतावा हुआ। स्कूल में दोस्तों ने जब यह सुना, तो कुछ ने उसका मजाक उड़ाया, जिससे उसे और शर्मिंदगी महसूस हुई। रोहन की मानसिक शांति भंग हो गई, और वह कई दिनों तक उदास रहा।

इस घटना से रोहन ने सीखा कि कोई भी बड़ा निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह सोच-विचार करना और विश्वसनीय स्रोतों से सलाह लेना जरूरी है। उसने ठान लिया कि भविष्य में वह कभी जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेगा।

प्रस्तुति सुझाव: इस कहानी को कक्षा में नाटक या संवाद के रूप में प्रस्तुत किया जा सकता है, जिसमें रोहन, उसके दोस्त, और परिवार के सदस्यों की भूमिका हो, जो उसके निर्णय और उसके परिणामों को दर्शाए।

(ख) कल्पना कीजिए कि “बीती ताहि बिसारि दे आगे की सुधि लेइ…।” कविता निम्नलिखित के लिए लिखी गई है –

• आप

• आपका कोई सहपाठी

• आपका कोई परिजन

• आपके कोई शिक्षक

• कोई पक्षी

• कोई पशु इनकी कौन-कौन सी समस्याएँ होंगी? यह कविता उन्हें कैसे प्रेरित करेगी?

उत्तर:

व्यक्ति/प्राणीसंभावित समस्याएँकविता कैसे प्रेरित करेगी?
आपअसफलता का डर, जैसे परीक्षा में कम अंक या गलत करियर निर्णय।यह कविता आपको अतीत की गलतियों को भूलकर भविष्य की योजना बनाने के लिए प्रेरित करेगी। उदाहरण: यदि आपने एक गलत कोर्स चुना, तो उसे छोड़कर अपनी रुचि के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलेगी।
सहपाठीदोस्तों के बीच प्रतिस्पर्धा, असफलता, या गलत संगत में पड़ना।कविता सहपाठी को गलत संगत या असफलता को भूलकर पढ़ाई और अच्छे लक्ष्यों पर ध्यान देने की सलाह देगी। उदाहरण: गलत दोस्तों के साथ समय बर्बाद करने के बजाय पढ़ाई पर ध्यान देना।
परिजनपारिवारिक जिम्मेदारियों का बोझ या पुरानी गलतियों का पछतावा, जैसे गलत निवेश।कविता उन्हें अतीत के नुकसान को भूलकर परिवार के भविष्य के लिए सकारात्मक कदम उठाने की प्रेरणा देगी। उदाहरण: पुराने आर्थिक नुकसान को भूलकर नई बचत योजना बनाना।
शिक्षकछात्रों की असफलता या पुरानी शिक्षण पद्धति के कारण असंतुष्टि।कविता शिक्षक को पुरानी असफलताओं को भूलकर नई शिक्षण तकनीकों को अपनाने और भविष्य पर ध्यान देने की प्रेरणा देगी। उदाहरण: पुराने तरीकों को छोड़कर डिजिटल शिक्षण अपनाना।
पक्षीघोंसले का नष्ट होना या पर्यावरणीय बदलाव के कारण मुश्किलें।कविता पक्षी को प्रतीकात्मक रूप से प्रेरित करेगी कि वह पुराने घोंसले के नुकसान को भूलकर नया घोंसला बनाने पर ध्यान दे। उदाहरण: एक तोता जिसका घोंसला टूट गया, वह नया घोंसला बनाए।
पशुभोजन की कमी या पिछले हमले का डर।कविता प्रतीकात्मक रूप से पशु को पुराने डर को भूलकर भविष्य में भोजन और सुरक्षा की तलाश करने की प्रेरणा देगी। उदाहरण: एक हिरण जो शिकारी से डरता था, वह नई जगह पर सुरक्षित चरने का प्रयास करे।

(ग) कल्पना कीजिए कि आप एक ऐसे व्यक्ति से मिले हैं, जो हमेशा बीती बातों में खोया रहता है। आप उसे समझाने के लिए क्या-क्या कहेंगे?

