Short Questions
1. रामेश्वरम् क्यों प्रसिद्ध है?
उत्तर:क्योंकि यह चार धामों में से एक है और भगवान श्रीराम ने यहाँ शिवलिंग की स्थापना की थी।
2. कैलाश जाकर शिवजी को लाने का कार्य किसे सौंपा गया था?
उत्तर:हनुमान जी को।
3. गंधमादन पर्वत किसे कहते हैं?
उत्तर:वह पर्वत जहाँ से हनुमान जी ने लंका की भूमि देखी थी।
4. श्रीराम के कुपित होने पर समुद्रराज ने क्या किया?
उत्तर:उन्होंने रामचन्द्र जी से क्षमा माँगी।
5. किसका नाम विश्वनाथ पड़ा?
उत्तर:हनुमान द्वारा लाए गए शिवलिंग का।
6. पामवन, रामेश्वरम् और धनुष्यकोटि कहाँ स्थित हैं?
उत्तर:ये तीनों एक टापू पर स्थित हैं।
7. रामेश्वरम् मंदिर के अंदर कितने तीर्थ हैं?
उत्तर:24 तीर्थ हैं।
8. रामेश्वरम् मंदिर का निर्माण सर्वप्रथम किसने कराया था?
उत्तर:श्रीलंका के राजा वरदराज शेखर ने।
9. रामेश्वरम् का मन्दिर किस शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है?
उत्तर:दक्षिण भारतीय स्थापत्य कला का।
10. धनुष्यकोटि से लंका की दूरी कितनी है?
उत्तर:लगभग 22 मील।
Long Questions
1. पामवन के पुल की क्या विशेषताएँ हैं?
उत्तर:यह पुल समुद्र पर लोहे से बना है और जहाजों के निकलने पर इसे ऊपर उठा लिया जाता है।
2. ‘उत्सर्ग में तो आनंद है’ – इस पंक्ति का क्या अर्थ है?
उत्तर:इसका अर्थ है कि त्याग और समर्पण में भी सच्चा सुख छिपा होता है।
3. देवनगर से रामेश्वरम् नाम पड़ने की कथा क्या है?
उत्तर:जब रामचन्द्र जी ने यहाँ शिवलिंग की स्थापना की, तब इस स्थान का नाम रामेश्वरम् पड़ा।
4. रामेश्वरम् का दर्शन करना क्यों लाभदायक माना गया है?
उत्तर:क्योंकि यह पवित्र तीर्थ है और इसके दर्शन से जीवन की सिद्धि मानी जाती है।
5. धनुष्यकोटि का क्या महत्व है?
उत्तर:क्योंकि यहीं भगवान राम ने समुद्रराज वरुण से प्रार्थना की थी और वहीं से लंका जाने की तैयारी की थी।

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