शुंग, सातवाहन एवं कुषाणकाल
Short Questions Answer
प्रश्न: शुंग वंश की स्थापना किसने की?
उत्तर: शुंग वंश की स्थापना 187 ई.पू. में पुष्यमित्र शुंग ने की थी।
प्रश्न: मौर्य वंश का अंतिम शासक कौन था?
उत्तर: मौर्य वंश का अंतिम शासक बृहद्रथ था, जिसकी हत्या पुष्यमित्र शुंग ने की थी।
प्रश्न: सातवाहन वंश का संस्थापक कौन था?
उत्तर: सातवाहन वंश का संस्थापक सिमुक था।
प्रश्न: सातवाहन वंश के प्रसिद्ध राजा का नाम बताइए।
उत्तर: गौतमीपुत्र सातकर्णी सातवाहन वंश का सबसे प्रसिद्ध राजा था।
प्रश्न: कुषाण वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कौन था?
उत्तर: कुषाण वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कनिष्क था।
प्रश्न: कनिष्क के शासनकाल में कौन सी बौद्ध सभा हुई थी?
उत्तर: कनिष्क के शासनकाल में चौथी बौद्ध महासभा कश्मीर के कुण्डलवन में हुई थी।
प्रश्न: नाग वंश का उदय कहाँ हुआ?
उत्तर: नाग वंश का उदय विदिशा, पवाया, कुतवार और मथुरा क्षेत्रों में हुआ था।
प्रश्न: संगम साहित्य किस भाषा में लिखा गया?
उत्तर: संगम साहित्य तमिल भाषा में लिखा गया था।
प्रश्न: शक वंश का प्रसिद्ध शासक कौन था?
उत्तर: शक वंश का प्रसिद्ध शासक रुद्रदमन था।
प्रश्न: कुषाण वंश की उत्पत्ति कहाँ से हुई थी?
उत्तर: कुषाण वंश की उत्पत्ति चीन से हुई थी।
Long Questions Answer
प्रश्न: शुंग वंश की स्थापना कैसे हुई?
उत्तर: मौर्य वंश के अंतिम शासक बृहद्रथ की हत्या उसके सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने की।
उसने 187 ई.पू. में शुंग वंश की स्थापना की और पाटलीपुत्र को राजधानी बनाया।
इस काल में भागवत धर्म का प्रचार हुआ और कई मंदिर बनाए गए।
प्रश्न: सातवाहन वंश का शासन कहाँ-कहाँ फैला था?
उत्तर: सातवाहन वंश का शासन नर्मदा से लेकर गोदावरी और कृष्णा नदियों के बीच के क्षेत्र में फैला था।
इनके प्रसिद्ध शासक गौतमीपुत्र सातकर्णी ने राज्य का विस्तार किया और व्यापार को बढ़ावा दिया।
प्रश्न: कुषाण वंश के प्रमुख शासक और उनके कार्य लिखिए।
उत्तर: कुषाण वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक कनिष्क था।
उसने अपना शासन काबुल से बनारस तक फैलाया।
उसके समय में चौथी बौद्ध महासभा हुई और कला व साहित्य का विकास हुआ।
प्रश्न: कनिष्क का धर्म और बौद्ध धर्म में उसका योगदान बताइए।
उत्तर: कनिष्क बौद्ध धर्म का अनुयायी था।
उसके शासनकाल में चौथी बौद्ध महासभा हुई जिसमें महायान शाखा को मान्यता मिली।
उसने बौद्ध धर्म के प्रचार के लिए दूर-दूर तक अपने दूत भेजे।
प्रश्न: नाग वंश का भारत के इतिहास में क्या महत्व था?
उत्तर: नाग वंश का उदय कुषाणों की कमजोरी के बाद हुआ।
उन्होंने विदेशी शासकों को भारत से बाहर निकाला।
इस वंश के शासकों ने भारत की एकता को बनाए रखने में मदद की।
प्रश्न: दक्षिण भारत के प्रमुख राज्य कौन-से थे और उनके प्रसिद्ध शासक कौन थे?
उत्तर: दक्षिण भारत के प्रमुख राज्य चोल, चेर और पाण्ड्य थे।
चोलों के प्रसिद्ध शासक कारिकाल ने कावेरी नदी पर बाँध बनवाया।
चेरों के नेडुचेरलादान और पाण्ड्यों के मदुरै के शासक प्रसिद्ध थे।
प्रश्न: संगम साहित्य क्या है?
उत्तर: दक्षिण भारत में कवियों की तीन बड़ी सभाएँ (संगम) आयोजित हुईं।
तीसरा संगम मदुरै में हुआ जिसमें कवियों ने तमिल भाषा में सुंदर कविताएँ लिखीं।
इन कविताओं में दक्षिण भारत के समाज, संस्कृति और जीवन का वर्णन मिलता है।
प्रश्न: 200 ई.पू. से 300 ई. तक कला और स्थापत्य का विकास कैसे हुआ?
उत्तर: इस समय बौद्ध धर्म के प्रभाव से अनेक स्तूप, विहार और गुफाएँ बनीं।
साँची का तोरणद्वार, अमरावती का स्तूप और अजंता-भाज की गुफाएँ इसी काल की हैं।
बुद्ध की मूर्तियाँ गांधार और मथुरा शैली में बनाई गईं।
प्रश्न: रोमन व्यापार से भारत को क्या लाभ हुआ?
उत्तर: रोम के व्यापारी भारत से मसाले, रेशमी वस्त्र और कीमती रत्न खरीदते थे।
इसके बदले में वे सोना लाते थे जिससे भारत के दक्षिणी राज्य बहुत समृद्ध हुए।
इस व्यापार से भारत की आर्थिक स्थिति मजबूत हुई।
प्रश्न: इस काल के धर्म और समाज की मुख्य विशेषताएँ क्या थीं?
उत्तर: इस काल में बौद्ध और हिन्दू दोनों धर्मों का प्रचार हुआ।
लोग संगीत, नृत्य और उत्सवों में भाग लेते थे।
समाज वर्ण व्यवस्था पर आधारित था लेकिन जीवन में धार्मिकता और संस्कृति का विशेष महत्व था।

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