उत्तर: मैं उस व्यक्ति से निम्नलिखित बातें कहूंगा:

1. “अतीत को बार-बार याद करने से वह बदलेगा नहीं, लेकिन आपका वर्तमान और भविष्य जरूर प्रभावित हो सकता है। ‘बीती ताहि बिसारि दे आगे की सुधि लेइ’ की तरह, पुरानी बातों को भूलकर नई शुरुआत करें।”

2.”हर दिन एक नया अवसर है। अतीत की गलतियों से सीखकर भविष्य को बेहतर बनाने पर ध्यान दें। उदाहरण के लिए, यदि आपने कोई गलत निर्णय लिया था, तो अब उससे सीखकर सही दिशा चुनें।”

3.”जीवन में सुख तभी मिलेगा जब आप वर्तमान में जीएंगे और भविष्य के लिए योजना बनाएंगे। पुरानी बातों में उलझने से मानसिक शांति भंग होती है।”

4.”छोटे-छोटे लक्ष्य बनाएं और उन्हें पूरा करने की कोशिश करें। इससे आपका ध्यान भविष्य की ओर जाएगा और आप आत्मविश्वास महसूस करेंगे।”

5.”आपके पास अभी भी बहुत कुछ है जो आप हासिल कर सकते हैं। अतीत को छोड़कर अपने सपनों को साकार करने की ओर बढ़ें।”

उदाहरण: मैं उसे एक कहानी सुनाऊंगा कि कैसे एक व्यक्ति ने नौकरी खोने के दुख को भूलकर नया व्यवसाय शुरू किया और सफल हुआ, ताकि वह प्रेरित होकर अतीत को भूल सके।


शब्द से जुड़े शब्द

नीचे दिए गए रिक्त स्थानों में ‘चित्त’ या ‘मन’ से जुड़े शब्द कुंडलियों में से चुनकर लिखिए- A

उत्तर:-

Capture-4


किवता की रचना

(क) अब आप पाठ में दी गई दोनों कुंडलियों को ध्यान से देखिए और अपने-अपने समूह में मिलकर इनकी

विशेषताओं की सूची बनाइए। अपने समूह की सूची को कक्षा में सबके साथ साझा कीजिए।

उत्तर:- जो विशेषताएँ दोनों कुंडलियों में हैं

1. लयबद्धता: दोनों कुंडलियाँ पढ़ने में एक समान लय और समय लेती हैं, जिससे उनकी सुंदरता बढ़ती है।

2.दो-दो पंक्तियों में संरचना: दोनों कुंडलियाँ दो-दो पंक्तियों में संदेश देती हैं, जिसमें पहली पंक्ति का विचार दूसरी पंक्ति में पूर्ण होता है।

3.संवादात्मक शैली: दोनों कुंडलियाँ पढ़ते समय ऐसा लगता है जैसे कोई पाठक से बातचीत कर रहा हो।

4.नीतिपरक संदेश: दोनों कुंडलियाँ जीवन के लिए नैतिक और व्यावहारिक सलाह देती हैं।

5.पहला या दूसरा शब्द अंतिम शब्द के साथ दोहराव: प्रत्येक कुंडलिया का पहला या दूसरा शब्द अंतिम शब्द के रूप में दोहराया गया है।

जो विशेषताएँ किसी एक कुंडलिया में हैं

1. पहली कुंडलिया:

  • “बिना बिचारे” की अवधारणा पर जोर, जो विचारहीन कार्यों के परिणामों को दर्शाती है।
  • “हँसाय” जैसे शब्द का प्रयोग, जो सामाजिक उपहास को व्यक्त करता है।

2. दूसरी कुंडलिया:

  • “बीती ताहि बिसारि दे” का संदेश, जो अतीत को भूलकर भविष्य पर ध्यान देने की सलाह देता है।
  • “सहज” शब्द का प्रयोग, जो सरलता और स्वाभाविकता पर बल देता है।

(ख) नीचे एक स्तंभ में कविता की पंक्तियों की कुछ विशेषताएँ दी गई हैं और उनसे संबंधित पंक्तियाँ दूसरे स्तंभ में दी गई हैं। कविता की विशेषताओं का सही पंक्तियों से मिलान कीजिए—

उत्तर:-

कविता की विशेषताएँकविता की पंक्तियाँ
1. पंक्ति के अंतिम शब्द की ध्वनि आपस में मिलती-जुलती है।3. बिना बिचारे जो करै सो पाछे पछिताय। (पछिताय और हँसाय में तुकबंदी है)
2. कवि के नाम का उल्लेख किया गया है।1. कह गिरिधर कविराय यहै करु मन परतीती।। (कवि का नाम “गिरिधर कविराय” उल्लेखित)
3. एक-दूसरे के विपरीत विचार एक साथ आए हैं।4. बीती ताहि बिसारि दे आगे की सुधि लेइ। (बीती को भूलना और आगे की सोच जैसे विपरीत विचार)
4. एक ही वर्ण से शुरू होने वाले एक से अधिक शब्द एक ही पंक्ति में आए हैं।2. ताही में चित देइ बात जोई बनि आवै। (बात और बनि में “ब” वर्ण की पुनरावृत्ति)

अतिरिक्त विशेषताएँ (संकेत के आधार पर):

  • सादगी और लोकभाषा का प्रयोग: दोनों कुंडलियाँ सरल और लोकप्रिय शब्दों का उपयोग करती हैं, जैसे “बिना बिचारे”, “पछिताय”, “बीती”, “सहज” आदि।
  • कहावतों जैसा प्रभाव: दोनों कुंडलियाँ ऐसी हैं कि उनकी पंक्तियाँ लोकप्रिय कहावतों के रूप में प्रचलित हैं।

काल से जुड़े शब्द

(क) नीचे कुछ शब्द दिए गए हैं। इनका प्रयोग करते हुए तीनों प्रकार के ‘काल’ व्यक्त करने वाले तीन-तीन

भूतकाल (Past Tense)

शब्दवाक्य 1वाक्य 2वाक्य 3
कलकल मैंने बाजार से नई किताब खरीदी थी।कल रात को हमने एक मजेदार फिल्म देखी।कल स्कूल में वार्षिक समारोह हुआ था।
परसोंपरसों मैं अपने दोस्त के घर गया था।परसों बारिश के कारण सड़कें बंद थीं।परसों हमने एक नया खेल खेला था।
पहलेपहले मैंने इस विषय पर बहुत पढ़ाई की थी।पहले हमारे गाँव में बिजली नहीं थी।पहले हम हर साल पिकनिक पर जाते थे।
पिछलापिछला महीना मेरे लिए बहुत व्यस्त था।पिछला साल हमने नया घर बनवाया था।पिछला सप्ताह मैंने एक नया कौशल सीखा था।
बीते हुएबीते हुए दिनों में मैंने बहुत मेहनत की थी।बीते हुए समय में हमारी मुलाकात हुई थी।बीते हुए वर्ष में हमने कई यात्राएँ की थीं।

वर्तमान काल (Present Tense)

शब्दवाक्य 1वाक्य 2वाक्य 3
आजआज मैं स्कूल में एक नया प्रोजेक्ट शुरू कर रहा हूँ।आज मौसम बहुत सुहाना है।आज हम दोस्तों के साथ मिलकर पढ़ाई कर रहे हैं।
कलकल का दिन मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।कल मैं अपने दोस्तों के साथ समय बिता रहा हूँ।कल हम एक नया कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
अभी-अभीअभी-अभी मैंने अपना होमवर्क पूरा किया है।अभी-अभी मेरे दोस्त ने मुझे फोन किया है।अभी-अभी बारिश शुरू हुई है।
परसोंपरसों का दिन मेरे लिए व्यस्त है।परसों मैं अपने परिवार के साथ समय बिता रहा हूँ।परसों हम एक नई योजना बना रहे हैं।
आजकलआजकल मैं नई भाषा सीख रहा हूँ।आजकल लोग सोशल मीडिया पर बहुत समय बिता रहे हैं।आजकल मैं रोज सुबह व्यायाम करता हूँ।

भविष्य काल (Future Tense)

शब्दवाक्य 1वाक्य 2वाक्य 3
अगले दिन/साल/महीनेअगले दिन मैं अपने दोस्त से मिलने जाऊँगा।अगले साल हम एक नया व्यवसाय शुरू करेंगे।अगले महीने मैं अपनी पढ़ाई पूरी कर लूँगा।
हमेशामैं हमेशा अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करूँगा।हम हमेशा अपने दोस्तों का साथ देंगे।वह हमेशा मेहनत से काम करेगा।
आगामीआगामी समय में मैं एक नया कोर्स शुरू करूँगा।आगामी वर्ष में हम एक बड़ा आयोजन करेंगे।आगामी महीनों में मैं अपनी सेहत पर ध्यान दूँगा।
जल्दी हीमैं जल्दी ही अपनी किताब पूरी कर लूँगा।हम जल्दी ही एक नई यात्रा पर जाएँगे।वह जल्दी ही अपने प्रोजेक्ट को प्रस्तुत करेगा।
अबअब से मैं रोज पढ़ाई करूँगा।अब से हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे।अब से वह अपने लक्ष्यों पर ध्यान देगा।

(ख) आपने जो वाक्य बनाए हैं, उन्हें ध्यान से देखिए। पहचानिए कि इन वाक्यों में किन शब्दों से पता चल रहा

है कि वाक्य में कार्य भूतकाल में हुआ, वर्तमान काल में हुआ है या भविष्य काल में होगा? वाक्यों में उन

शब्दों को रेखांकित कीजिए।

भूतकाल (Past Tense)

शब्दवाक्य 1वाक्य 2वाक्य 3
कलकल मैंने बाजार से नई किताब खरीदी थी।कल रात को हमने एक मजेदार फिल्म देखी।कल स्कूल में वार्षिक समारोह हुआ था।
परसोंपरसों मैं अपने दोस्त के घर गया था।परसों बारिश के कारण सड़कें बंद थीं।परसों हमने एक नया खेल खेला था।
पहलेपहले मैंने इस विषय पर बहुत पढ़ाई की थी।पहले हमारे गाँव में बिजली नहीं थी।पहले हम हर साल पिकनिक पर जाते थे।
पिछलापिछला महीना मेरे लिए बहुत व्यस्त था।पिछला साल हमने नया घर बनवाया था।पिछला सप्ताह मैंने एक नया कौशल सीखा था।
बीते हुएबीते हुए दिनों में मैंने बहुत मेहनत की थी।बीते हुए समय में हमारी मुलाकात हुई थी।बीते हुए वर्ष में हमने कई यात्राएँ की थीं।

वर्तमान काल (Present Tense)

शब्दवाक्य 1वाक्य 2वाक्य 3
आजआज मैं स्कूल में एक नया प्रोजेक्ट शुरू कर रहा हूँ।आज मौसम बहुत सुहाना है।आज हम दोस्तों के साथ मिलकर पढ़ाई कर रहे हैं।
कलकल का दिन मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।कल मैं अपने दोस्तों के साथ समय बिता रहा हूँ।कल हम एक नया कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
अभी-अभीअभी-अभी मैंने अपना होमवर्क पूरा किया है।अभी-अभी मेरे दोस्त ने मुझे फोन किया है।अभी-अभी बारिश शुरू हुई है।
परसोंपरसों का दिन मेरे लिए व्यस्त है।परसों मैं अपने परिवार के साथ समय बिता रहा हूँ।परसों हम एक नई योजना बना रहे हैं।
आजकलआजकल मैं नई भाषा सीख रहा हूँ।आजकल लोग सोशल मीडिया पर बहुत समय बिता रहे हैं।आजकल मैं रोज सुबह व्यायाम करता हूँ।

भविष्य काल (Future Tense)

शब्दवाक्य 1वाक्य 2वाक्य 3
अगले दिन/साल/महीनेअगले दिन मैं अपने दोस्त से मिलने जाऊँगा।अगले साल हम एक नया व्यवसाय शुरू करेंगे।अगले महीने मैं अपनी पढ़ाई पूरी कर लूँगा।
हमेशामैं हमेशा अपने सपनों को पूरा करने की कोशिश करूँगा।हम हमेशा अपने दोस्तों का साथ देंगे।वह हमेशा मेहनत से काम करेगा।
आगामीआगामी समय में मैं एक नया कोर्स शुरू करूँगा।आगामी वर्ष में हम एक बड़ा आयोजन करेंगे।आगामी महीनों में मैं अपनी सेहत पर ध्यान दूँगा।
जल्दी हीमैं जल्दी ही अपनी किताब पूरी कर लूँगा।हम जल्दी ही एक नई यात्रा पर जाएँगे।वह जल्दी ही अपने प्रोजेक्ट को प्रस्तुत करेगा।
अबअब से मैं रोज पढ़ाई करूँगा।अब से हम पर्यावरण की रक्षा करेंगे।अब से वह अपने लक्ष्यों पर ध्यान देगा।

हँसी

(क) कभी-कभी लोग दूसरों की गलतियों पर ही नहीं, उनके किसी भी कार्य पर हँस देते हैं। अपने समूह के साथ मिलकर ऐसी कुछ स्थितियों की सूची बनाइए, जब किसी को आप पर या आपको किसी पर हँसी आई हो।

उत्तर:- कुछ ऐसी स्थितियाँ जहाँ लोग दूसरों की गलतियों या कार्यों पर हँस सकते हैं:

1. कक्षा में गलत जवाब देना: जब कोई छात्र कक्षा में सवाल का गलत जवाब देता है, तो सहपाठी उस पर हँस सकते हैं।

  • उदाहरण: एक छात्र ने गणित के सवाल का गलत जवाब दिया, और बाकी छात्रों को हँसी आ गई।

2.भाषा में गलती करना: कोई व्यक्ति किसी शब्द का गलत उच्चारण करता है या गलत शब्द का उपयोग करता है।

  • उदाहरण: किसी ने “सम्मान” को “सनमान” कहा, और लोग उसकी गलती पर हँस पड़े।

3.अनजाने में गिरना या ठोकर खाना: कोई व्यक्ति सड़क पर चलते समय ठोकर खा जाता है, और आसपास के लोग हँस देते हैं।

  • उदाहरण: बाजार में कोई व्यक्ति फिसल गया, और दूसरों को यह देखकर हँसी आ गई।

4.गलत कपड़े पहनना: कोई व्यक्ति अनजाने में गलत या अनुचित कपड़े पहन लेता है, जैसे कि उल्टा स्वेटर।

  • उदाहरण: किसी ने स्कूल में उल्टा स्वेटर पहन लिया, और दोस्तों ने उसका मजाक उड़ाया।

5.भूल से गलत जगह जाना: कोई व्यक्ति गलत कमरे या गलत जगह चला जाता है।

  • उदाहरण: कोई व्यक्ति गलती से दूसरी कक्षा में चला गया, और वहाँ के छात्र हँस पड़े।

(ख) ऐसी दोनों स्थितियों में आपको कैसा लगता है और दूसरों को कैसा लगता होगा?

उत्तर:-

  • जब किसी को आप पर हँसी आती है: ऐसी स्थिति में व्यक्ति को शर्मिंदगी, दुख, या आत्मविश्वास में कमी महसूस हो सकती है। यह विशेष रूप से तब और बुरा लगता है जब गलती अनजाने में हुई हो। उदाहरण के लिए, यदि कोई छात्र कक्षा में गलत जवाब देता है और सहपाठी हँसते हैं, तो उसे अपमानित होने का अहसास हो सकता है, और वह भविष्य में बोलने से हिचकिचा सकता है।
  • जब आपको किसी पर हँसी आती है: जब आप किसी की गलती पर हँसते हैं, तो उस समय यह मजेदार या हल्का-फुल्का लग सकता है। लेकिन बाद में यह एहसास हो सकता है कि आपकी हँसी ने सामने वाले को ठेस पहुँचाई होगी। दूसरों को भी शायद उस पल में हँसी मज़ेदार लगे, लेकिन अगर वे संवेदनशील हैं, तो उन्हें भी बाद में पछतावा हो सकता है कि उनकी हँसी से किसी का मन दुखा।
  • दोनों स्थितियों का सामान्य प्रभाव: हँसी कई बार माहौल को हल्का करती है, लेकिन अगर यह किसी की गलती या कमजोरी पर हो, तो यह सामने वाले के लिए अपमानजनक हो सकती है। यह सामाजिक रिश्तों में तनाव पैदा कर सकती है।

(ग) सोचिए कि कोई व्यक्ति आपकी किसी भूल पर हँस रहा है। ऐसे में आप क्या कहेंगे या क्या करेंगे ताकि उसे एहसास हो जाए कि इस बात पर हँसना ठीक नहीं है?

उत्तर:- ऐसी स्थिति में शांत और समझदारी से व्यवहार करना सबसे अच्छा होता है ताकि सामने वाले को अपनी गलती का एहसास हो। कुछ कदम और बातें जो कही या की जा सकती हैं:

1. शांत रहकर जवाब देना: आप कह सकते हैं, “मुझे लगता है कि मेरी गलती पर हँसना ठीक नहीं है। हर कोई गलती कर सकता है, और इससे मुझे बुरा लग रहा है।”

  • उदाहरण: यदि कोई कक्षा में आपके गलत जवाब पर हँस रहा है, तो आप कह सकते हैं, “हँसने के बजाय अगर आप मुझे सही जवाब समझा दें, तो यह मेरे लिए और सभी के लिए बेहतर होगा।”

2.संवेदनशीलता दिखाना: आप सामने वाले से कह सकते हैं, “क्या आपने कभी ऐसी स्थिति का सामना किया है जब आपकी गलती पर लोग हँसे हों? यह कैसा लगता है, ज़रा सोचिए।”

3.सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाना: आप कह सकते हैं, “गलतियाँ तो सीखने का हिस्सा हैं। हँसने के बजाय हम सब मिलकर कुछ नया सीख सकते हैं।”

4.कार्रवाई करना: अगर हँसी बार-बार हो रही है और आपको बुरा लग रहा है, तो आप शिक्षक, अभिभावक, या किसी बड़े से इस बारे में बात कर सकते हैं ताकि वे स्थिति को समझा सकें।

5. उदाहरण के साथ समझाना: आप कह सकते हैं, “जैसे तुम्हें बुरा लगेगा अगर कोई तुम्हारी गलती पर हँसे, वैसे ही मुझे भी बुरा लग रहा है। आइए, एक-दूसरे का सम्मान करें।”

6.महत्वपूर्ण बात: ऐसी स्थिति में गुस्सा करने या उल्टा मजाक करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे बात और बिगड़ सकती है। शांत और सम्मानजनक तरीके से अपनी बात रखने से सामने वाले को अपनी गलती का एहसास होने की संभावना अधिक होती है।


सोच-समझकर

“बिना बिचारे जो करै सो पाछे पछिताय।” (क) आज के समय में में कुछ लोग जल्दी में कार्य कर देते हैं या जल्दी में निर्णय ले लेते हैं। हैं। कछ कुछ ऐसी ऐसी स्थितियाँ बताइए जहाँ जल्दबाजी में निर्णय लेना या कार्य करना हानिकारक हो सकता है।

उत्तर:- जल्दबाजी में निर्णय लेना या कार्य करना कई बार नुकसानदायक हो सकता है। निम्नलिखित कुछ ऐसी स्थितियाँ हैं:

1. ऑनलाइन खरीदारी में जल्दबाजी: बिना वेबसाइट की विश्वसनीयता जांचे जल्दी में कोई सामान खरीद लेना।

  • उदाहरण: कोई व्यक्ति छूट के लालच में संदिग्ध वेबसाइट से मोबाइल खरीद लेता है और पैसे गंवा देता है, क्योंकि वेबसाइट फर्जी निकलती है।

2.निवेश में जल्दबाजी: बिना पूरी जानकारी के शेयर बाजार या किसी योजना में पैसा निवेश करना।

  • उदाहरण: कोई व्यक्ति जल्दी अमीर बनने के लालच में बिना रिसर्च के क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगा देता है और नुकसान उठाता है।

3.यातायात नियम तोड़ना: जल्दी पहुंचने के लिए ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना, जैसे बिना हेलमेट बाइक चलाना।

  • उदाहरण: जल्दबाजी में बिना हेलमेट बाइक चलाने पर पुलिस चालान काट देती है या दुर्घटना हो सकती है।

4.संदिग्ध संदेश पर भरोसा करना: बिना सोचे-समझे फर्जी मैसेज या कॉल के झांसे में आ जाना।

  • उदाहरण: कोई व्यक्ति “लॉटरी जीतने” के मैसेज पर विश्वास करके पैसे भेज देता है और ठगा जाता है।

5.परीक्षा की तैयारी में जल्दबाजी: बिना उचित योजना के आखिरी समय में पढ़ाई करना।

  • उदाहरण: कोई छात्र जल्दबाजी में पूरी रात पढ़ता है, लेकिन ठीक से समझ न पाने के कारण परीक्षा में कम अंक मिलते हैं।

6.बिना सोचे जवाब देना: किसी सवाल का जल्दी में गलत जवाब देना।

  • उदाहरण: कक्षा में बिना सोचे गलत जवाब देने पर सहपाठी हंस सकते हैं, जिससे शर्मिंदगी होती है।

(ग) नीचे कुछ स्थितियाँ दी गई हैं। इन स्थितियों में बिना सोचे-समझे कार्य करने या निर्णय लेने के क्या परिणाम हो सकते हैं?

उत्तर:-

1. सोशल मीडिया पर झूठा संदेश या असत्य समाचार पर भरोसा करके उसे सबको भेज दिया। परिणाम:

  • गलत जानकारी फैलने से लोगों में भ्रम या डर पैदा हो सकता है, जैसे कि किसी महामारी या घटना के बारे में झूठी खबर।
  • आपकी विश्वसनीयता कम हो सकती है, और लोग आपको गैर-जिम्मेदार मान सकते हैं।
  • कानूनी परिणाम हो सकते हैं, अगर जानकारी संवेदनशील हो या सामाजिक तनाव बढ़ाए।
  • उदाहरण: किसी ने बिना जांचे एक झूठा मैसेज शेयर किया कि शहर में कर्फ्यू लग गया है, जिससे लोग घबरा गए और अफवाह फैल गई।

2.जल्दबाजी में बिना हेलमेट के बाइक चलाने पर पुलिस ने चालान काट दिया। परिणाम:

  • आर्थिक नुकसान, क्योंकि चालान के लिए जुर्माना देना पड़ता है।
  • सड़क पर दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है, जिससे गंभीर चोट या जान का नुकसान हो सकता है।
  • सामाजिक शर्मिंदगी, अगर पुलिस सार्वजनिक रूप से रोकती है।
  • उदाहरण: जल्दी ऑफिस पहुंचने के लिए कोई बिना हेलमेट बाइक चलाता है, पुलिस चालान काट देती है, और उसे ₹1000 का जुर्माना देना पड़ता है।

3. बिना माता-पिता से पूछे ऑनलाइन गेम पर पैसे खर्च कर दिए। परिणाम:

  • आर्थिक नुकसान, क्योंकि ऑनलाइन गेम्स में अनजाने में बड़ी राशि खर्च हो सकती है।
  • माता-पिता का भरोसा टूट सकता है, जिससे रिश्तों में तनाव आ सकता है।
  • गेम की लत लगने का खतरा, जिससे पढ़ाई या अन्य महत्वपूर्ण कार्य प्रभावित हो सकते हैं।
  • उदाहरण: एक बच्चा बिना माता-पिता की अनुमति के गेम में ₹5000 खर्च कर देता है, जिसके बाद उसे डांट पड़ती है और उसका गेमिंग अकाउंट ब्लॉक कर दिया जाता है।

आज की पहेली

B

उत्तर:-

मात्रावाक्य
आसारा खाना खराब था।
इकवि दिन में लिखता है।
ईदीपक नीली चटनी खायी।
उसुन्दर बुद्ध नन्हा था।
ऊभूल न मूर्ख बन जाये।
ऋकृपया तृष्णा मिटायें।
एखेल में तेज धावक है।
ऐपैसा कम है, बैल मर गया।
ओलोग रोज बोतल खोलते हैं।
औचौक पर कौन घूमता है।

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